Sawan 2024: झारखंड के देवघर में श्रावणी मेला शुरू, कांवड़ियों के लिए हुए खास इंतजाम
झारखंड के देवघर में श्रावणी मेला रविवार को शुरू हुआ। श्रद्धालु सुल्तानगंज से बैद्यनाथ मंदिर तक 105 किलोमीटर की कांवड़ यात्रा करते हैं। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने तैयारियों का जायजा लिया। सुरक्षा के लिए सीसीटीवी कैमरे और ड्रोन कैमरे भी लगाए गए हैं।
Sawan 2024: इस ऐप के जरिये श्रद्धालु को मिलेगी कई जरूरी जानकारी, पूजा व्यवस्था में हुई अहम बदलाव
Sawan 2024: अगर आप पटना या बिहार के किसी जिले से इस सावन (Sawan 2024) कांवड़ उठा रहे हैं तो आपके लिए शुभ संदेश है। देश के सबसे बड़े वार्षिक मेलों में शामिल श्रावणी मेला झारखंड के देवघर जिले में रविवार को कड़ी सुरक्षा के बीच शुरू हो गया है। रविवार को झारखंड की कृषि मंत्री दीपिका पांडेय सिंह और पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के मंत्री मिथिलेश ठाकुर ने बिहार से लगी राज्य की सीमा पर स्थित दुम्मा में श्रावणी मेले का उद्घाटन किया। राज्य सरकार ने झारखंड के सबसे बड़े सामाजिक-धार्मिक आयोजन के लिए व्यापक इंतजाम किये हैं। श्रावण माह में आयोजित होने वाले श्रावणी मेले में, हर साल देश-विदेश से 35 लाख से अधिक श्रद्धालु आते हैं। इस महीने, देवघर स्थित ज्योतिर्लिंग का गंगा से अभिषेक करने के लिए हजारों श्रद्धालु बिहार के सुल्तानगंज से झारखंड के बैद्यनाथ मंदिर तक 105 किलोमीटर की यात्रा करते हैं।
इस ऐप के जरिये श्रद्धालु जानकारी प्राप्त कर सकते हैं
विश्व प्रसिद्ध राजकीय श्रावणी मेला 2024 कई मायनों में खास है। इस साल श्रद्धालुओं को बाबा नगरी में राज्य सरकार द्वारा विश्वस्तरीय सुविधाएं उपलब्ध करायी जा रही हैं। इसी के तहत् बाबा बैद्यनाथ ऐप का निर्माण किया गया है। इस ऐप के माध्यम से बैद्यनाथधाम से संबंधित कई प्रकार की जानकारी श्रद्धालु प्राप्त कर सकेंगे, जैसे श्रावणी मेला से संबंधित जानकारी, स्वास्थ्य संबंधी सुविधाओं की जानकारी, मेला से संबंधित हेल्पलाईन नंबर, आवासन, पर्यटन स्थल. इस प्रकार की कई जानकारी बाबाधाम ऐप के जरिये श्रद्धालु प्राप्त कर सकते हैं। इसके अलावा बाबा बैद्यनाथ ऐप के माध्यम से कांवरियों की वास्तविक कतार की जानकारी भी मिलती रहेगी। राजकीय श्रावणी मेला, 2024 बैद्यनाथधाम से संबंधित जानकारी जिला प्रशासन द्वारा विकसित बाबा बैद्यनाथधाम ऐप को गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड किया जा सकता है।
झारखंड में श्रावणी मेला शुरू
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने शनिवार को देवघर में मेले की तैयारियों का जायजा लिया। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि सुविधा, सुरक्षा, स्वच्छता और आतिथ्य-मेले की मूल भावना होनी चाहिए ताकि देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालु अच्छी यादें लेकर लौटें। उन्होंने कहा कि मेले के दौरान पेयजल, आवास, शौचालय, स्वास्थ्य, पार्किंग, बिजली और सूचना प्रणाली जैसी सभी सुविधाएं उपलब्ध होनी चाहिए।
पूजा व्यवस्था में ये बदलाव
श्रावणी मेला आते ही देवघर के बाबा बैद्यनाथ धाम में पूजा व्यवस्था में दो बड़े बदलाव किए गए हैं। पहले बदलाव में आज से बाबा बैद्यनाथ की स्पर्श पूजा बंद हो गई है। मंदिर में अरघा सिस्टम लागू हो गया है, यानी श्रद्धालु शिवलिंग को स्पर्श नहीं कर पाएंगे। अरघा के माध्यम से शिवलिंग के ऊपर जलार्पण कर सकते हैं। दूसरा बदलाव शीघ्र दर्शनम कूपन की कीमत में बढ़ोतरी की गई है। पिछले साल इस कूपन की कीमत 500 रुपये थी, जिसे बढ़ाकर 600 रुपये कर दिया गया है। शीघ्रदर्शनम कूपन के माध्यम से कांवरिये कम समय मे मंदिर के गर्भगृह में पहुंच सकते हैं।
इस बार कांवड़ियों के लिए कई इंतजाम
देवघर प्रशासन के एक अधिकारी ने बताया कि सुल्तानगंज से देवघर तक कांवड़ियों के लिए सभी सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं। एक अधिकारी ने बताया कि सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए हैं और महत्वपूर्ण स्थानों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। इसके अलावा, भीड़ प्रबंधन के लिए ड्रोन कैमरों का भी इस्तेमाल किया जाएगा।
कांवरिया पथ पर बिछाई गंगा की बालू
कांवड़ लेकर आ रहे कांवरियों को चलने में कोई परेशानी न हो, इसके लिए देवघर प्रशासन ने कांवरिया पथ पर गंगा की बालू बिछाई है। साथ ही चिलचिलाती धूप में कांवरियों को परेशानी न हो, इसके लिए पूरे 10 किलोमीटर तक जगह-जगह पर इंद्रवर्षा की व्यवस्था की गई है। साथ ही कांवरियों की स्वास्थ्य के लिए कई जगहों पर मेडिकल टीम तैनात रहने वाली है। जिला प्रशासन द्वारा यहां पहुंचने वाले श्रद्धालुओं के लिए शौचालय, शुद्ध पेयजल एवं ठहरने की भी व्यवस्था की गई है, ताकि श्रद्धालु यहां से एक सुखद अनुभूति लेकर वापस जाएं।
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