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Nipah Virus in kerala: केरल में बहुत तेज़ी से फेल रहा है निपाह वायरस, दो की हुई मौत
सेहत

Nipah Virus in kerala: केरल में बहुत तेज़ी से फेल रहा है निपाह वायरस, दो की हुई मौत

केरल में निपाह वायरस फैलने से स्वास्थ्य विभाग अलर्ट जारी किया है। जिसमें दो मौतों की सूचना से मस्तिष्क संक्रमण को लेकर चिंता बढ़ गई है।

Nipah Virus in kerala: किस जानवर से फैल रहा है केरल में निपाह वायरस

 


केरल राज्य में एक संक्रामक बीमारी तेज़ी से फैलती नज़र आ रही है जिसका नाम है “निपाह वायरस”, जिसका स्थानीय स्वास्थ्य विभाग ने अलर्ट जारी किया है। 

स्वास्थ्य विभाग ने सोमवार रात एक बयान में बताया कि स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने निपाह के खतरे को देखते हुए उच्च स्तरीय बैठक करके स्थिति की समीक्षा की है। केरल में पहले भी निपाह के मामले रिपोर्ट किए गए हैं।

निपाह वायरस एक जानवर से दूसरे जानवर और इंसानों के बीच फैल सकता है, और इसका प्रमुख स्रोत चमगादड़ों से होता है, लेकिन कुछ मामलों में इसका संक्रमण सुअर, बकरी, घोड़े जैसे अन्य जानवरों के माध्यम से भी हो सकता है। संक्रमित जानवरों के संपर्क में रहने वालों में इस संक्रमण का खतरा अधिक होता है। संक्रमित जानवर के शारीरिक तरल पदार्थ (रक्त, मल, पेशाब, या लार) के माध्य से इसका संक्रमण इंसानों को हो सकता है।

संक्रमित व्यक्ति के निकट संपर्क से बचना चाहिए, और सभी को इस संक्रमण से बचाव के उपायों का पालन करने की सलाह दी जाती है।

निपाह संक्रमण के लक्षण 14 दिनों के भीतर दिख सकते हैं, और इसके शुरुआती लक्षण बुखार और सिरदर्द हो सकते हैं, जो आम बीमारियों के साथ होते हैं। लेकिन बाद में, इसके लक्षण गंभीर हो सकते हैं और ब्रेन इंफेक्शन का खतरा हो सकता है। कुछ लोगों को यह संक्रमण भ्रम, भटकाव, बेहोशी, और श्वसन संबंधी समस्याएं भी हो सकती हैं।

निपाह संक्रमण का कोई विशेष इलाज नहीं है, लेकिन रोगियों को स्वास्थ्य बनाए रखने के लिए उपयुक्त उपचार दिया जाता है। इसमें बहुत सारा पानी पीना, आराम करना, और मतली को नियंत्रित करने के लिए दवाएं दी जाती हैं।

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