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women empowerment: गलवान घाटी में शहीद हुए सैनिक की पत्नी ने पास किया आर्मी टेस्ट, जाने उन शहीदों की पत्नियां के बारे में जिन्होंने जॉइन की आर्मी

women empowerment: पति के शहीद होने के बाद इन महिलाओं ने तय किया, पति की तरह करेंगी देश सेवा


·        गलवान घाटी में चीन के सैनिकों के साथ झड़प में शहीद हुए थे दीपक सिंह

·        दीपक सिंह की पत्नी ने पास किया आर्मी टेस्ट

·        अभी तक कई शहीदों की पत्नियां जॉइन कर चुकी है आर्मी

women empowerment: साल 2020 के जून में गलवान घाटी में चीन के सैनिकों के साथ हमारे देश के वीरों की एक झड़प हुई थी। जिसमे हमारे 20 बहादुर सैनिक शहीद हुए थे। इनमे दीपक सिंह भी शामिल थे। उनकी पत्नी रेखा देवी भी अब भारतीय सेना का हिस्‍सा बनने वाली हैं। अभी रेखा देवी महज 23 साल की हैं और अभी हाल ही में रेखा देवी ने चेन्‍नई स्थित ऑफिसर्स ट्रेनिंग अकादमी में शामिल होने के लिए एक कठिन परीक्षा पास कर ली है।

अब ओटीए में उनकी नौ महीने तक ट्रेनिंग होगी। उसके बाद उन्हें सेना में कमीशन दिया जाएगा। सिर्फ रेखा ही नहीं बल्कि रेखा से पहले भी कई और शहीद शूरवीरों की पत्नियों ने सेना जॉइन की है। तो चलिए आज हम आपको उनके बारे में विस्तार से बताते है।

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अब भारतीय आर्मी का हिस्सा बनेगी रेखा देवी

रेखा देवी ने इलाहाबाद में पांच दिवसीय सेवा चयन बोर्ड यानि की SSB के इंटरव्यू में हिस्सा लिया था। बीते शुक्रवार को इसका नतीजा आया। रेखा का नाम भी उन सफल उम्मीदवारों में था जिन्होंने इंटरव्यू क्लियर किया। उसके बाद ओटीए में प्री-कमीशन ट्रेनिंग के लिए रेखा के नाम को हरी झंडी दी गई। लेकिन अभी संघ लोक सेवा आयोग यानि UPSC ने जिन उम्मीदवारों की अंतिम मेरिट सूची जारी की है उन सभी को एक मेडिकल परीक्षा से गुजरना होगा।

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उसके बाद ही वो मई में ओटीए में रिपोर्ट कर सकेंगे। इसके साथ ही बता दें कि सेना में लेफ्टिनेंट के रूप में कमीशन प्राप्त करने से पहले कैडेट्स को अकादमी में नौ महीने की ट्रेनिंग से गुजरना पड़ता है।

पति के शहीद होने के बाद निकिता बनीं लेफ्टिनेंट

निकिता और उनके पति की शादी को महज 10 महीने हुए थे और उनकी सालगिरह बस दो महीने दूर थी लेकिन उससे पहले ही मेजर विभूति शंकर ढौंडियाल ने देश के लिए अपने प्राण न्योछावर कर दिए थे। बता दें कि मेजर विभूति शंकर ढौंडियाल पुलवामा हमले को अंजाम देने वाले आतंकियों का पीछा करते हुए 20 घंटे लंबे चले ऑपरेशन में वीरगति को प्राप्त हुए। जब उनके शहीद होने की खबर उनके घर पहुंची तो उनकी पत्नी निकिता कौल बुरी तरह बिखर चुकी थीं।

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लेकिन छह महीनों में उन्होंने किसी तरह खुद को संभाला और तय किया की वो किसी भी तरह मेजर विभूति की विरासत को आगे बढ़ाएंगी और खुद भी भारतीय सेना में शामिल होंगी। अभी मेजर विभूति को शहीद हुए दो साल हो चुके हैं और अब उनकी पत्नी निकिता कौल भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट हैं।

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कनिका राणे ने दिखाई हिम्मत

कनिका राणे के पति मेजर कौस्तुभ राणे कश्मीर में आतंकवादियों से लड़ते हुए शहीद हुए थे। जब उनकी पत्नी कनिका को ये पता चला तो वो पूरी तरह टूट गई थीं। जब कनिका राणे के पति शहीद हुए तो उस समय पर उनका बेटे अगस्त्य महज ढाई साल का था उनके बेटे ने भी उनकी गोद में बैठकर शहीद पिता को आखिरी विदाई दी थी। उस समय पर कनिका के लिए खुद को संभालना काफी ज्यादा मुश्किल था। लेकिन उन्होंने  हिम्मत दिखाई और खुद को सभाला।

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उसके बाद उन्होंने सेना में भर्ती होने का संकल्प लिया और पहले ही प्रयास में एसएसबी एग्जाम क्लियर कर लिया। उसके बाद उन्होंने चेन्‍नई स्थित ऑफिसर्स ट्रेनिंग एकेडमी में ट्रेनिंग ली और साल 2020 में कनिका को कमीशन किया गया।

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