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Sikkim Travel: गर्मियों में पार्टनर संग घूमने का है प्लान तो सिक्किम है बेस्ट ऑप्शन, जहां गर्मी में भी मिलेगा स्नो फॉल का मजा

Sikkim Travel: युमथांग वैली को खासतौर से अपने शानदार नजारे के लिए जाना जाता है। घाटी में रोडोडेंड्रोन फूलों (राज्य फूल) की 24 से ज्यादा प्रजातियां पाई जाती हैं, जो फरवरी से जून तक खिलते हैं। इस घाटी में कई गर्म झरने भी मौजूद हैं, जो त्वचा से जुड़ी कई तरह की समस्याएं दूर करती हैं।

Sikkim Travel: जानें क्यों फेमस है सिक्किम का युमथांग वैली, परमिशन की होती है जरूरत

अगर आपका गर्मी के मौसम में पार्टनर के साथ किसी खूबसूरत जगह पर घूमने का प्लान है तो आपके लिए सिक्किम बेहतर ऑप्शन हो सकता है। सिक्किम में आपको गंगटोक से लगभग 140 किमी उत्तर में स्थित युमथांग घाटी का दीदार करने का मौका मिलेगा। आपको बता दें कि इस खूबसूरत जगह को फूलों की घाटी में रूप में भी जाना जाता है। 3564 मीटर की ऊंचाई पर स्थित ये घाटी प्रकृति प्रेमियों के लिए किसी स्वर्ग से कम नहीं है। यहां पर शिंगबा रोडोडेंड्रोन अभयारण्य में मध्य जून तक खिलने वाली रोडोडेंड्रॉन फूलों की 24 से अधिक प्रजातियों का आपको दीदार करने का मौका मिलेगा।

क्यों खास है युमथांग वैली?

युमथांग वैली को खासतौर से अपने शानदार नजारे के लिए जाना जाता है। घाटी में रोडोडेंड्रोन फूलों (राज्य फूल) की 24 से ज्यादा प्रजातियां पाई जाती हैं, जो फरवरी से जून तक खिलते हैं। इस घाटी में कई गर्म झरने भी मौजूद हैं, जो त्वचा से जुड़ी कई तरह की समस्याएं दूर करती हैं। इसके अलावा यहां आकर आप ट्रेकिंग और कैम्पिंग जैसी एक्टिविटीज भी एन्जॉय कर सकते हैं।

त्वचा से जुड़ी परेशानियां हो जाती हैं दूर

आपको जानकर हैरानी होगी कि इस घाटी में स्थित कई गर्म झरने के पासी से त्वचा संबंधी कई रोगों से के इलाज में लाभ मिलता है। यहां की प्राकृतिक खूबसूरती आपको और आपके पार्टनर को बहुत ही पसंद आएगी। आपका यहां पर जाने के बाद वापस आने का मन नहीं करेगा।

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युमथांग वैली जाने से पहले इन बातों का रखें ध्यान

  • किसी भी मौसम में युमथांग वैली का प्लान बनाया जा सकता है। लेकिन यात्रा पर जाने से पहले अपने साथ गर्म कपड़े जरूर कैरी करें, क्योंकि ये जगह काफी ऊंचाई पर स्थित है जिसकी वजह से यहां का मौसम हर वक्त बदलता रहता है।
  • युमथांग घाटी जाते समय कुछ कैश अपने साथ जरूर रखें क्योंकि यहां पर एटीएम की सुविधा नहीं है।
  • डायरेक्ट युमथांग पहुंचने का प्लान थकान भरा हो सकता है इसलिए पहले गंगटोक से लाचुंग जाएं और वहां नाइट स्टे करें फिर अगली सुबह युमथांग के लिए निकलें।
  • युमथांग घाटी घूमने के लिए खास परमिट की जरूरत होती है, तो यहां जाने से पहले अनुमति जरूर ले लें।
  • युमथांग घाटी घूमने का बेस्ट सीज़न फरवरी से लेकर जून तक रहता है, तो इसी के बीच प्लान बनाएं। सितंबर से दिसंबर तक ये जगह बर्फ से ढक जाती है।

कैसे पहुंचे युमथांग वैली?

युमथांग वैली गंगटोक से लगभग 150 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। सड़क मार्ग यहां तक पहुंचने का बेस्ट ऑप्शन है। युमथांग वैली तक पहुंचने के लिए गंगटोक से लाचुंग पहुंचें और फिर वहां से युमथांग। लाचुंग से, युमथांग पहुंचने में लगभग 50 मिनट का वक्त लगता है।

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पेलिंग

कंचनजंगा की तलहटी पर स्थित पेलिंग सिक्किम में घूमने के लिए दूसरा सबसे लोकप्रिय पर्यटन स्थल है। यह अद्वितीय गांव इतिहास संस्कृति और प्राकृतिक सौंदर्य का प्रतिक है, जो यहां आने वाले लोगों को शांति का अनुभव कराता है। इसके केंद्र में दो प्राचीन मठ स्थित हैं। पेलिंग लोकल परंपराओं का अनुभव कराने के लिए पर्याप्त करता है। 5905 फीट की ऊंचाई पर पेलिंग के कुछ पसंदीदा आकर्षण हैं पेमायांग्त्से मठ, राबदेंट्से रुइंस, रिंबी नदी, जलप्रपात और संतरा बाग, स्काई वॉक, संगाचोलिंग मठ, खेचेओपाल्री झील और कंचनजंगा जलप्रपात है।

लाचेन-लाचुंग-युमथांग

उत्तर सिक्किम एक बेहद ही सुंदर जगह है। यहां की सड़क संयोजन के कारण इसे आसानी से एक साथ देखा जा सकता है। लाचेन एक आकर्षक हिल स्टेशन है। आपको बता दें कि यह याक सफारी के रोमांचक अनुभव के लिए भी प्रसिद्ध है। लाचेन से सिर्फ दो घंटे की दूरी पर लाचुंग है। जो सुंदर युमथांग घाटी के द्वार के रूप में प्रसिद्ध है। शांतिपूर्ण लाचुंग मठ के अलावा लाचुंग के पास माउंट कटाओ, भीम नाला झरना और भेवामा झरना जैसी कई प्राकृतिक अद्भुत जगहें हैं।

जीरो पॉइंट

सिक्किम में इस मार्ग पर दूसरा लोकप्रिय स्थान आकर्षक ज़ीरो पॉइंट है, जिसे युमे सामडोंग के नाम से भी जाना जाता है। यह स्थान सड़क के अंत में आता है इसलिए यहां पर स्नो फॉल भी जून में देखा जा सकता है, लेकिन जानकारी के लिए हम आपको बताना चाहेंगे कि युमथांग घाटी और उससे आगे जाने के लिए एक विशेष परमिट की आवश्यकता होती है।

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vrinda

मैं वृंदा श्रीवास्तव One World News में हिंदी कंटेंट राइटर के पद पर कार्य कर रही हूं। इससे पहले दैनिक भास्कर, दैनिक जागरण और नवभारत टाइम्स न्यूज पेपर में काम कर चुकी हूं। मुझसे vrindaoneworldnews@gmail.com पर संपर्क किया जा सकता है।
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