Sunny Leone: नवरात्र पर सनी लियोनी के कंडोम विज्ञापन पर बवाल, धार्मिक संगठनों ने जताया विरोध
Sunny Leone, गुजरात में नवरात्रि के दौरान एक कंडोम निर्माता कंपनी की ओर से लगाए गए विज्ञापन होर्डिंग्स ने बड़ा विवाद खड़ा कर दिया है।
Sunny Leone : नवरात्र स्पेशल ऐड पर हंगामा! सनी लियोनी के कंडोम विज्ञापन ने छेड़ा विवाद
Sunny Leone, गुजरात में नवरात्रि के दौरान एक कंडोम निर्माता कंपनी की ओर से लगाए गए विज्ञापन होर्डिंग्स ने बड़ा विवाद खड़ा कर दिया है। इन पोस्टरों में बॉलीवुड अभिनेत्री सनी लियोनी की तस्वीर का इस्तेमाल किया गया है, और साथ में नवरात्रि की शुभकामनाओं वाला संदेश भी दिया गया है। दिलचस्प बात यह है कि पोस्टर में कहीं भी ‘कंडोम’ शब्द का सीधा उल्लेख नहीं किया गया, लेकिन विज्ञापन की टैगलाइन को लेकर धार्मिक और व्यापारिक संगठनों ने कड़ा विरोध दर्ज कराया है।
विवाद कैसे शुरू हुआ?
नवरात्रि के उत्सव के बीच सड़कों पर लगे इन बड़े-बड़े होर्डिंग्स पर गुजराती भाषा में टैगलाइन लिखी थी“इस नवरात्रि खेलो, मगर प्यार से।” संगठनों का आरोप है कि यह संदेश प्रतीकात्मक रूप से कंडोम को प्रमोट कर रहा है और त्यौहार की पवित्रता का मजाक बना रहा है। विरोधियों का कहना है कि इस स्लोगन के जरिए युवा पीढ़ी को गुमराह किया जा रहा है और नवरात्र जैसी धार्मिक भावना को व्यावसायिक लाभ के लिए इस्तेमाल किया गया है। सनी लियोनी कंपनी की ब्रैंड एंबेसडर हैं, और उनकी पूर्व पोर्न अभिनेत्री वाली पहचान के कारण विज्ञापन को लेकर और अधिक तीखी प्रतिक्रिया देखने को मिली। कई यूजर्स ने सोशल मीडिया पर इस ऐड को ‘असंवेदनशील’, ‘अनुचित’ और ‘धार्मिक भावनाओं के खिलाफ’ बताते हुए विरोध जताया।

धार्मिक संगठनों का आरोप — “त्योहार की आड़ में गंदा प्रमोशन”
कई धार्मिक संगठनों ने इस विज्ञापन पर खुलकर नाराज़गी व्यक्त की है। उनका कहना है कि विज्ञापन कंपनी ने जानबूझकर नवरात्रि जैसे पवित्र पर्व को अपने प्रमोशन का साधन बनाया है। हिंदू युवा वाहिनी के अध्यक्ष नरेंद्र चौधरी ने बयान जारी करते हुए कहा“कंडोम ब्रांड को प्रमोट करने के लिए ऐसा मैसेज लिखना हिंदू भावनाओं को ठेस पहुंचाता है। यह बिलकुल बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। अगर जल्द ही ये होर्डिंग्स नहीं हटाए गए तो हमारा विरोध और तेज होगा।”धार्मिक संगठनों का मानना है कि नवरात्रि के दौरान गरबा और धार्मिक गतिविधियाँ होती हैं, ऐसे में ‘खेलो मगर प्यार से’ जैसे स्लोगन एक अप्रत्यक्ष संदेश देते हैं, जो अनुचित है और त्योहार के पवित्र वातावरण को भंग करता है।
सोशल मीडिया पर भी मचा तूफ़ान
जैसे ही विज्ञापन की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हुईं, बहस और विरोध की लहर फैल गई। कई उपयोगकर्ताओं ने सनी लियोनी की आलोचना करते हुए कहा कि धार्मिक पर्वों को मार्केटिंग का साधन नहीं बनाया जाना चाहिए।
कुछ लोगों ने यह भी कहा कि ब्रांड्स को संस्कृति और धार्मिक मर्यादा का सम्मान करना चाहिए और इस तरह के प्रचार से बचना चाहिए।वहीं, कुछ यूज़र्स ने यह तर्क भी दिया कि कंडोम जैसे उत्पादों का प्रचार स्वास्थ्य और जागरूकता के लिए जरूरी है, लेकिन समय और संदर्भ चुनने में जिम्मेदारी बरतनी चाहिए।
व्यापारिक संगठनों की बड़ी आपत्ति
