Alka Yagnik Disease: इस गंभीर बीमारी का शिकार हुईं बॉलीवुड सिंगर अलका याग्निक, जानें क्या है इलाज व बचाव के तरीके
Alka Yagnik Disease: अलका याग्निक एक बीमारी का शिकार हो गई हैं। उन्होंने सोशल मीडिया के जरिए यह जानकारी दी है। अलका ने कहा है कि उनको कान से संबंधित समस्या हो गई है। इस वजह से उनको कुछ भी सुनने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
Alka Yagnik Disease: इन वजहों से हो सकती है ‘सडन सेंसरीन्यूरल हियरिंग लॉस’ बीमारी, जानें इसके लक्षण
बॉलीवुड की मशहूर सिंगर अलका याग्निक एक बीमारी का शिकार हो गई हैं। उन्होंने सोशल मीडिया के जरिए यह जानकारी दी है। अलका ने कहा है कि उनको कान से संबंधित समस्या हो गई है। इस वजह से उनको कुछ भी सुनने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। फिलहाल वह इस बीमारी से रिकवर कर रही हैं। Alka Yagnik Disease अलका ने सोशल मीडिया पर जानकारी साझा करते हुए कहा है कि उनको वायरल अटैक के बाद यह समस्या हुई है।
उन्होंने अपनी इंस्टाग्राम पोस्ट के जरिए लोगों को बताया कि वे एक रेयर सेंसरी हियरिंग लॉस का सामना कर रही हैं। जिसे “सडन सेंसरीन्यूरल हियरिंग लॉस” (Sensorineural nerve hearing loss) भी कहते हैं। यह एक दुर्लभ संक्रमण है, जिसमें व्यक्ति की सुनने की क्षमता चली जाती है। Alka Yagnik Disease लगातार तेज आवाज में रहना या ईयरप्लग का ज्यादा इस्तेमाल भी इसकी वजह बताई जा रही है। आइए जानते हैं अलका याग्निक को हुई इस दुर्लभ समस्या के बारे में सब कुछ।
इन वजहों से हो सकती है बीमारी Alka Yagnik Disease
एक्सपर्ट्स बताते हैं कि ओटोटॉक्सिक दवा के कारण भी यह समस्या हो जाती है। इसके अलावा अगर सिर में कोई चोट लगती है तो इससे भी कान की नसों को नुकसान हो सकता है। कुछ मामलों में किसी वायरस और मेनिएर्स बीमारी के कारण भी ऐसा हो जाता है। इस बीमारी की पहचान के लिए डॉ. सुनने की क्षमता की जांच करता है। उससे पता चलता है कि मरीज को कितना सुनाई दे रहा है और आवाज पर मरीज का कैसा रिस्पांस आ रहा है।
ऐसे टेस्ट करते हैं डॉक्टर्स Alka Yagnik Disease
हालांकि यह बहुत ही बीमारी खतरनाक नहीं है और आसानी से इसका इलाज किया जा सकता है। एक ऑडियोलॉजिस्ट इस बीमारी प्रकार और डिग्री का पता लगाने के लिए टेस्ट करता है। इससे पता लगाया जाता है कि सुन्ने की क्षमता कितनी कम हुई है। उसके हिसाब से आगे का ट्रीटमेंट किया जाता है। 45 वर्ष की आयु के बाद ईएनटी डॉक्टर द्वारा समय पर कान की जांच करने से जल्दी निदान करने में मदद मिलती है।
क्या है इस बीमारी का लक्षण Alka Yagnik Disease
यह आम बीमारी है। अक्सर सर्दी-जुकाम के सीजन में ऐसे केस आते हैं, जब एक या दोनों कानों से सुनना बंद हो जाता है। अचानक कान सुन्न पड़ जाते हैं। यह अटैक एक या दोनों कानों पर हो सकता है। एक कान की सुनने की क्षमता दूसरे से कम भी हो सकती है। इस साल ऐसे केस ज्यादा आए हैं।
इस बीमारी की वजह क्या है Alka Yagnik Disease
यह समस्या वायरल अटैक से होती है। पर किस वायरस से अटैक होता है, दावे से नहीं कह सकते। इसके लिए कोई टेस्ट नहीं है। यह सामान्य सर्दी, जुकाम से भी हो सकता है। सलाइवरी ग्लैंड की सूजन भी वजह हो सकती है। इस साल हियरिंग लॉस के ज्यादातर केस में यही वजह दिखी है।
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जरूर बरतें ये सावधानी Alka Yagnik Disease
आप फ्लू से बचें। फ्लू वैक्सीन लगवा सकते हैं, पर गारंटी नहीं कि वैक्सीन लगी है तो अटैक नहीं होगा। इसलिए सुनने की क्षमता प्रभावित हो तो तुरंत डॉक्टर के पास जाएं। दर्द न होने पर भी टालें नहीं। तुरंत डॉक्टर के पास जाने से 80% मामलों में श्रवण क्षमता वापस ला सकते हैं। 15 दिन बाद पहुंचे मरीज कुछ हद तक ठीक हो सकते हैं। पर महीना भर बीतने पर स्थायी नुकसान हो जाता है। जैसे ही सुनाई देना बंद हो, अलर्ट हो जाएं। कान में शोर हो या सांय-सांय की आवाजें आ रही हों तो सतर्क हो जाएं।
क्या है इस बीमारी का इलाज Alka Yagnik Disease
ऐसे कोई लक्षण दिखने पर तुरंत ईएनटी विशेषज्ञ से मिलें। वे देखते हैं कि श्रवण क्षमता कितनी कम हुई है। कुछ मामलों में सुनने की क्षमता पूरी तरह खत्म हो जाती है। कुछ में 30 या 40 डेसिबल की हानि होती है। ऐसे में इयरड्रम में स्टेरॉयड के इंजेक्शन देते हैं। इसके चार पांच इंजेक्शन 48 से 72 घंटे के अंतराल पर दिए जाते हैं। दूसरा उपाय हाइपरबेरिक ऑक्सीजन थेरेपी है
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