Probiotic-rich desi foods: देसी खाने से बनाएं पाचन तंत्र मजबूत, टॉप प्रोबायोटिक फूड्स
Probiotic-rich desi foods, स्वस्थ शरीर की नींव एक मजबूत पाचन तंत्र होता है। अगर पाचन सही नहीं है, तो शरीर को पोषक तत्वों को अवशोषित करने में दिक्कत होती है और रोग प्रतिरोधक क्षमता भी कमजोर हो जाती है।
Probiotic-rich desi foods : स्वस्थ पाचन का देसी फार्मूला, फर्मेंटेड फूड्स से दोस्ती करें
Probiotic-rich desi foods, स्वस्थ शरीर की नींव एक मजबूत पाचन तंत्र होता है। अगर पाचन सही नहीं है, तो शरीर को पोषक तत्वों को अवशोषित करने में दिक्कत होती है और रोग प्रतिरोधक क्षमता भी कमजोर हो जाती है। ऐसे में Probiotics यानी अच्छे जीवाणु, पाचन क्रिया को संतुलित और मजबूत रखने में अहम भूमिका निभाते हैं। प्रोबायोटिक्स आंतों की सेहत को सुधारते हैं, पोषण अवशोषण को बेहतर बनाते हैं और गैस, अपच, कब्ज जैसी समस्याओं से राहत दिलाते हैं। अच्छी बात यह है कि हमारी भारतीय रसोई में पहले से ही कई ऐसे देसी खाद्य पदार्थ मौजूद हैं जो प्राकृतिक रूप से प्रोबायोटिक से भरपूर होते हैं। आइए जानें कुछ प्रमुख Desi Probiotic Foods जो आपके पाचन को मजबूत बना सकते हैं।
1. दही
भारतीय घरों में रोज़मर्रा का हिस्सा बना दही सबसे सरल और सुलभ प्रोबायोटिक फूड है। इसमें लैक्टिक एसिड बैक्टीरिया होते हैं जो आंत की सेहत के लिए फायदेमंद होते हैं। दही पाचन को दुरुस्त करता है, शरीर को ठंडक देता है और इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाता है। इसे भोजन के साथ या रायते और लस्सी के रूप में लिया जा सकता है।

2. छाछ (मट्ठा)
दही से बना छाछ हल्का, पचने में आसान और प्रोबायोटिक्स से भरपूर होता है। यह आंतों की गर्मी को शांत करता है और पेट को ठंडक देता है। खासकर गर्मियों में छाछ का सेवन डिहाइड्रेशन और एसिडिटी से बचाने में मदद करता है। इसमें भुना जीरा और पुदीना डालकर सेवन करें, लाभ और स्वाद दोनों बढ़ जाएंगे।
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3. अंबली (फर्मेंटेड रागी ड्रिंक)
दक्षिण भारत में प्रचलित यह पारंपरिक पेय रागी से बनता है जिसे कुछ समय तक किण्वित किया जाता है। यह शरीर को ठंडक देता है, एनर्जी बढ़ाता है और फाइबर व प्रोबायोटिक्स से भरपूर होता है। यह पेय आंतों में अच्छे बैक्टीरिया को पनपने में मदद करता है और कब्ज से राहत देता है।
4. आचार (घरेलू फर्मेंटेड अचार)
घरों में बनाए जाने वाले पारंपरिक अचार, विशेषकर नींबू, आम और करौंदा, जब बिना प्रिज़रवेटिव्स के सही ढंग से तैयार किए जाते हैं, तो ये फर्मेंटेशन के दौरान प्रोबायोटिक गुणों से भर जाते हैं। थोड़ा सा अचार भोजन के साथ लेने से पाचन एंजाइम सक्रिय होते हैं और भूख भी बढ़ती है।
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5. किण्वित डोसा और इडली बैटर
डोसा और इडली का बैटर रातभर फर्मेंट किया जाता है, जिससे उसमें प्राकृतिक रूप से अच्छे बैक्टीरिया पनपते हैं। ये दक्षिण भारतीय व्यंजन हल्के, सुपाच्य और आंतों के लिए लाभकारी होते हैं। इन्हें नियमित रूप से नाश्ते में शामिल करना फायदेमंद है। Probiotic-rich desi foods न केवल पारंपरिक हैं, बल्कि अत्यधिक स्वास्थ्यवर्धक भी हैं। ये हमारी रसोई में आसानी से उपलब्ध होते हैं और किसी महंगे सप्लिमेंट की ज़रूरत नहीं होती।
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