विकलांगता भी नहीं रोक पाई आईआईटी में एडमिशन लेने से
अगर जिंदगी में कुछ करने की इच्छा हो और कुछ पाने की चाह हो तो हमें दुनिया की कोई भी ताकत हमें उसे पाने से रोक नहीं सकती है।
बिहार के दो भाइयों के ऐसे ही जुनून ने उन्हें उस मुकाम तक पहुंचा दिया है जहां उन्होंने पहुंचने का सपना देखा था। सबसे बड़ी बात उनकी गरीबी और विकलांगता भी उनके इस राह में रोड़ा नहीं बनी।
आईआईटी
दोनों भाइयों ने सारी परेशानियों को अपनी पढ़ाई वाली जिंदगी से दूर रखते हुए इस साल आईआईटी में प्रवेश प्राप्त कर लिया है।
यहां तक पहुंचना इन दोनों भाइयों के लिए आसान नहीं था। दरअसल दो भाई वसंत कुमार पंडित और कृष्ण में से कृष्ण शारीरिक रूप से अशक्त था। बसंत अपने बड़े भाई को कंधे पर रखकर स्कूल लेकर जाता और उसके बाद उसे कोचिंग के लिए भी लेकर जाता था। लेकिन आईआईटी के लिए अपने हौसले को कम नहीं होने दिया।
कृष्ण ने जेईई में ओबीसी विकलांग कोटा से 38 वीं रैक हासिल कर आईआईटी में प्रवेश प्राप्त किया है। वहीं दूसरी ओर वसंत ने 3675 रैंक हासिल किया है। दोनों बिहार के समस्तीपुर के परोरिया गांव के रहने वाले है।
इनके पापा किसान है और मां गृहिणी है।