लंबे समय तक बैठने से हो सकता है Dead Butt Syndrome, जानें इसके लक्षण और बचाव
Dead Butt Syndrome, आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में अधिकांश लोग अपने दिन का अधिकांश समय ऑफिस की कुर्सियों पर बैठे हुए बिताते हैं। तकनीकी विकास और डिजिटलीकरण के कारण ज्यादातर नौकरियां अब कंप्यूटर पर लंबे समय तक बैठकर काम करने की मांग करती हैं।
घंटों बैठे रहने से हो सकता है Dead Butt Syndrome, जानें क्यों है यह खतरनाक?
Dead Butt Syndrome, आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में अधिकांश लोग अपने दिन का अधिकांश समय ऑफिस की कुर्सियों पर बैठे हुए बिताते हैं। तकनीकी विकास और डिजिटलीकरण के कारण ज्यादातर नौकरियां अब कंप्यूटर पर लंबे समय तक बैठकर काम करने की मांग करती हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि यह डेस्क जॉब न केवल आपकी रीढ़ और आंखों को नुकसान पहुंचा रही है, बल्कि आपके शरीर के निचले हिस्से को भी कमजोर कर रही है? लगातार बैठने की यह आदत एक खतरनाक स्थिति का कारण बन सकती है, जिसे Dead Butt Syndrome (DBS) कहा जाता है।
Dead Butt Syndrome क्या है?
Dead Butt Syndrome, जिसे Gluteal Amnesia भी कहा जाता है, तब होता है जब लंबे समय तक बैठे रहने के कारण आपकी Gluteus Medius मांसपेशियां निष्क्रिय हो जाती हैं। यह मांसपेशी आपके कूल्हों और शरीर के निचले हिस्से के लिए महत्वपूर्ण होती है, जो शरीर को स्थिर रखने और पैरों को सहारा देने में मदद करती है। जब हम लंबे समय तक बैठे रहते हैं, तो इन मांसपेशियों का उपयोग नहीं होता और वे धीरे-धीरे निष्क्रिय या कमजोर हो जाती हैं। इसका परिणाम यह होता है कि हमारे शरीर का निचला हिस्सा सही तरीके से काम नहीं करता, और समय के साथ अन्य मांसपेशियां और जोड़ इस नुकसान की भरपाई करने की कोशिश करते हैं, जिससे दर्द और अन्य समस्याएं उत्पन्न होती हैं।
Read More : Health Tips : क्या टाइट कपड़े सेहत के लिए हैं हानिकारक? जानें इससे जुड़ी प्रमुख बाते
Dead Butt Syndrome के लक्षण
Dead Butt Syndrome के कई लक्षण होते हैं, जो आमतौर पर धीरे-धीरे विकसित होते हैं। इनमें शामिल हैं:
1. कूल्हों में दर्द: लंबे समय तक बैठे रहने के बाद उठने पर कूल्हों में दर्द या जकड़न महसूस हो सकती है। यह दर्द धीरे-धीरे बढ़ सकता है और अन्य हिस्सों जैसे पीठ, घुटनों, या पैरों तक भी फैल सकता है।
2. निचले हिस्से में कमजोरी: कूल्हों और पैरों में कमजोरी महसूस हो सकती है, जिससे चलने या दौड़ने में कठिनाई हो सकती है।
3. मांसपेशियों में जकड़न: बैठने के दौरान या बाद में, कूल्हों की मांसपेशियों में असामान्य रूप से जकड़न महसूस हो सकती है, जिससे शारीरिक गतिविधियों में बाधा उत्पन्न होती है।
Read More : Beauty Tips : क्या आपकी लिपस्टिक सही है? स्किन टोन के अनुसार ऐसे करें शेड का चुनाव
Dead Butt Syndrome से कैसे बचें?
Dead Butt Syndrome से बचने के लिए कुछ सरल उपाय अपनाए जा सकते हैं:
1. नियमित रूप से उठकर चलें: अगर आप लंबे समय तक बैठने वाली नौकरी करते हैं, तो हर घंटे कम से कम 5-10 मिनट के लिए उठकर चलें। इससे मांसपेशियों में रक्त प्रवाह बना रहता है और वे निष्क्रिय नहीं होतीं।
2. मांसपेशियों को स्ट्रेच करें: नियमित रूप से कूल्हों, जांघों, और पीठ की मांसपेशियों को स्ट्रेच करने से उनकी लचीलापन बनी रहती है और वे कमजोर नहीं होतीं।
3. शारीरिक व्यायाम करें: नियमित रूप से व्यायाम करने से आपकी मांसपेशियां मजबूत रहती हैं। आप ग्लूट्स मसल्स के लिए विशेष रूप से तैयार किए गए व्यायाम जैसे स्क्वाट्स, लंग्स, और ब्रीज एक्सरसाइज कर सकते हैं।
4. सही मुद्रा में बैठें: बैठते समय सही मुद्रा बनाए रखना जरूरी है। अपनी पीठ को सीधा रखें और अपने पैरों को जमीन पर टिकाएं। अगर आपकी कुर्सी कमर के लिए सहारा नहीं देती है, तो तकिया या बैक सपोर्ट का इस्तेमाल करें।
We’re now on WhatsApp. Click to join.
अगर आपके पास भी हैं कुछ नई स्टोरीज या विचार, तो आप हमें इस ई-मेल पर भेज सकते हैं info@oneworldnews.com