Syria Civil War: सीरिया के राष्ट्रपति बशर अल-असद देश छोड़ भागे रूस, पुतिन ने दी राजनीतिक शरण
सीरिया में पिछले 11 दिनों से विद्रोही गुटों और सेना के बीच कब्जे के लिए लड़ाई चल रही थी जहां विद्रोही लड़ाकों ने रविवार को राजधानी दमिश्क पर भी कब्जा कर लिया जिसके बाद सभी सड़कों पर गोलीबारी कर जीत का जश्न मनाते नजर आए।
Syria Civil War: विद्रोही लड़ाकों ने राजधानी दमिश्क पर किया कब्जा, 27 नवंबर को हुई थी हमले की शुरुआत
Syria Civil War: सीरिया में राष्ट्रपति बशर अल-असद का तख्तापलट कर दिया गया है। सीरिया की राजधानी दमिश्क पर विद्रोहियों के कब्जे के साथ ही असद परिवार के 50 साल के शासन का खात्मा हो गया और वो भी महज कुछ ही घंटों में। राष्ट्रपति असद देश छोड़कर रूस भाग गए हैं जिन्हें राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने राजनीतिक शरण दी है। रूस की समाचार एजेंसियों की खबरों के अनुसार सीरिया के अपदस्थ राष्ट्रपति बशर अल-असद अपने परिवार के साथ मॉस्को पहुंच गए हैं और उन्हें शरण दी गई है। इससे कुछ घंटे पहले ही विद्रोहियों ने राजधानी दमिश्क में घुसकर असद परिवार के 50 साल के शासन का अंत कर दिया था।
विद्रोही लड़ाकों ने राजधानी दमिश्क पर किया कब्जा
सीरिया में पिछले 11 दिनों से विद्रोही गुटों और सेना के बीच कब्जे के लिए लड़ाई चल रही थी जहां विद्रोही लड़ाकों ने रविवार को राजधानी दमिश्क पर भी कब्जा कर लिया जिसके बाद सभी सड़कों पर गोलीबारी कर जीत का जश्न मनाते नजर आए। दमिश्क में चौराहों पर जश्न मनाती हुई भीड़ इकट्ठा हुई और सीरियाई क्रांतिकारी ध्वज लहराया जिससे ‘अरब स्प्रिंग’ विद्रोह के शुरुआती दिनों की याद ताजा हो गई। असद और अन्य शीर्ष अधिकारियों की कोई खबर न होने के बाद अनेक लोगों ने राष्ट्रपति भवन और असद परिवार के आवास में तोड़फोड़ की।
MEA ने जारी की एडवाइजरी
दूसरी ओर सीरिया में जारी बवाल के बीच भारत ने अपने नागरिकों को वहां की यात्रा से बचने की सलाह दी है। साथ ही सीरिया में रह रहे नागरिकों से सावधानी बरतने की अपील की है।
2000 में सत्ता पर आसीन हुए थे असद
असद 2000 में सत्ता पर आसीन हुए थे। उनके पिता बशर के सबसे बड़े भाई बासिल अल असद को अपना उत्तराधिकारी बनाने की कोशिश में थे, लेकिन 1994 में दमिश्क में एक कार दुर्घटना में बासिल की मौत हो गई। बशर-अल- असद पर गृहयुद्ध के दौरान युद्ध अपराध और मानवता के विरुद्ध अपराध का आरोप लगाया गया है, जिसमें 2013 में राजधानी के बाहरी इलाके में रासायनिक हथियारों से हमला भी शामिल है। रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने कहा कि उन्हें ‘‘सीरियाई लोगों के लिए खेद है।’’ रूस असद का मुख्य समर्थक है।
27 नवंबर को हुई थी हमले की शुरुआत
सीरिया में विद्रोहियों के अप्रत्याशित हमले की शुरुआत 27 नवंबर को हुई थी जब बंदूकधारियों ने सीरिया के सबसे बड़े उत्तरी शहर अलेप्पो और देश के चौथे सबसे बड़े शहर हमा पर कब्जा कर लिया था। असद की सरकार के रविवार को गिरने के साथ ही सत्ता पर काबिज रहने के उनके लगभग 14 साल के संघर्ष का नाटकीय अंत हो गया। सीरियाई गृहयुद्ध में लगभग पांच लाख लोग मारे गए हैं और देश की आधी आबादी विस्थापित हो गई है। जैसे-जैसे विद्रोह गृहयुद्ध में तब्दील होता गया, लाखों सीरियाई लोग सीमा पार करके जॉर्डन, तुर्किये, इराक और लेबनान और यूरोप की ओर भाग गए।