सोशल मीडिया और न्याय की मांग में पीसती महिला- राबिया सैफी रेप केस
27 अगस्त को राबिया सैफी की निर्मम हत्या उसके पति ने कर दी
देश की राजधानी में जहां हर तरह के नियम कानून बनाए जाते हैं हर तरह के फैसले लिए जाते हैं। उसी राजधानी में महिलाओं की सुरक्षा पर लगातार सवाल उठाते रहे हैं। पिछले दो महीने में तीसरी बार किसी लड़की के साथ ऐसी घिनौनी हरकत की गई। जिसने एक बार फिर राजधानी की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल या निशान लगा दिया है।
दरअसल 27 अगस्त को संगम विहार की राबिया सैफी के साथ सामूहिक दुष्कर्म के साथ निर्मम हत्या कर दी गई। जिसकी खबर मुख्यधारा की मीडिया से कुछ दिनों तक गायब रही। लेकिन ट्विटर पर लगातार हुए #justiceforrabiya के ट्रेंड करने के बाद यह सारी बात आम लोगों तक पहुंची। जिसके बाद देश के अलग-अलग हिस्सों में न्याय की मांग उठने लगी। वहीं दूसरी ओर इस मामले में लोगों का कहना है कि चूंकि लड़की मुस्लिम थी इसलिए पर कोई एक्शन नहीं लिया गया।
इस पर ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन के राष्ट्रीय अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने ट्वीट कर बेहतर जांच की मांग की थी
Prayers with Rabiya’s family. Criminals must get strictest punishment. Her family also deserves to know how/why she was killed. MIM Delhi Pres @KaleemulHafeez has been with her family since day 1. Rabiya worked for Delhi govt, she deserves better than tokenism #JusticeForRabiya
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) September 4, 2021
प्राची नाम की एक यूजर्स ने लिखा है कि आपका शांत रहना कोई बड़ी मुसीबत खड़ी कर सकता है। किसी भी पीडिता का धर्म मत देखो वह देश की बेटी थी और देश की सेवा कर रही थी।
Your silence may lead your life to destruction someday.
Do not look at the religion of the victim, she was daughter of India, serving the nation as a Civil Defence worker.#JusticeForRabiya #Ndtvindia pic.twitter.com/7tHW0dyLCr— Prachi (@PrachiGolait) September 4, 2021
वाहिद पासा नाम के यूजर ने लिखा है मुख्यधारा की मीडिया इस मुद्दे पर चुप क्यों हैं।
Why is the news media silent on Rabiya murder? #JusticeForRabiya pic.twitter.com/NZbwBJicaE
— Waheed Pasha (@WaheedP42585444) September 5, 2021
शाहिद रजा ने लिखा है कि जब पुलिस की नौकरी करने वाली लड़की ही सुरक्षित नहीं है तो बाकी की महिलाएं कैसी सुरक्षित रह सकती है?
When women are not safe in police.
So how will other women be safe? Hang the rapist straight away.#JusticeForRabiya#राबिया_के_कातिलों_को_फांसी_दो pic.twitter.com/8n3AXyRaa5— Mohd Basid 2.2k (@mo_basid786) September 4, 2021
ऐसे में सोचने वाली बात यह कि आज की डिजिटल दुनिया में हम किसी भी घटना को सोशल मीडिया पर ट्रेंड करा के सब तक पहुंचा सकते हैं। लेकिन कब तक हम ऐसे न्याय की मांग करते रहेगें।
किसी भी रेप की घटना के बाद उसके धर्म और जात वाले ऐंगल से चीजें बदल नहीं रही है। आज किसी जाति विशेष या धर्म विशेष की लड़की के साथ हुआ कल हम में से किसी के घर में भी ऐसी घटना हो सकती है। इसलिए जरुरी है कि ऐसी घटनाओं पर एकजुट होकर इसका विरोध करें।
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अगर हम एनसीआरबी के आंकड़ों की बात करें तो देश में प्रतिदिन 87 रेप हो रहे हैं। ऐसे में हमारे देश की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठना तो लाजिमी है। राबिया के केस में यह देखने को मिलता है कि एक डिफेंस ऑफिसर के साथ ऐसी घटना कहीं न कहीं महिलाओं के अंदर डर पैदा कर रही है।
रबिया दिल्ली के संगम बिहार में रहती थी और लाजपत नगर में पोस्टेट थी और उसके साथ दुष्कर्म फरीदाबाद में हुआ। राबिया की सिर्फ निर्मम हत्या नहीं की बल्कि उसके शरीर के अंगों को भी काट दिया गया।
खबरों की मानें तो इस हत्या में राबिया सैफी का पति निजामुउद्दीन के अलावा अन्य लोग शामिल थे। जिन्हें पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। वहीं दूसरी ओर उनके परिवार का कहना है कि राबिया की शादी नहीं हुई थी।
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