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Navratri dates 2025: नवरात्रि 2025 का फुल कैलेंडर, कलश स्थापना से लेकर आखिरी दिन तक की पूरी तिथियां और महत्व

Navratri dates 2025, भारतीय संस्कृति में नवरात्रि का पर्व विशेष स्थान रखता है। यह त्यौहार देवी दुर्गा की आराधना का प्रतीक है और पूरे देश में बड़े धूमधाम से मनाया जाता है।

Navratri dates 2025 : नवरात्रि 2025 का विशेष अपडेट, इस साल क्यों 10 दिन मनाई जाएगी शारदीय नवरात्रि, जानिए तिथि और समय

Navratri dates 2025, भारतीय संस्कृति में नवरात्रि का पर्व विशेष स्थान रखता है। यह त्यौहार देवी दुर्गा की आराधना का प्रतीक है और पूरे देश में बड़े धूमधाम से मनाया जाता है। हर साल श्रद्धालु इन नौ दिनों में देवी माता की पूजा अर्चना करते हैं, व्रत रखते हैं, भजन-कीर्तन करते हैं और गरबा-डांडिया की धूम लगाते हैं। लेकिन इस बार, यानी नवरात्रि 2025, एक खास बात देखने को मिलेगी – यह नवरात्रि पारंपरिक 9 दिनों की बजाय 10 दिनों तक चलेगी।

इस बार क्यों 10 दिन मनाई जाएगी शारदीय नवरात्रि?

वास्तव में, शारदीय नवरात्रि की शुरुआत चतुर्दशी तिथि से होती है। परंतु इस बार पंचांग के अनुसार, प्रारंभिक दिन से कलश स्थापना तक का मुहूर्त विशेष महत्व रखता है। इसलिए धर्मशास्त्र के अनुसार, इस वर्ष एक अतिरिक्त दिन का गणना किया गया है। इसे विशेष रूप से शुभ माना गया है, ताकि देवी माता की उपासना और शक्ति को पूर्ण रूप से प्राप्त किया जा सके। इस कारण से पूरे देश में इस बार 10 दिवसीय नवरात्रि उत्सव मनाया जाएगा।

कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त और महत्व

नवरात्रि के पहले दिन यानी प्रतिपदा तिथि को कलश स्थापना की परंपरा होती है। कलश स्थापना से ही नवरात्रि का आरंभ माना जाता है। यह शुभ मुहूर्त विशेष रूप से पंचांग और ज्योतिषाचार्य द्वारा निर्धारित किया जाता है।
इस बार कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त इस प्रकार है कलश स्थापना के दौरान एक मिट्टी या धातु का कलश स्थापित किया जाता है, जिसमें जल, दूर्वा, चावल, मणि, पंचामृत आदि सामग्री रखी जाती है। इसे देवी दुर्गा का प्रतीक माना जाता है। इसके ऊपर पत्ते और नारियल रखकर विशेष मंत्रों के साथ स्थापना की जाती है। यह कलश पूरे नवरात्रि काल तक पूजा स्थल पर रखा जाता है और हर दिन उसकी सेवा की जाती है। धर्मशास्त्र में कहा गया है कि कलश स्थापना के बिना नवरात्रि पूजन अधूरा माना जाता है। इस बार यह मुहूर्त विशेष रूप से शुभ मानते हुए भक्तों ने पहले से ही तैयारियां शुरू कर दी हैं।

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नवरात्रि कैलेंडर 2025 – महत्वपूर्ण तिथियां

इस साल की नवरात्रि 10 दिन तक चलेगी, जिसमें प्रत्येक दिन का विशेष महत्व है। यहाँ नवरात्रि कैलेंडर 2025 की पूरी जानकारी दी जा रही है:

दिनतिथिविशेषता
1 दिन – कलश स्थापना22सितंबर 2025शुभ मुहूर्त में कलश स्थापना का आयोजन
2 दिन – प्रतिपदा23 सितंबर 2025माता शैलपुत्री की पूजा
3 दिन – द्वितीया24 सितंबर 2025माता ब्रह्मचारिणी की पूजा
4 दिन – तृतीया25सितंबर 2025माता चंद्रघंटा की पूजा
5 दिन – चतुर्थी26 सितंबर 2025माता कूष्मांडा की पूजा
6 दिन – पंचमी27सितंबर 2025माता स्कंदमाता की पूजा
7 दिन – षष्ठी28सितंबर 2025माता कात्यायनी की पूजा
8 दिन – सप्तमी29सितंबर 2025माता कालरात्रि की पूजा
9 दिन – अष्टमी30सितंबर 2025माता महागौरी की पूजा

इसके बाद, 30 सितंबर 2025 को विजयादशमी (दशहरा) उत्सव मनाया जाएगा, जो बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है। इस दिन रावण वध और माँ दुर्गा की आराधना का विशेष महत्व होता है।

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नवरात्रि के दौरान विशेष आयोजन और परंपराएं

नवरात्रि के प्रत्येक दिन की पूजा विधि और मंत्र अलग-अलग होते हैं। भक्त माता दुर्गा के नौ स्वरूपों की पूजा अर्चना करते हैं। इसके साथ ही, गरबा और डांडिया रास जैसे सांस्कृतिक आयोजन पूरे उत्साह के साथ होते हैं। लोग विशेष व्रत रखते हैं, स्वास्थ्यवर्धक भोजन करते हैं और भक्ति गीतों के साथ माँ दुर्गा का आशीर्वाद प्राप्त करते हैं।
इस बार विशेष रूप से दस दिवसीय नवरात्रि होने के कारण धार्मिक आयोजन और श्रद्धालुओं की भागीदारी पहले से ज्यादा बढ़ने की उम्मीद है। मंदिरों में विशेष पूजा, आरती, कलश सजावट और सामूहिक भजन का आयोजन होगा। नवरात्रि 2025 अपने आप में एक विशेष पर्व बनकर आने जा रही है। इस बार 9 नहीं बल्कि 10 दिवसीय शारदीय नवरात्रि का आयोजन पूरे उत्साह और श्रद्धा के साथ किया जाएगा। कलश स्थापना से लेकर विजयादशमी तक हर दिन की पूजा विधि और महत्व अलग-अलग है। यह पर्व केवल धार्मिकता का प्रतीक नहीं, बल्कि शक्ति, संघर्ष और आध्यात्मिकता का संदेश भी देता है।

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