केवल धार्मिक संगठन ही नहीं, कॉन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (CAIT) ने भी इस विज्ञापन पर गंभीर आपत्ति जताई है। संगठन ने केंद्रीय उपभोक्ता मामलों के मंत्री रामविलास पासवान को पत्र लिखकर कंपनी और उससे जुड़े लोगों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है।CAIT की शिकायत में कहा गया“गुजरात के कई शहरों में लगाए गए मैनफोर्स के ये विज्ञापन भारतीय संस्कृति और सामाजिक मूल्यों के खिलाफ हैं। ये विज्ञापन युवाओं को गलत दिशा में प्रेरित करते हैं और त्योहार की गरिमा को ठेस पहुंचाते हैं। यह मार्केटिंग की बेहद घटिया रणनीति है।” संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव खंडेलवाल ने भी कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि इन बैनरों में ‘कंडोम’ शब्द भले न लिखा हो, लेकिन विज्ञापन का डिजाइन और टैगलाइन साफ तौर पर इसकी ब्रांडिंग को बढ़ावा देते हैं। उन्होंने कहा“‘प्ले, लव एंड नवरात्रि’ जैसे शब्दों का उपयोग करके कंपनी ने त्योहार की भावना का उपयोग अपने व्यावसायिक फायदे के लिए किया है। यह बेहद गैर-जिम्मेदाराना कदम है।”उन्होंने यह भी कहा कि ब्रांड एंबेसडरों को भी अपने सोशल इमेज और समाजक जिम्मेदारियों का ध्यान रखना चाहिए। खंडेलवाल के मुताबिक“मोटा पैसा कमाने के लिए सेलिब्रिटी किसी भी हद तक चले जाते हैं, चाहे त्योहार की पवित्र भावना ही क्यों न आहत हो।”
Read More: Raipur ODI: IND vs SA रायपुर ODI, प्रैक्टिस में कोहली-रोहित का धमाका, गंभीर ने करीब से किया मॉनिटर
कंपनी पर कार्रवाई की मांग
व्यापारिक संगठन CAIT ने सरकार से मांग की है कि ऐसे मामलों पर सख्त नियम बनाए जाएं और भविष्य में किसी भी धार्मिक पर्व के दौरान अशोभनीय विज्ञापन लगाने पर रोक लगाई जाए। संगठन ने यह भी सुझाव दिया कि उत्पादों के प्रचार में शामिल सेलिब्रिटी के लिए भी विशेष नियम होने चाहिए ताकि वे किसी भी संवेदनशील सांस्कृतिक मुद्दे से जुड़े प्रचार को सोच-समझकर स्वीकार करें।
नवरात्रि जैसे पवित्र पर्व पर अशोभनीय विज्ञापन?
इस पूरे विवाद का मूल मुद्दा यही है कि क्या नवरात्रि जैसे धार्मिक पर्व के दौरान इस तरह का विज्ञापन उपयुक्त है या नहीं। विरोध करने वाले लोगों का कहना है कि त्योहारों को ‘मार्केटिंग टूल’ के रूप में इस्तेमाल करना गलत है, खासकर तब जब संदेश संवेदनशील हो।दूसरी ओर, कुछ लोग यह भी कहते हैं कि विज्ञापन ब्रांड की रणनीति का हिस्सा थे और कहीं भी स्पष्ट रूप से कंडोम का उल्लेख नहीं था। इसलिए इसे सीधे तौर पर नवरात्रि से जोड़कर विवादित बताना उचित नहीं है।सनी लियोनी और मैनफोर्स कंपनी का यह विज्ञापन नवरात्रि के समय जारी होने के कारण दो अलग-अलग पक्षों में बहस खड़ी कर गया। एक तरफ धार्मिक और व्यापारिक संगठन इसे सांस्कृतिक अपमान और युवाओं को बहकाने वाला कदम बता रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ कुछ लोग इसे अतिप्रतिक्रिया मानते हैंफिलहाल विवाद बढ़ता जा रहा है और संगठनों ने चेतावनी दी है कि यदि विज्ञापन जल्द नहीं हटाए गए, तो विरोध और तेज होगा। अब देखना यह है कि कंपनी इस पर क्या प्रतिक्रिया देती है और सरकार क्या कदम उठाती है।
We’re now on WhatsApp. Click to join.
अगर आपके पास भी हैं कुछ नई स्टोरीज या विचार, तो आप हमें इस ई-मेल पर भेज सकते हैं info@oneworldnews.com







