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Delhi news : 28% गर्भवती महिलाएं आयोडीन की कमी से प्रभावित, बच्चों के स्वास्थ्य पर हो सकता है खतरा

दिल्ली के जेजे क्लस्टर में रहने वाले करीब 28 फीसदी गर्भवती महिलाओं को आयोडीन युक्त नमक नहीं मिल पाता है। यह महिलाएं पोषण में आयोडीन की कमी से हाइपोथायरायडिज्म का शिकार हो जाती हैं और महिलाओं के गर्भ में पल रहे बच्चों की मौत तक हो सकती है।

Delhi news : जेजे क्लस्टर में 28% गर्भवती महिलाएं आयोडीन की कमी से बीमार, रहे इससे सावधान

Delhi news: दिल्ली के जेजे क्लस्टर में रहने वाले करीब 28 फीसदी गर्भवती महिलाओं को आयोडीन युक्त नमक नहीं मिल पाता है। यह महिलाएं पोषण में आयोडीन की कमी से हाइपोथायरायडिज्म का शिकार हो जाती हैं और महिलाओं के गर्भ में पल रहे बच्चों की मौत तक हो सकती है।

क्लस्टर में घर-घर सर्वेक्षण –

दिल्ली के कीर्ति नगर झुग्गी झोपड़ी क्लस्टर में घर-घर सर्वेक्षण कर 178 गर्भवती महिलाओं का चयन किया गया। यह सभी महिलाएं 28 सप्ताह की गर्भवती थी। राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण (एनएफएचएस)-3 के तहत इनमें तीसरी बार गर्भवती हुई महिलाओं को भी इसमे शामिल किया गया है। अध्ययन के परिणाम में 27.9 फीसदी गर्भवती महिलाओं में हाइपोथायरायडिज्म पाया गया है।

यह पोषण में आयोडीन की कमी से होने होता है। वहां 59.9 फीसदी गर्भवती महिलाओं में औसत यूआईसी 132.5 माइक्रोग्राम प्रति लीटर और इंटरक्वेर्टाइल रेंज (आईक्यूआर) 145 माइक्रोग्राम प्रति लीटर के साथ अपर्याप्त आयोडीन पोषण है। यदि यह बच्चे जन्म लेते हैं तो आगे चलकर कई तरह के शारीरिक व मानसिक विकार का शिकार हो सकते हैं। वहीं महिलाओं की थायराइड से प्रभावित हो सकती है। 

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जेजे क्लस्टर रहने वाली महिलाएं –

जेजे क्लस्टर या निम्न वर्ग परिवार में रहने वाली महिलाएं खाने में सामान्य नमक का इस्तेमाल करती हैं, जो कि गलत है। यहीं कारण है कि बाजार में बिकने वाले सभी नमक को अनिवार्य रूप से आयोडाइज्ड नमक किया जाना चाहिए। गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को विशेष रूप से आयोडीन की जरूरत होती है।

यह होता है नुकसान –

महिलाओं मे गर्भपात होने की आशंका बढ़ जाती है। और हो सकता है मरा हुआ बच्चा पैदा हो। जन्म के बाद बच्चों में मानसिक व शारीरिक समस्या  हो सकती है इससे बच्चों का विकास भी प्रभावित  होता है और महिलाओं में थायराइड होने का खतरा बना रहता है।

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