Bihar Shikshak Niyukti: स्कूल की जगह बनाई झोपड़ी, सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल
बिहार में शिक्षक भर्ती की दूसरी चरण की रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया बंद हो चुकी है। इस भर्ती में 70 हजार पदों के लिए विज्ञापन जारी किया गया था और अब कुल 1.22 लाख पदों के लिए योग्य उम्मीदवारों का चयन होगा।
Bihar Shikshak Niyukti: बिहार में शिक्षा का दुखद सच: सरकारी स्कूलों की कमियों से उठा पर्दा!
बिहार सरकार ने शिक्षकों की चयन प्रक्रिया को आगे बढ़ाते हुए टीचर रिजल्ट के बाद उनकी ज्वॉइनिंग जारी की है। टीआरई-1 के माध्यम से भर्ती की प्रक्रिया पूरी की गई और शिक्षकों को अपनी जगह पर नियुक्ति दी गई है। वहीं, दूसरे चरण के लिए रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया भी जारी है। विभिन्न स्कूलों में शिक्षकों की नौकरियों के लिए तैयारी जोरों पर चल रही है।
हालात कुछ ऐसे हैं कि बिहार की शिक्षा संस्थानों का सच्चाई में अवनति का सामना करना पड़ रहा है। हाल ही में एक वीडियो सोशल मीडिया पर प्रसारित हुआ, जिसमें एक शिक्षिका को उसके काम को झोपड़ी में रजिस्टर पर लिखते हुए देखा गया। उस स्कूल का नाम केवल झोपड़ी के नाम पर था, न कि किसी स्कूल के ठिकाने और छात्रों के साथ। यह वीडियो दिखाता है कि बिहार में शिक्षा की स्थिति चिंताजनक है।
ये बिहार के पश्चिम चम्पारण का प्राइमरी स्कूल गोबरही है, BPSC द्वारा चयनित शिक्षिका कार्यभार लेने पहुँची हैं.
बिहार में 5419 सरकारी स्कूलों के पास कोई भवन नहीं है. pic.twitter.com/KpjU4RvxL6
— Utkarsh Singh (@UtkarshSingh_) November 17, 2023
वीडियो में दिखाया गया है कि 5419 सरकारी स्कूलों के पास कोई भवन नहीं है, जिससे स्पष्ट होता है कि हजारों स्कूल बिना सहारे के चल रहे हैं। बीपीएससी ने अक्टूबर को टीआर रिजल्ट जारी किया था और शिक्षकों की नियुक्ति शुरू की गई थी, लेकिन अभी तक 90% सफल अभ्यर्थियों को नौकरियां मिल चुकी हैं।
बिहार में शिक्षक भर्ती की दूसरी चरण की रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया बंद हो चुकी है। इस भर्ती में 70 हजार पदों के लिए विज्ञापन जारी किया गया था और अब कुल 1.22 लाख पदों के लिए योग्य उम्मीदवारों का चयन होगा।
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