कंगना: मैं एक अवांछित बच्ची थी!
बॉलीवुड की क्वीन यानी के अभिनेत्री कंगना रनौत का कहना हैं कि वह एक अवांछित बच्ची थीं, उन्हें हमेशा उनके घर में यह एहसास दिलाया जाता था कि उनके पैदा होने से कोई खुश नहीं हैं।
जी हां, भले ही कंगना ने अपने जीवन में अनेको अवार्ड जीते हो या अपने किरदार से लाखोँ दिलो पर राज किया हो लेकिन ‘फेमिना पत्रिका’ के नए कवर पेज जारी करने के अवसर पर उन्होनें कहा कि मांओं, बहनों का निस्वार्थ भारतीय महिलाओं की भक्ति-पूजा बंद होनी चाहिए। महिलाओं के बारे में हमेशा यह कहा जाता है कि वह अग्निपरीक्षा देंगी या फिर अपने पति तथा पिता कि खुशी में ही वह खुशी देखेंगी। यह बेहद प्रतिगामी सोच है।
इसके साथ ही 28 वर्षीय कंगना ने महिला दिवस के मौके पर भी यह मांग कि सिर्फ पुरूषों की खुशी की परवाह करने वाली महिलाओं को निस्वार्थ भारतीय महिला बनाकर पेश करना बंद करना चाहिए क्योंकि यह काफी प्रतिगामी कदम है।