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7 कारण की क्यों कॉलेज वो नहीं जो आपने सोचा था
7 कारण की क्यों कॉलेज वो नहीं जो आपने सोचा था
कॉलेज की ज़िंदगी जीने के लिए हम सब कई सपने देखते है। सब सोच के रखते है कि दोस्तों के साथ क्या करेंगे और क्या नहीं। जानिए की ऐसा क्यों है
- इतने धक्के खाने के बाद जब कॉलेज में दाखिला होता है तब अधिकतर समय तो लोगो से जान पहचान करने में ही निकल जाता है।
- जब तक हम लोगो से घुलते मिलते है, तब तक परीक्षा और परियोजना कार्य बनाने का समय आ जाता है। तब सिर्फ पढाई और काम नज़र आता है।
- ज़्यादातर समय हम कॉलेज छात्रों के पास पैसे ही नहीं होते तो कही आना जाना हो ही नहीं पाता।
- घर में रहने वाले बच्चो को समय की पाबंदी होती है। चाहे वो जितने भी बड़े हो जाए, अपने माँ बाप के लिए रहते वो बच्चे ही है, इसिलए समय की सीमा भी होती है।
- हर कॉलेज में 75% हाज़री ज़रूरी है, जिसके कारण कक्षा में होना भी बहुत ज़रूरी है। और इसी कारण से हर इरादा वही चूर हो जाता है।
- जहाँ घर में रह रहे बच्चो के लिए पाबंदी होती है वही हॉस्टल में रह रहे बच्चो को नई जगह का दर। उनको मनाना बहुत ही मुश्किल होता है।
- दोस्तों के साथ प्लान बनाना मतलब हर किसी की अलग पसंद। और अक्सर अधितकर समय यही सोचने में गुज़र जाता है कि कहाँ जाए और क्या करे और अंत में कॉलेज की कैंटीन में समय गुज़रता है।
कॉलेज का समय एक ऐसा दौर है जहाँ हम बहुत कुछ सीखते है। नई जगह में ढलना, अनेक काम एक साथ संभालना, खुद को भविष्य के लिए तैयार करना – ये सब हम इसी समय में सीखते है। ये समय चाहे जितना भी मुश्किल क्यों न हो, इनका अपना एक अलग मज़ा होता है।
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