Chidiyakhana Film Review: परिवार के साथ देखने वाली फिल्म है चिडियाखाना, दर्शकों को बहुत आएगी पसंद
फिल्म में रित्विक साहोरे लीड रोल में हैं। जिनका नाम फिल्म में सूरज हैं। इन से नाम पूछने पर सूरज बोलते हैं। सिर्फ सूरज सर नेम का पता नहीं हैं इनको। इस पर सूरज के दोस्त सूरज का बहुत मजाक उड़ाते हैं।
Chidiyakhana Film Review: सभी के किरदार इस फिल्म में हैं दमदार
Chidiyakhana Film Review: चिड़ियाखाना बहुत ही अच्छी फिल्म है। ये फिल्म आप अपने परिवार के साथ देख सकते हैं। इस फिल्म में रित्विक साहोरे लीड रोल में हैं। जिनका नाम फिल्म में सूरज हैं। इन से नाम पूछने पर सूरज बोलते हैं। सिर्फ सूरज सर नेम का पता नहीं हैं इनको। इस पर सूरज के दोस्त सूरज का बहुत मजाक उड़ाते हैं। राजेश्वरी सचदेव (विभा) सूरज की मां हैं। जो घर में जा – जा कर काम करती हैं। और किसी तरह अपना घर चलती है।
मां हमेशा शहर क्यों बदलती हो
सूरज हमेशा अपनी मां से पूछता है हम एक शहर में क्यों नहीं रहते हैं । हम बार बार शहर क्यों बदलते रहते हैं। हम किस से भाग रहे हैं। तब मां बोलती हैं बड़े शहर में अच्छी नौकरी मिलती है। तेरी पढ़ाई अच्छी तरह होगी यहां इसलिए शहर बदल दिया।
दोस्तो के साथ फुटबॉल का खेल
सूरज और उनकी मां बंदरगाह के चोटी बस्ती में रहतें हैं। और सूरज वहां के सरकारी स्कूल में पढ़ाई करता है। सूरज को फुटबॉल का बहुत शौक है। वो स्कूल के बाद अपने दोस्तों के साथ ग्राउंड में फुटबॉल खेलने जाता हैं। जहां सूरज की उसके क्लासमेट के साथ लड़ाई हो जाती है। जिस में सूरज बुरी तरह घायल हो जाता है। जब ये बात सूरज के मां को पता चलती है, तो वो सूरज की फुटबाल पंचर कर देती हैं। और कहती हैं आज से तेरा खेलना बंद। सिर्फ पढ़ाई पर ध्यान देगा तू ।
फुटबॉल ग्राउंड का लीज खत्म
लेकिन उसका, पढ़ाई में कम और खेलने में ज्यादा मन लगता है। वो अपनी मां की बात नहीं मानता है वो फिर खेलने जाता है। एक दिन ऐसे ही स्कूल के प्रिंसिपल के पास ग्राउंड के लीज खत्म होने का एक लेटर आता हैं। और उस लीज को सरकार दोबारा से रिन्यू नहीं करना चाहती है। ये बात जब प्रिंसिपल ने बच्चो को बताई तो सब हैरान हो गए। तभी उनके सामने एक शर्त रखी गई की इस स्कूल की एक भी टीम इस ग्राउंड पर फुटबॉल का खेल जीत जाती हैं तो ये ग्राउंड का लीज फिर से बढ़ा दिया जायेगा।
टीम के लिए की मेहनत
स्कूल के बच्चों ने अपनी टीम के लिए बहुत मेहनत की है। उनके कोच भी उनकी प्रैक्टिस के लिए जी जान लगा देते हैं। अंत में वे लोग मैच जीत जाते हैं। इस फिल्म के आगे की कहानी जानने के लिए आप लोग 2 जून को अपने नजदीकी सिनेमाघरों में अपने परिवार के साथ जरूर जाए।
फिल्म के कास्ट
इस फिल्म में कास्ट की बात करें तो लीड रोल में रित्विक साहोरे(सूरज)हैं। राजेश्वरी सचदेव(विभा), रवि किशन(बिक्रम) प्रशांत नारायणन(प्रताप)है। राजेश्वरी सचदेव का रोल बहुत ही बढ़िया और अपने परिवार की जिमेदारी उठाने वाली मां की है। तो वही रवि किशन का रोल भी बहुत ही शानदार है।