भारत

Hindi News Today: भारत की बड़ी नियुक्तियाँ, रूस के साथ रक्षा साझेदारी और IBCA में नई एंट्री

रूस दौरे से पहले भारतीय निजी रक्षा कंपनियों के अधिकारियों ने रूसी हथियार निर्माताओं के साथ संयुक्त उद्यम (Joint Venture) की संभावनाओं पर चर्चा की। पुतिन की हालिया भारत यात्रा के साथ यह रक्षा सहयोग और मजबूत होने की उम्मीद जताई जा रही है।

Hindi News Today: भारत-रूस रक्षा साझेदारी: नए संयुक्त प्रोजेक्ट्स की बड़ी तैयारी

Hindi News Today: केंद्रीय सूचना आयोग (CIC) में खाली पदों को भरने की प्रक्रिया अब तेज़ हो गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता वाली तीन सदस्यीय चयन समिति बुधवार को बैठक कर सकती है, जिसमें नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी भी शामिल होंगे। सरकार ने सुप्रीम कोर्ट को पहले ही जानकारी दी थी कि अगले मुख्य सूचना आयुक्त और सूचना आयुक्तों के चयन के लिए समिति 10 दिसंबर को बैठक करेगी।  फिलहाल मुख्य सूचना आयुक्त का पद खाली है, क्योंकि हीरालाल सामरिया सितंबर में 65 वर्ष की आयु पूरी होने पर रिटायर हो गए। आयोग में अधिकतम 10 आयुक्त हो सकते हैं, लेकिन वर्तमान में सिर्फ दो आनंदी रामलिंगम और विनोद कुमार तिवारी ड्यूटी पर हैं।  सूचना का अधिकार अधिनियम के तहत प्रधानमंत्री इस चयन समिति के प्रमुख होते हैं, जिसमें विपक्ष के नेता और प्रधानमंत्री द्वारा नामित केंद्रीय मंत्री भी शामिल रहते हैं। आवेदन प्रक्रिया, शॉर्टलिस्टिंग और अंतिम चयन एक विस्तृत सर्च मैकेनिज़्म के ज़रिए पूरा होता है।

भारत–रूस रक्षा साझेदारी में नई तेज़ी

रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की हालिया भारत यात्रा केवल राजनीतिक संबंधों के लिहाज़ से ही नहीं, बल्कि रक्षा साझेदारी के दृष्टिकोण से भी अहम साबित हुई। रिपोर्ट्स के अनुसार, भारतीय रक्षा उद्योग की निजी कंपनियों जैसे अडानी डिफेंस और भारत फोर्ज के अधिकारी रूस में मौजूद थे और रूसी हथियार कंपनियों के साथ संयुक्त उद्यम शुरू करने पर चर्चा कर रहे थे। यह बैठक अक्टूबर के अंतिम दिनों में हुई बताई जा रही है, यानी पुतिन की भारत यात्रा से लगभग एक महीना पहले।

ग्लोबल डिफेंस मैन्युफैक्चरिंग हब

 भारत का लक्ष्य अब सिर्फ हथियार खरीदने वाला देश नहीं, बल्कि ग्लोबल डिफेंस मैन्युफैक्चरिंग हब बनना है। वर्तमान में भारतीय सैन्य उपकरणों में रूस की हिस्सेदारी लगभग 36% है। चर्चा में मिग-29 के स्पेयर पार्ट्स, रूसी एयर डिफेंस सिस्टम और वेपन कंपोनेंट्स भारत में बनाने के प्रस्तावों पर भी बात हुई।  हालांकि कंपनियों ने आधिकारिक तौर पर बैठक में शामिल होने से इनकार किया है, लेकिन सूत्र बताते हैं कि इस मीटिंग में सरकारी रक्षा कंपनियों और मिलिट्री AI स्टार्टअप्स ने भी हिस्सा लिया था। पुतिन की यात्रा के दौरान दोनों देशों ने एडवांस डिफेंस टेक्नोलॉजी के ज्वाइंट रिसर्च और को-प्रोडक्शन पर सहमति भी जताई।

Read More: Alexander Hamilton: हैमिल्टन बर्थडे 2026, अमेरिकी लोकतंत्र और अर्थव्यवस्था के निर्माता का सम्मान

 International Big Cat Alliance

भारत की पहल पर बने International Big Cat Alliance (IBCA) में अब रूस भी शामिल होने जा रहा है। यह 7 बड़ी बिल्लियों बाघ, शेर, तेंदुआ, हिम तेंदुआ, चीता, जगुआर और प्यूमा के संरक्षण के लिए एक वैश्विक प्रयास है। प्रधानमंत्री मोदी ने इसकी घोषणा 2023 में प्रोजेक्ट टाइगर के 50 वर्ष पूरे होने पर की थी।  इस गठबंधन का मुख्यालय दिल्ली में है और सरकार ने पहली पाँच वर्षों के लिए 150 करोड़ रुपये का बजट रखा है। दुनिया की बड़ी बिल्लियों में से 6 आज संकटग्रस्त हैं, ऐसे में विशेषज्ञता साझा करना और पॉलिसी सहयोग इस संगठन का मुख्य उद्देश्य है।  भारत दुनिया के 75% बाघों का घर है 1970 में जहाँ इनकी संख्या 1,800 तक गिर गई थी, वहीं आज यह 3,600 से अधिक हो चुकी है। रूस IBCA का 19वां सदस्य बनेगा। हालांकि चीन, पाकिस्तान और अमेरिका अभी इस गठबंधन से बाहर हैं।

सिलीगुड़ी कॉरिडोर ब्लॉक

उधर सुप्रीम कोर्ट में उत्तर-पूर्वी दिल्ली दंगों से जुड़े यूएपीए मामले की सुनवाई के दौरान अदालत ने शरजील इमाम के “सिलीगुड़ी कॉरिडोर ब्लॉक” वाले बयान को आपत्तिजनक माना।  शरजील की ओर से कहा गया कि उनके भाषणों के अन्य हिस्सों में उन्होंने लोगों से शांतिपूर्ण विरोध और संविधान की मर्यादा बनाए रखने की अपील की थी।  वकील सिद्धार्थ दवे का तर्क था कि न तो दंगों में शरजील की कोई भूमिका सिद्ध हुई और न ही वह घटना के वक्त मौके पर मौजूद थे। उनके खिलाफ पहले दर्ज मामलों में उन्हें जमानत मिल चुकी है, इसलिए अब उन्हें आतंकवाद विरोधी क़ानून के तहत दोबारा मुक़दमे का सामना नहीं करना चाहिए।  सुनवाई के दौरान दवे ने फ़ैज़ अहमद फ़ैज़ की कविता की एक लाइन पढ़कर कहा   “लंबी है ग़म की शाम, मगर शाम ही तो है

We’re now on WhatsApp. Click to join.

अगर आपके पास भी हैं कुछ नई स्टोरीज या विचार, तो आप हमें इस ई-मेल पर भेज सकते हैं info@oneworldnews.com

Back to top button