फेफड़ों को स्वास्थ रखने के लिए घर के छोटे-छोटे नुस्खों का प्रयोग करें
प्रदूषण के कारण फेफड़ों में परेशानी होने लगती है
हम बाहर से अपने शरीर को कितना साफ सुथरा रखते हैं. क्या इतना साफ हम अपने अंदरुनी अंगों को भी रखते हैं? बाहरी हिस्सा तो हमें नजर आता है. लेकिन भीतरी हिस्सों को हम देख नहीं सकते हैं. हमें इसे भी साफ रखने की जरुरत है. ताकि हम एक हेल्थी लाइफ जी सकें. आपने देखा होगा कि धूल प्रदूषण के कारण फेफड़ों में कई तरह की परेशानियां होनी लग जाती है. छोटी-छोटी परेशानियों के कारण लंग इंफेक्शन हो जाता है. इन सबसे बचने के लिए बहुत जरुरी है कि अपने फेफड़ों की सफाई करते रहें. तो चलिए आज हम आपको बताएंगे घर में ही फेफडों की सफाई कैसी की जाए.
भाप
फेफडों की सफाई के लिए सबसे आसान तरीका है भाप लेना. पानी से बनी वाष्प अंदर जाने के बाद एयर पैसेज को खोलती है. इसके बाद बलगम निकलती है. जिसके कारण आपको सर्दी में थोड़ी राहत मिलती है. इसके साथ ही बहुत कम समय में ज्यादा उपचार की संभावना रहती है.
सेब
कहा जाता है कि स्वास्थ्य का एक ही मंत्र सुबह खाली पेट खाएं एक सेब. तंदरुस्त फेफड़ों के लिए रोजाना एक सेब खाना अति आवश्यक है.इसमें मौजूद विटामिन्स फेफड़ों को मजबूत बनाते हैं. डॉक्टरों को अनुसार विटामिन-ई, विटामिन-सी, बीटा कौरोटीन और खट्टे फल फेफडों की सेहत के लिए काफी अच्छा माना जाता है. यह सभी चीजें सेब में पाया जाता है. इसके साथ ही फैट को भी कम करता है.
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अदरक की चाय
अदरक की चाय में मौजूद एंटी इनफ्लेमटरी तत्व रेस्पिरटरी ट्रैक्ट शरीर से जहरीला पदार्थ निकालने में मददगार साबित होता है. जिसके कारण पेट और फेफड़े दोनों की सफाई हो जाती है. इसमें पोटेशियम, मैग्नीशियम, जिंक और बीटा कैरोटीन जैसे औषधीय तत्व हैं. एक स्टडी में ऐसा पाया गया था कि अदरक वाली चाय कैंसर सेल्स को खत्म करने में कारगार साबित होती है.
प्राणायाम
शरीर को स्वास्थ रखने के लिए सुबह-सुबह प्राणयाम करना बहुत जरुरी है. यह बिना किसी पैसे के आपको कई तरह की बीमारियां से छुटकारा देता है. प्रतिदिन नियमित रुप से किए गए प्राणयाम को फेफडों के एयर पैसेज के लिए बहुत अच्छा माना जाता है. प्राणयाम के कारण छाती में बलगम नहीं जमती है. जिससे फेफड़ों में इंफ्शन का डर कम रहता है.
मछली
अगर आप मांसहारी है तो अपने फेफड़ों को स्वास्थ रखने के लिए मछली का सेवन कर सकते हैं. मछली में फैट की मात्रा ज्यादा होती है. इसमें पर्याप्त मात्रा में ओमेगा-3 फैटी एसिड होता है. ओमेगा-3 फैटी एसिड के लिए साल्मन फिश सबसे बेहतर विकल्प होती है.
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