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Delhi Haj Committee: 'आप' को लगा बड़ा झटका, दिल्ली हज कमेटी पर इस पार्टी का कब्जा
पॉलिटिक्स

Delhi Haj Committee: ‘आप’ को लगा बड़ा झटका, दिल्ली हज कमेटी पर इस पार्टी का कब्जा

Delhi Haj Committee: ‘आप’ को हराकर बीजेपी ने जीता यह चुनाव, कौसर जहां बनी इस कमेटी की अध्यक्ष

  • कौसर जहां दिल्ली के इतिहास में अध्यक्ष का पद संभालने वाली दूसरी महिला हैं।
  • दिल्ली हज कमेटी की समिति में छह सदस्य शामिल हैं। आम आदमी पार्टी और भाजपा के दो-दो सदस्य हैं।
  • दिल्ली भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि यहां की जीत पार्टी में मुसलमानों के बढ़ते भरोसे को दर्शाती है।

Delhi Haj Committee: दिल्ली में आम आदमी पार्टी को बड़ा झटका लगा है। गुरुवार को बीजेपी की कौसर जहां को दिल्ली हज कमेटी का नया अध्यक्ष चुन लिया गया। सत्ता में आने के बाद यह पहली बार है जब आप ने दिल्ली हज कमेटी से अपना नियंत्रण खो दिया है।

आपको बता दें कौसर जहां दिल्ली के इतिहास में अध्यक्ष का पद संभालने वाली दूसरी महिला हैं। दिल्ली कांग्रेस के पूर्व प्रमुख ताजदार बाबर अब तक इस पद पर रहने वाली एकमात्र महिला थीं। समिति के सदस्यों ने नया अध्यक्ष चुनने के लिए मतदान प्रक्रिया में भाग लिया। इनमें मोहम्मद साद और जहान का समर्थन करने वाले पूर्व क्रिकेटर गौतम गंभीर भी शामिल थे।

वहीं दिल्ली हज कमेटी की समिति में छह सदस्य शामिल हैं। आम आदमी पार्टी और भाजपा के दो-दो सदस्य हैं। मुस्लिम धर्मशास्त्र विशेषज्ञ मोहम्मद साद और कांग्रेस पार्षद नाजिया दानिश, समिति के सदस्यों में भाजपा सांसद गौतम गंभीर भी शामिल हैं।

आपको बताए दिल्ली भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि जहां की जीत पार्टी में मुसलमानों के बढ़ते भरोसे को दर्शाती है। दिल्ली हज कमेटी की अध्यक्ष चुने जाने पर कौसर जहां को बधाई। दिल्ली हज कमेटी में भाजपा से संबद्ध उम्मीदवार की जीत से यह स्पष्ट हो गया है कि अब मुस्लिम समुदाय भी देश की विकास धारा नरेंद्र मोदी से जुड़ने के लिए उत्सुक है।

वहीं दिल्ली हज कमेटी की चेयरपर्सन कौसर जहां ने कहा कि पीएम मोदी की सरकार ने मुस्लिम समुदाय के अधिकारों के लिए लड़ाई लड़ी है। तीन तलाक पर प्रतिबंध के बाद महिलाएं सुरक्षित महसूस कर रही हैं। हज पर जाने वालों की परेशानी कम करने पर काम करना हम सबकी जिम्मेदारी है। उसी के अनुसार मामले निपटाए जाएंगे।

इससे पहले 6 जनवरी को दिल्ली में नई हज कमेटी का गठन किया गया था। इसमें बीजेपी के सांसद, आप के दो विधायक और कांग्रेस की एक पार्षद को शामिल किया गया था। उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने 3 साल के लिए हज कमेटी का गठन किया था। जिसमें बीजेपी सांसद गौतम गंभीर, आम आदमी पार्टी के 2 विधायक हाजी यूनुस और अब्दुल रेहमान शामिल हैं। इनके साथ ही कांग्रेस पार्षद नाजिया दानिश को भी कमेटी का सदस्य बनाया गया था।

दिल्ली हज कमेटी का अध्यक्ष नियुक्त किए जाने पर कौसर जहां ने कहा कि उपराज्यपाल वीके सक्सेना की ओर से अध्यक्ष पद और समिति के गठन के लिए नियुक्ति प्रक्रिया का निर्माण किया गया है। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी की सरकार ने मुस्लिम समुदाय के अधिकारों के लिए लड़ाई लड़ी है। तीन तलाक पर प्रतिबंध के बाद महिलाएं सुरक्षित महसूस कर रही हैं। हज पर जाने वालों की परेशानी कम करने पर काम करना हम सबकी जिम्मेदारी है।

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वहीं हाल ही में 11 जनवरी को केंद्र सरकार ने हज यात्रा को लेकर बड़ा फैसला किया था। हज के लिए सरकार की ओर से दिया जाने वाला वीआईपी कोटा खत्म करने की बात सामने आई थी। पहले हज यात्रा को लेकर कुछ आरक्षित सीटें दी जाती थीं, जिन्हें खत्म करने की कार्रवाई शुरू हो गई थी।

दरअसल, पहले राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री और हज समिति द्वारा आवंटित सीटों से करीब 500 लोग हज पर जा सकते थे। राष्ट्रपति कोटे से 100, उपाध्यक्ष कोटे से 75, पीएम कोटे से 75, अल्पसंख्यक कार्य मंत्री कोटे से 50, हज कमेटी ऑफ इंडिया को 200 सीटें मिलती थीं। लेकिन नई हज नीति के मसौदे में अब इसे खत्म किया जा रहा है।

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