Movie Review- बाल और बेमेल विवाह की पीड़ा है बुलबुल, जो उसे उल्टे पैर वाली बना देती है
बड़े महल के बड़े राज को बताती है बुलबुल की कहानी
कलाकार – तृप्ति डिमरी, राहुल बोस, अश्वनी तिवारी, परमब्रत चटर्जी, पाउली दाम
निर्देशक – अन्विता दत्त
निर्माता – अनुष्का शर्मा, कर्णेश शर्मा
स्टार – 3.5
प्लेटफॉर्म – नेटफिलक्स
अवधि – 1 घंटा 33 मिनट
अभिनेत्री अनुष्का शर्मा ने पाताल लोक के बाद बुलबुल में एक अलग तरह की कहानी पेश की है। फिल्म बंगाल की 19वीं सदीं की कहानी को बता रही है। सुपर नेचुरल चीजों को लेकर लोगों में फैले भ्रम से लेकर उनके सच को बायं कर रही है। बंगाल से संबंधित फिल्मों की कहानी ज्यादातर कवि गुरु रविंद्रनाथ टैगोर से ली गई होती है। यह कहानी भी कुछ ऐसी ही लगती है।
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कहानी
फिल्म की कहानी बाल और बेमेल विवाह से लेकर क्रिमिनल तक एक महिला की पीड़ा को बता रही है। जिसमें चुडैल का भ्रम एक तड़के की तरह काम कर रहा है। फिल्म के अंत में चुडैल की गुथी सुलझती है। जहां दिखाया गया कि कैसे एक बाल और बेमेल विवाह प्यार की पीड़ा एक औरत को क्रिमिनल बनने पर मजबूर करती है। महिला को प्रताड़ित करने के पीछे भी महिला का ही हाथ है। इसके साथ ही पुरुषों के डोमिनेंट करैक्टर को दर्शाया गया है। जहा सत्या अपनी भाभी को प्यार तो करता है लेकिन कहता नहीं है उसे छोड़कर लंदन चला जाता है। बड़े ठाकुर बड़ी बहू को प्यार की सजा देते हैं और अंत में महिंद्र ठाकुर रेप कर उसे उल्टे पैर वाली चुडैल बना देता है। इन सबके पीछे बिनोदनी का कितना हाथ है यह जानने के लिए आपको फिल्म देखनी होगी।
डायरेक्शन
फिल्म की शुरुआत एक सुपर नैचुरल थ्रिलर से होती है। शुरुआत में कहानी बहुत धीमी है। उसके बाद धीरे-धीरे रफ्तार पकड़ती है। लेकिन फिर भी जिस हिसाब से चुडैल की चर्चा की गई है वैसे पेश नहीं किया गया है। अंत के कुछ हिस्से में चुडैल को दिखाया गया है जहां उसके उल्टे पैर होने का राज भी खोला गया है।इसके साथ ही डॉयलॉग की कमी है।
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