Notice: Function _load_textdomain_just_in_time was called incorrectly. Translation loading for the rank-math domain was triggered too early. This is usually an indicator for some code in the plugin or theme running too early. Translations should be loaded at the init action or later. Please see Debugging in WordPress for more information. (This message was added in version 6.7.0.) in /home/admin/domains/hindi.oneworldnews.com/public_html/wp-includes/functions.php on line 6114

Notice: Function _load_textdomain_just_in_time was called incorrectly. Translation loading for the hustle domain was triggered too early. This is usually an indicator for some code in the plugin or theme running too early. Translations should be loaded at the init action or later. Please see Debugging in WordPress for more information. (This message was added in version 6.7.0.) in /home/admin/domains/hindi.oneworldnews.com/public_html/wp-includes/functions.php on line 6114
ऑर्गैनिक साड़ी: इको फ्रेंडली होने के साथ-साथ ट्रेंडी भी
लाइफस्टाइल

ऑर्गैनिक साड़ी: इको फ्रेंडली होने के साथ-साथ ट्रेंडी भी

ऑर्गैनिक साड़ियों का इस्तेमाल करें और बन जाएँ ट्रेंडी


आजकल शादियों का माहौल है और अगर ऐसे में बात हो फैशन से रिलेटेड और साड़ियों की बात ना करें तो कुछ अटपटा-सा लगता है। वहीँ बात अगर ऐसे फैशन की, जो इको फ्रेंडली होने के साथ-साथ ट्रेंडी भी हो तो भला इससे अच्छी बात और क्या होगी! आजकल महिलाएं अपना फैशन स्टेटमेंट बनाये रखने के लिए कर रही हैं ऑर्गैनिक साड़ी का उपयोग। हाल ही में कुछ सालों में ऑर्गैनिक शब्द सुनने को मिला, जिसकी आज पहुंच बढ़कर अब फूड से लेकर साड़ियों तक हो गई है। इसीलिए इन दिनों ऑर्गैनिक साड़ी का क्रेज भी काफी बढ़ गया है और जवां से लेकर मध्यम उम्र की महिलाएं भी इसे पसंद कर रही हैं। इन साड़ियों की खास बात ये है कि इसे उस कपास से तैयार किया जा रहा है, जिसमें किसी तरह के केमिकल फर्टिलाइजर का इस्तेमाल नहीं किया जाता है।

ऑर्गैनिक साड़ी
ऑर्गैनिक साड़ी

आइये जानते हैं कि आखिर आर्गेनिक साड़ियों में ऐसा क्या है स्पेशल:- 

  • क्या है ऑर्गैनिक साड़ी

इन दिनों ऑर्गैनिक साड़ी का क्रेज बढ़ता ही जा रहा है। ऑर्गैनिक का मतलब है कि पहले जमीन को ऑर्गैनिक तरीके से तैयार किया जाता है। 3 साल तक उसे नैचुरल खाद से उपजाऊ बनाया जाता है। जब यहां कपास उगाई जाती है तो वह ऑर्गैनिक हो जाती है। फिर इसी कपास से साड़ी को तैयार किया जाती है, जो ऑर्गैनिक साड़ी कहलाती है। इन्हें पहनकर आप खुद को जमीं से एक अलग ही जुड़ाव महसूस करती हैं। इनके डिजाइंस इतने खूबसूरत होते हैं कि आप देखकर दंग रह जाएंगी।

ये भी पढ़े : साल की बेहतरीन 5 कुर्तियाँ जो रही सबसे ज्यादा ट्रेंड में

  • नो केमिकल, सिर्फ नैचरल

जब कॉटन को ऑर्गैनिक तरीके से उगाया जाता है, तो इनसे बनने वाले कपड़े भी ऑर्गैनिक ही होते हैं। इन्हें डाई करते वक्त केमिकल फ्री, नैचरल और वेजिटेबल रंगों का इस्तेमाल किया जाता है। ये रंग फूलों, पत्तियों और उनके बीजों से बनाए जाते हैं। ऐेसे में ये साड़ी नॉन-एलर्जिक और नॉन-टॉक्सिक होती हैं। वैसे देखा जाये तो कॉटन की साड़ी में आयरन और स्टार्च मुश्किल से होता है। इसी वजह से इसमें ऐसा टेक्सचर बनाया कि साड़ी बंधने पर भी कड़ी न होकर शिफॉन या जॉर्जट की तरह लुक दे। इसे मेंटेन करना भी आसान होता है।

  • आधुनिक महिलाओं की पसंद

इनके डिजाइंस में इस बात का खास ख्याल रखा जाता है कि ये आजकल की आधुनिक महिलाओं के टेस्ट के हिसाब से बनाई गयी है। इनकी कीमत 4 हजार से शुरू होकर 40 हजार तक की हैं। हर साल इन साड़ियों की 2 क्लेक्शन आते हैं, जिनसे सब इनसे रूबरू हो पाएं। हाल ही में ‘मुंबई मेरी जान’कलेक्शन लॉन्च हुआ, जिसकी प्रेरणा मुंबई शहर से मिली थी। ‘वर्किंग वुमन, डॉक्टर, टीवी प्रजेंटर, लॉयर्स, टीचर्स वगैरह इसे काफी पहन रही हैं। किसी भी त्योहार पर जैसे दिवाली, दशहरा और तीज जैसे पर्व पर साड़ी खरीदें तो स्टोन या एम्ब्रॉयडरी वाली साड़ियाँ लेकर ऑर्गेनिक साड़ी खरीदी।

ऑर्गैनिक साड़ी
ऑर्गैनिक साड़ी
  • सोशल नेटवर्किंग से जुड़ीं

ऐसी कई वीमेन हैं जो कॉटन साड़ी के अलावा कोई भी और फैब्रिक नहीं पहनती लेकिन आजकल वहीँ औरतें ऑर्गैनिक साड़ी को पहनने पर तव्वजो देती हैं। किसी भी चीज़ में बदलाव लाने के लिए बदलाव का हिस्सा बनना भी जरुरी होता है। अगर आप ये साड़ियाँ खरीदते हैं तो इससे बुनकरों को भी फायदा होगा। उन्हें एक साड़ी बनाने में कई दिन लग जाते हैं, तो उनकी इस मेहनत के बदले अगर इन साड़ियों की डिमांड बढ़ती है, तो उन बुनकरों के लिए भी अच्छा है।

  • फैशनेबुल के साथ-साथ स्किन फ्रेंडली

ऑर्गैनिक साड़ियां आपकी स्किन को किसी भी तरह से नुकसान नहीं पहुंचाती। सिर्फ ऑर्गैनिक साड़ी ही नहीं, बल्कि अगर आप आर्गेनिक कुर्ती, स्टोल या जो भी कपड़े पहनते हैं, ये आपके लिए कंफर्टेबल होता है। सिंथेटिक फैब्रिक से एलर्जी, रेडनेस इचिंग जैसी दूसरी प्रॉब्लम्स हो सकती हैं, लेकिन ऑर्गैनिक से आप हर तरह की स्किन प्रॉब्लम से बच जाते हैं।

Have a news story, an interesting write-up or simply a suggestion? Write to us at info@oneworldnews.in

Back to top button