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Working Moms: वर्किंग मॉम बने, सुपर मॉम नहीं - इन तरीको से कर सकती है घर और ऑफिस बैलेंस!
वीमेन टॉक

Working Moms: वर्किंग मॉम बने, सुपर मॉम नहीं – इन तरीको से कर सकती है घर और ऑफिस बैलेंस!

Working Moms: वर्किंग मॉम्स इन 5 तरीकों को फॉलो कर अपने ऑफिस और घर की बीच बना सकती है बैलेंस

  • आज के समय पर महिलाएं पुरुषों से कंधे से कंधा मिलाकर चलती हैं।
  • जाने कैसे पैंडेमिक वर्किंग मॉम्स के लिए एक वरदान बना।
  • वर्किंग मॉम्स इन तरीकों को फॉलो कर अपने ऑफिस और घर की बीच बना सकती है बैलेंस

Working Moms: एक समय था जब हमारे देश में महिलाओं को घर की चारदीवारी से बाहर जाने की अनुमति नहीं होती है वो सिर्फ और सिर्फ घर का काम करती और बच्चे सभालती। लेकिन आज समय बदल चुका है आज के समय पर महिलाएं पुरुषों से किसी भी मामले में कम नहीं है। आज के समय पर महिलाएं पुरुषों से कंधे से कंधा मिलाकर चलती हैं। वो अपना घर, ऑफिस, बच्चे, बड़ों, परिवार की ज़िम्मेदारी  एक साथ उठाती है। लेकिन पिछले कुछ समय से देश में लगा पैंडेमिक वर्किंग मॉम्स के लिए किसी वरदान ने कम नहीं है। क्योंकि पैंडेमिक के दौरान वर्किंग मॉम्स अपने ऑफिस के साथ- साथ अपने बच्चों  को भी अच्छी तरह देख पा रही थी। इससे उनकी जॉब तो बची ही और उन्होंने पैसो की भी बचत की , लेकिन इन दोनों जिम्मेदारियों को एक साथ संभालने के चक्कर में अब पेरेंट्स काफी ज्यादा एग्जॉस्ट हो चुके हैं। अब कहीं न कहीं उन्हें ब्रेक की जरूरत है क्योंकि इस दौरान मॉम्स पर प्रेशर इतना बढ़ गया है कि वो हर समय थका हुआ और सुस्त महसूरस करने लगी है। उन्हें हर समय थकान, वीकनेस, बच्चों पर चिल्लाना, इरिटेटेड रहना जैसी कई समस्याओं का समना करना पड़ रहा है। ये बात तो आप भी मानते होंगे किसी भी महिला के लिए घर, बच्चों और ऑफिस को एक साथ संभालना काफी ज्यादा मुश्किल है ऐसे हम उन वर्किंग मॉम्स के लिए कुछ टिप्स लेकर आए है वो अपने ऑफिस के साथ अपने बच्चों और घर को भी संभालती है तो चलिए विस्तार से जानते है उनके बारे में।

वर्किंग मॉम्स इन तरीकों को फॉलो कर अपने ऑफिस और घर की बीच बना सकती है बैलेंस

हेल्प लें: कोई भी महिला सुपर मॉम्स नहीं होती है और न ही ये दुनिया सुपर मॉम्स को कुछ एक्स्ट्रा क्रेडिट देती है। इसलिए आपके लिए कभी-कभार आराम भी बहुत ज्यादा जरूरी होता है। इसलिए आपको लिस्ट बनानी चाहिए और उसमे अपनी प्रायोरिटी लिखनी चाहिए। इससे आपको पता चल जाएगा कि क्या काम आपके लिए जरूरी है और किस काम को आप किसी और से करा सकती हैं।

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अपनी खुशियों पर फोकस करें: आपको हमेशा सबसे पहली अपनी खुशियों पर फोकस करना चाहिए। कब खुशी के दो पल बिताने हैं, काम को छोड़, इसका फैसला आप करें। क्योंकि वर्किंग मॉम्स का काम कभी खत्म नहीं होता है वो नॉनस्टॉप हमेशा अपने काम पर लगी रहती है। इस लिए आपको हमेशा एक तय समय तक अपनी जरूरतों पर फोकस करना चाहिए। ओवरबर्डन होने से ना आप खुद खुश रख पाएंगी, ना ऑफिस काम ठीक से कर पाएंगी और न ही अपने बच्चे का ध्यान अच्छे से रख पाएंगी।

पहले से प्लान बनाएं: आपको हमेशा अपने कामों को प्लानिंग के साथ करना चाहिए आपको अपने अगले दिन की प्लानिंग एक रात पहले ही क़र लेनी चाहिए। इससे आप पहले से रेडी रहेंगी कि आज आपको क्या काम पहले करना है और क्या काम आप बाद में कर सकते है। क्योंकि अचानक आए काम हमेशा स्ट्रेस बढ़ाते हैं।

कम्पेयर न करें: आपको खुद को कभी भी किसी के साथ भी कम्पेयर नहीं करना चाहिए। आप जो हैं जैसी हैं बेस्ट हैं। इसलिए आपको कभी भी सोशल मीडिया पर परफेक्ट मॉम के धोखे में नहीं आना चाहिए। साथ ही साथ आपको अपनी स्ट्रेंथ एंड वीकनेस की लिस्ट भी बनानी चाहिए और उसी के मुताबिक चलना चाहिए। साथ ही आपको हमेशा ध्यान रखना चाहिए कि कोई भी व्यक्ति परफेक्ट नहीं होता। इसलिए आप कैसे है वैसे बेस्ट है।

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मेंटल हेल्थ: सभी परेशानियों में से सबसे जरूरी है ये कि आप अपनी मेंटल हेल्थ का खास ख्याल रखें। अगर आपको लग रहा है कि आपको इलाज की जरूरत है तो आपको प्रोफेशनल्स की हेल्प लेनी चाहिए। साइकोलॉजिस्ट्स और एक्सपर्ट्स आपको इस तरह की परेशानी में राहत पाने में हेल्प करेंगे। लेकिन सबसे जरूरी है कि पहला कदम आपको ही उठाना पड़ेगा।

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