Delhi-Meerut Rapid Rail: नरेंद्र मोदी करेंगे देश की पहली रैपिड रेल के पहले चरण का उद्घाटन
देश की पहली रैपिड रेल के पहले चरण का उद्घाटन 20 या 21 अक्टूबर को होने की संभावना। रैपिड रेल के पहले चरण का उद्घाटन पीएम नरेंद्र मोदी कर करते हैं। अक्टूबर के अंत तक साहिबाबाद, गाजियाबाद, गुलधर, दुहाई और दुहाई डिपो समेत इन 5 स्टेशनों के बीच रेल चालू होने की संभावना है।
Delhi-Meerut Rapid Rail : तैयारियों का जायजा लेने मुख्यमंत्री योगी पहुचें गाजियाबाद
Delhi-Meerut Rapid Rail : अक्टूबर के आखिरी सप्ताह में होगा भारत की पहली रीजनल रैपिड रेल सेवा “रैपिडेक्स” का उद्घाटन। खबर है कि ये ट्रैन साहिबाबाद से दुहाई डिपो तक 5 स्टेशन का सफर तय करेगी।
बीजेपी के क्षेत्रीय अध्यक्ष सत्येंद्र सिसोदिया ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस महीने के अंत में भारत की पहली क्षेत्रीय रैपिड रेल सेवा “रैपिडेक्स ” का उद्घाटन कर सकते हैं। अक्टूबर के अंत तक साहिबाबाद, गाजियाबाद, गुलधर, दुहाई और दुहाई डिपो समेत इन 5 स्टेशनों के बीच रेल चालू होने की संभावना है।
दिल्ली से मेरठ का सफर अब और भी आसान
बीजेपी के क्षेत्रीय अध्यक्ष सत्येंद्र सिसोदिया के अनुसार, पीएम मोदी का कार्यक्रम 20 या 21 अक्टूबर को तय किया गया है। इसी बीच गुरुवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गाजियाबाद पंहुचकर स्वयं तैयारियों की जांच की। रैपिड रेल से दिल्ली, गाजियाबाद और मेरठ के निवासियों को काफी लाभ होगा। अधिकारीयों से मिली सुचना के मुताबिक अगले छह महीनों में “रैपिडेक्स” नेटवर्क में 25 किलोमीटर और बढ़ाये जाएंगे।
साहिबाबाद रेपिड रेल स्टेशन का निरीक्षण करने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गुरुवार को गाजियाबाद पहुंचे। उद्घाटन समारोह में पीएम मोदी साहिबाबाद स्टेशन के निकट स्थित, एक सभास्थल की रैली को भी सम्बोधित करेंगे। बीजेपी कार्यकर्ताओं के अनुसार एक लाख के करीब लोग पश्चिमी उत्तर प्रदेश से इस रैली में जुड़ेंगे।
रैपिड रेल के क्या है फायदे
खबर के मुताबिक रेल को प्रथम चरण में साहिबाबाद से दुहाई स्टेशन तक शुरू किया जाएगा। सुचना है कि इस रेल से न केवल समय की बचत होगी बल्कि इसका किराया भी अपेक्षाकृत काम होगा। परियोजना के पुरे होने पर दिल्ली से सराय काले खां का किराया 200 और साहिबाद तक का किराया 50 रुपये बताया जा रहा है। रैपिड रेल में एक बार में मेरठ से दिल्ली के बीच करीब आठ लाख लोग सफर तय कर सकते हैं लेकिन इतनी भारी भीड़ के बावजूद यात्री सेक्शन से रेवेन्यू बाधित रहने की आशंका है। जिसके लिए एनसीआरटीसी ने विज्ञापन जैसे अधिक वैकल्पिक रेवेन्यू सोर्स को तलाश रहा है।
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