नीट इग्जाम के दौरान छात्राओं को ब्रा और जींस खोलने का कहा गया
जींस और ब्रा दोनों में धातु है जिसके कारण बीप की आवाज होती है
मेडिकल की प्रवेश परीक्षा के दौरान स्टूडेंस किसी तरह की चोरी न कर सकें। इसके लिए सीबीएससी ने कड़े प्रावधान बनाएं है। क्योंकि नए नियम बनाएं जाने से पहले स्टूडेंस द्वारा कई बार चोरी की खबरें आती रही है।
नियम बनाना तो सही है। लेकिन नियम ऐसे की किसी को कपड़े उतरवाने के लिए मजबूर कर दें तो? इस साल मेडिकल की प्रवेश परीक्षा नीट(नेशनल एलजिबिलिटी कम एंट्रेस टेस्ट) के दौरान ऐसी ही घटना क्रम में आई है।
केरल के कन्नूर की है घटना
घटना केरल राज्य के कन्नूर जिले की है। जहां छात्राओं द्वारा आरोप लगाया है कि उन्हें जींस और ब्रा खोलने को कहा गया। क्योकि दोनों में धातु होने के कारण चेकिंग के दौरान बीप की आवाज होती है। छात्राओं से कहा गया कि वह जिंस को बदलकर आएं। वह वैसे कपड़े पहने जैसे सीबीएसई के निर्देश में दिए गए है।
एग्जाम से पहले ही चेकिंग
रेणुका नाम की एक महिला ने बताया कि मेरी बेटी से कहा गया कि वह अपनी इनर को खोलकर अंदर इग्जान देने जाएं। मेरी बेटी के पास और कोई विकल्प नहीं था और उसने वैसा ही किया जैसा उससे कहा गया था। यह सब उसके लिए बहुत ही बुरा समय था।
रेणुका ने साथ ही कहा कि वह एक टीचर है। टीनऐज के बच्चों पर यह सब बहुत ज्यादा प्रभाव डालता है। मुझे मालूम है मेरी बेटी ने इन सबके बीच पूरी तरह से अपना आत्मविश्वास खो दिया था।
चार किलोमीटर जाकर बेटी के लिए लाएं दूसरे कपड़े
राजेश, एक स्टूडेंस के पिता ने बताया कि उनकी बेटी जींस पहनकर गई थी। पहले तो उसे टॉप ऊपर करके जींस का बटन दिखाने को कहा गया और बाद में जिंस का बटन तोड़ने को कहा गया। इसके बाद चेकर का कहना था कि जींस की पॉकेट में धातु के बटन लगा है जिसके कारण बीप की आवाज आ रही है। आखिरकार राजेश चार किलोमीटर दूर जाकर बेटी के लिए लैगिंस लेकर आएं।
इस घटना को लेकर लोगों में उबाल है। कई माता-पिता का कहना है कि शिकायत करने के लिए कोई बेव साइट न पता नहीं लग पा रही है। तो कईयों का कहना था वह किसी पचड़े में नहीं पड़ना चाहते इसलिए वह कोई कंप्लेन नहीं करना चाहते हैं।