विदेश

China: कोरोना के बाद फिर चीन में महामारी का खतरा! बच्चों में फैल रही रहस्यमयी बीमारी

चीन के शहर बीजिंग और लियाओनिंग के अस्पतालों में अचानक से बीमार बच्चों के भर्ती होने की संख्या में इजाफा हुआ है। यहां स्वास्थ्य अधिकारियों ने बताया कि ज्यादा भर्ती मरीजों से अस्पताल के संसाधनों पर अत्यधिक दबाव पड़ रहा है। 

China: चीन में एक नई महामारी दे रही दस्तक! WHO ने मांगी जानकारी 


चीन के शहर बीजिंग और लियाओनिंग के अस्पतालों में अचानक से बीमार बच्चों के भर्ती होने की संख्या में इजाफा हुआ है। यहां स्वास्थ्य अधिकारियों ने बताया कि ज्यादा भर्ती मरीजों से अस्पताल के संसाधनों पर अत्यधिक दबाव पड़ रहा है। 

चीन में अभी भी लोग कोरोना वायरस के मामलों से जूझ रहे हैं। कोरोना से हुई हानि से चीन अभी पूरी तरह उभर भी नहीं पाया है कि इस बीच, यहां एक और बीमारी तेजी से फैल रही है। यहां के स्कूलों में रहस्यमयी निमोनिया (Pneumonia) का प्रकोप फैल रहा है। इससे अस्पतालों में भर्ती हो रहे बच्चों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। यह चिंताजनक स्थिति कोविड संकट के शुरुआती दिनों की याद दिलाती है। मरीजों की बढ़ती संख्या स्वस्थ अधिकारियों के लिए चिंता का विषय बन गई है। इस बीमारी से ज्यादातर बच्चे शिकार हो रहे हैं। 

चीन में हो सकते है स्कूल बंद 

500 मील उत्तर-पूर्व में बीजिंग और लियाओनिंग के अस्पतालों में अचानक से बीमार बच्चों के भर्ती होने की संख्या में बढ़ोतरी हुई है। यहां स्वास्थ्य अधिकारियों ने बताया कि ज्यादा भर्ती मरीजों से अस्पताल के संसाधनों पर अत्यधिक दबाव पड़ रहा है। जानकारी से पता चलता है कि प्रकोप के कारण स्कूल बंद होने वाले हैं लेकिन अभी तक इस बात की पुष्टि नहीं हुई है। 

Read More: India-China Relation: अजीत डोभाल जोहान्सबर्ग में फ्रेंड्स ऑफ ब्रिक्स मीटिंग में हुए शामिल, सीमा विवाद सहित कई मुद्दों पर हुई चर्चा

रिपोर्ट के अनुसार बताया जा रहा है कि ये बीमारी निमोनिया जैसी है लेकिन इसके लक्षण थोड़े अलग है। इस बीमारी में बच्चों के फेफड़ों में सूजन, तेज़ बुखार और कुछ असामान्य लक्षण देखें जा रहे है। हालांकि इससे प्रभावित बच्चों में खांसी, फ्लू, आरएसवी और सांस की बीमारी से जुड़े लक्षण नहीं है। 

WHO ने मांगी जानकारी

निमोनिया जैसे बढ़ते इस खतरे पर विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने कहा है कि सांस की इस बीमारी के जोखिम को कम करने के लिए लोग तमाम तरह के दिशा-निर्देशों का पालन करें। साथ ही डब्ल्यूएचओ ने बच्चों में निमोनिया के क्लस्टर पर विस्तृत जानकारी के लिए चीन से ज्यादा जानकारी देने के लिए आधिकारिक अनुरोध किया है। डब्ल्यूएचओ ने कहा कि अक्टूबर के मध्य से उत्तरी चीन में पिछले तीन सालों की इसी अवधि की तुलना में इन्फ्लूएंजा जैसी बीमारी में वृद्धि दर्ज की गई है। फिलहाल इसे निमोनिया का ही नाम दिया जा रहा है। 

 बीमारी ले सकती है महामारी का रूप 

ओपन-एक्सेस सर्विलांस प्लेटफॉर्म प्रोमेड ने चीन में फैल रहे इस निमोनिया पर कहा है कि खासतौर से बच्चों को प्रभावित करने वाली ये बीमारी एक महामारी में भी बदल सकती है। दिसंबर 2019 के अंत में जारी एक प्रोमेड अलर्ट ने एक नए वायरस के बारे में एक चेतावनी दी थी। इसे बाद में सार्स-सीओवी-2 के रूप में पहचाना गया। प्रोमेड (ProMed ) ने कहा कि यह रिपोर्ट एक अज्ञात सांस की बीमारी के व्यापक प्रकोप की चेतावनी देती है। यह बिल्कुल स्पष्ट नहीं है कि यह प्रकोप कब शुरू हुआ लेकिन इतने सारे बच्चों का इतनी जल्दी प्रभावित होना सामान्य बात नहीं है। रिपोर्ट में कहा गया कि यह अनुमान लगाना जल्दबाजी होगी कि क्या यह एक और महामारी हो सकती है, लेकिन हमें अभी से सावधानी बरतनी चाहिए।

अगर आपके पास भी हैं कुछ नई स्टोरीज या विचार, तो आप हमें इस ई-मेल पर भेज सकते हैं info@oneworldnews.com

Back to top button