नए बैंक रैपो रैट से होम लोन लेने वालों को होगा फायदा
नए बैंक रैपो रैट से होम लोन लेने वालों को होगा फायदा
नए बैंक रैपो रैट से होम लोन लेने वालों को होगा फायदा:- कुछ दिनों पहले ही रिजर्व बैंक के गर्वनर बनें उर्जित पटेल आजकर खूब सुर्खियों बटोर रहें है। कल मैट्रिक नीति के तहत घटाएं गए रैपों को देखते हुए कुछ लोगों ने पटेल का चमचा कह डाला। लेकिन सिर्फ मैट्रिक नीति के तहत रैपो रेट घटाने से वह चमचा कैसे बन गए। जबकि रैपो रेट घटने से आम जनता को फायदा होगा।
0.25 प्रतिशत घटा रैपो रेट
कल ही इकोनॉमिक को मजबूत करने के लिए रैपो रेट को छह साल में सबसे कम किया गया है। बैंक ने रैपो रेट 6.50 से घटाकर 6.25 कर दिया है। यह नए गर्वनर के कार्यकाल में पहली बारी हुआ है।
सारा कार्यभार उर्जित पटेल ने अपने हाथ में रखा था लेकिन रेपो रैट नई मैट्रिक नीति की कमेटी के द्वारा निर्धारित किए गए।
बहरहाल, सुप्रीम कोर्ट ने यह खुलासा नहीं किया है कि छह मजबूत कमेटी में से किस- किस ने वोट किया था।
होम लोन लेने वाले को मिलेगा फायदा
अगर रिजर्व बैंक के संदेश के मुताबिक अगर ब्याज दरों में कटौती करते हैं तो इसका फायदा नए होम लोन लेने वाले लोगों को काफी फायदा होगा।
देश की सबसे बड़ी बैंक एसबीआई एक साल के होम लोन के लिए अभी 9.05 प्रतिशत और तीन साल से अधिक के लिए 9.20 प्रतिशल ब्याज ले रहा है। इसका साफ मतलब यह है कि जिन लोगों ने मई 2016 में होम लोन लिया होगा उनका रेट एक साल तक फिक्स रहेगा भले ही आरबीआई के हालिया रेट कट के बाद बैंक अपनी दरें घटा दें। अप्रैल 2017 के बाद बॉरोअर से उस समय के मुताबिक होम लोन पर ब्याज दरें वसूली जाएंगी।
हालंकि नए ग्राहकों को कम रेट पर होम लोन मिलेगा, बशर्ते बैंक ब्याज दरें जल्द घटाएं। हालंकि उनकी दर्रे भी एक साल या 6 महीने के लिए फिक्स रहेगी। यह बैंकों के साथ उनके समझौते की वजह से होगा।
एसबीआई की चैयरमैन अरुंधति भट्टाचार्य ने कहा बैंक सिंस्टम में कैश के मुताबिक ब्याज दरों में कमी का फायदा ग्राहकों को देते रहेंगे। इसका मतलब यह है कि सिस्टम में पर्याप्त कैश होने पर ही बैंक ब्याज दरों को घटाएंगे अभी तक बैंक सिस्टम में 60,000 से 70,000 करोड़ का सरप्लस कैश है।