सेहत

ये है रोने के कुछ खास फायदें, इससे कई बिमारियां भी होगी दुर: Health benefits of crying

जब आप रोते हैं तो आपके इमोशन कंट्रोल में रहते हैं और आपको मानसिक शांति मिलती है। यही नहीं कई बार ये देखा गया है कि बहुत ज्यादा स्ट्रेस होने पर अगर आप रो लेते हैं तो इससे आपका माइंड रिलैक्स हो जाता है।

Health benefits of crying:रोने से नहीं कहलाएंगे कमजोर, जानिए क्या कहता है विज्ञान


Health benefits of crying:जब भी कोई रोता है तो तुरंत लोग उस इंसान को चुप करानेमें लग जाते हैं। खासकर जब छोटे बच्चे रोते हैं तो लोगों का दिल बैठ जाता है। लेकिन जैसे जैसे हम बड़े होते हैं तो हमें ये बताया जाता है कि रोना कमजोरी की निशानी है और हमें हर परिस्थिति का डटकर सामना करना चाहिए। बच्चों के अलावा खासतौर पर लड़कियों को इसलिए कमजोर माना जाता है क्योंकि वह किसी भी बात पर आसानी से भावुक हो जाती हैं। अधिकतर लोग आंसू बहाने को कमजोर इंसान की निशानी मानते हैं जबकि ऐसा बिलकुल नहीं है। अगर आप आंसू नहीं बहाएंगे तो आपको कई तरह के नुकसान हो सकते हैं। कई तरह की स्टडी में ये पता चला है कि रोने से सेहत को कई फायदे मिलते हैं। खुलकर आंसू बहाने से आप मेंटली फिट रहते हैं। खुलकर आंसू बहाने से हमारा ये मतलब नहीं है कि आप रोज रोएं, कभी कभी ऐसा करना ठीक है। रोज रोने से आपकी परेशानियां बढ़ सकती है। आइए जानते हैं रोना हमारे सेहत को किस तरह से फायदा पहुंचाता है।

मेंटली फिट

जब आप रोते हैं तो आपके इमोशन कंट्रोल में रहते हैं और आपको मानसिक शांति मिलती है। यही नहीं कई बार ये देखा गया है कि बहुत ज्यादा स्ट्रेस होने पर अगर आप रो लेते हैं तो इससे आपका माइंड रिलैक्स हो जाता है। रोने से पैरासिम्पेथेटिक नर्वस सिस्टम एक्टिव हो जाता है जिससे स्ट्रेस कम करने में आसानी होती है। जब भी मूड अपसेट हो या उदास हो तो उश वक्त हमें कुछ देर के लिए रो लेना चाहिए इससे आप अच्छा महसूस करेंगे।

दर्द में आराम

किसी चीज का बुरा लगने पर या फिर अच्छा न फील करने के वजह से जब आप रोते हैं तब शरीर में ऑक्सीटोसिन और एंडोर्फिन नाम के हार्मोन रिलीज होते हैं, जिस वजह से आप अच्छा महसूस करते हैं और इमोशनल पेन से भी आपको राहत मिलती है। इसलिए आपको जब चोट लगती है तो हमारा मस्तिष्क तुरंत इन हार्मोन को रिलीज कर देता है जिससे जल्दी दर्द से राहत मिल जाए।

बैक्टीरिया का खात्मा

आंसू बहने से आंखों की नेचुरल तरीके से सफाई हो जाती है। इससे आंखों में धूल मिट्टी के वजह से पनपने वाले बैक्टीरिया भी निकल जाते हैं। दरअसल, आंसुओं में लिसोजाइम नाम का फ्लूइड होता है जो एक तरह का पावरफुल एंटीमाइक्रोबियल प्रॉपर्टी से भरपूर होता है जिससे आंखों के बैक्टीरिया से बचा जा सकता है।

मानसिक तनाव में कमी आती

रोने से भावनाएं कंट्रोल होती हैं और मानसिक तनाव में कमी आती है।

भावनात्मक दर्द से आराम देती है

रोने से शरीर में ऑक्सीटोसिन और एंडोर्फिन हॉर्मोन बनते हैं जो शारीरिक और भावनात्मक दर्द से आराम देते हैं।

स्ट्रेस हॉर्मोन निकल जाते

तनाव में रोने पर आंसुओं में कई तरह के स्ट्रेस हॉर्मोन निकल जाते हैं जो शरीर के लिए फायदेमंद है।

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आंखों की हानिकारक बैक्टीरिया खत्म होती है

आंसुओं में Iysozyme नाम का फ्लूइड होता है, जिस कारण रोने से आंखों के लिए हानिकारक बैक्टीरिया खत्म हो जाते हैं और आंखें साफ होती हैं।

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