High Blood Pressure : उमस और ब्लड प्रेशर, जानिए कैसे प्रभावित होते हैं एक-दूसरे पर?
उमस और ब्लड प्रेशर के बीच एक महत्वपूर्ण कनेक्शन है। उमस के कारण शरीर पर पड़ने वाले प्रभावों को समझना और उन्हें नियंत्रित करने के उपाय अपनाना आपकी स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद हो सकता है। उमस के मौसम में विशेष सावधानी बरतना और शरीर को सही तरीके से हाइड्रेटेड रखना अत्यंत आवश्यक है।
High Blood Pressure : उमस की वजह से ब्लड प्रेशर में वृद्धि, क्या है इसका कारण?
High Blood Pressure: उमस, जिसे हिंदी में ‘भारीपन’ भी कहा जाता है, एक ऐसी स्थिति है जिसमें वातावरण में उच्च नमी होती है। यह स्थिति आपके शरीर और स्वास्थ्य पर कई प्रभाव डाल सकती है, और इसमें ब्लड प्रेशर का स्तर भी शामिल है। उमस के दौरान हवा में नमी की अधिकता के कारण शरीर के लिए पसीना निकालना मुश्किल हो जाता है। सामान्य परिस्थितियों में, पसीना निकालने से शरीर का तापमान नियंत्रित रहता है। लेकिन जब हवा में नमी अधिक होती है, तो पसीना वाष्पित नहीं हो पाता, जिससे शरीर का तापमान बढ़ सकता है।
ब्लड प्रेशर और उमस
उमस के प्रभाव से ब्लड प्रेशर पर कई प्रभाव पड़ सकते हैं:
1. वेस्कुलर रेजिस्टेंस (Vascular Resistance)
उमस के कारण शरीर के तापमान में वृद्धि होती है, जो रक्त वाहिकाओं पर दबाव डाल सकती है। इससे रक्त वाहिकाएँ सिकुड़ सकती हैं और रक्त प्रवाह को प्रभावित कर सकती हैं, जिससे ब्लड प्रेशर बढ़ सकता है।
2. हृदय पर दबाव
उमस की स्थिति में, हृदय को रक्त पंप करने के लिए अधिक मेहनत करनी पड़ती है। इससे हृदय पर दबाव बढ़ सकता है और ब्लड प्रेशर भी प्रभावित हो सकता है।
3. डिहाइड्रेशन
उमस की स्थिति में पानी की कमी (डिहाइड्रेशन) भी हो सकती है, जिससे रक्त की मात्रा कम हो जाती है और ब्लड प्रेशर असामान्य हो सकता है। हालांकि, कभी-कभी यह स्थिति ब्लड प्रेशर को अस्थायी रूप से कम भी कर सकती है।
4. स्ट्रेस हार्मोन
उमस के कारण शरीर में स्ट्रेस हार्मोन जैसे कि कोर्टिसोल का स्तर बढ़ सकता है। ये हार्मोन रक्त वाहिकाओं को संकुचित कर सकते हैं और ब्लड प्रेशर को बढ़ा सकते हैं।
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स्वास्थ्य पर प्रभाव
1. उच्च रक्तचाप
अगर उमस की स्थिति लंबे समय तक बनी रहती है, तो यह उच्च रक्तचाप (हाइपरटेंशन) का कारण बन सकती है। उच्च रक्तचाप से हृदय, गुर्दे, और अन्य अंगों पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।
2. हृदय रोग
लंबे समय तक उमस के संपर्क में रहने से हृदय रोगों का जोखिम भी बढ़ सकता है। यह हृदय की क्षति और दिल के दौरे का खतरा बढ़ा सकता है।
3. थकावट और अवसाद
उमस के कारण थकावट और मानसिक अवसाद की स्थिति भी उत्पन्न हो सकती है। ये समस्याएँ ब्लड प्रेशर को प्रभावित कर सकती हैं और सामान्य स्वास्थ्य को बिगाड़ सकती हैं।
निवारण और प्रबंधन
उमस से निपटने और ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने के लिए कुछ कदम उठाए जा सकते हैं:
1. हाइड्रेशन
पर्याप्त पानी पीना अत्यंत महत्वपूर्ण है। इससे शरीर में नमी बनाए रखने में मदद मिलती है और ब्लड प्रेशर सामान्य रहता है।
2. ठंडा रहना
ठंडे वातावरण में रहना या ठंडे पेय पदार्थों का सेवन करने से शरीर का तापमान नियंत्रित रहता है।
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3. स्वस्थ आहार
संतुलित और पौष्टिक आहार से ब्लड प्रेशर नियंत्रण में रहता है और शरीर उमस के प्रभाव को बेहतर ढंग से सहन कर सकता है।
4. विवेकपूर्ण व्यायाम
नियमित व्यायाम ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने और शरीर की समग्र स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद करता है।
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