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Makar Sankranti : समृद्धि और सौहार्द की शुरुआत, जाने मकर संक्रांति का महत्व

Makar Sankranti, मकर संक्रांति भारतीय उपमहाद्वीप का एक प्रमुख हिंदू त्योहार है, जो हर साल जनवरी महीने में मनाया जाता है। यह त्योहार विशेष रूप से सूर्य के मकर राशि में प्रवेश करने को चिन्हित करता है

Makar Sankranti : मकर संक्रांति, पर्व से आगे, जीवन में बदलाव की शक्ति

Makar Sankranti, मकर संक्रांति भारतीय उपमहाद्वीप का एक प्रमुख हिंदू त्योहार है, जो हर साल जनवरी महीने में मनाया जाता है। यह त्योहार विशेष रूप से सूर्य के मकर राशि में प्रवेश करने को चिन्हित करता है, जिससे दिन लंबा और रात छोटी हो जाती है। यह पर्व समृद्धि, खुशी और नए उत्साह की शुरुआत का प्रतीक माना जाता है। भारतीय संस्कृति में यह दिन न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण होता है, बल्कि सामाजिक और सांस्कृतिक दृष्टिकोण से भी इसकी अपनी विशेषता है।

मकर संक्रांति का धार्मिक महत्व

मकर संक्रांति का धार्मिक महत्व अत्यधिक गहरा है। हिंदू धर्म के अनुसार, मकर संक्रांति के दिन सूर्य मकर राशि में प्रवेश करते हैं, जो एक नए बदलाव और समृद्धि की शुरुआत का संकेत है। इस दिन का विशेष महत्व इसलिए भी है क्योंकि इसे भारतीय कैलेंडर में एकमात्र दिन माना जाता है, जब सूर्य उत्तरायण होते हैं। उत्तरायण का मतलब है कि सूर्य दक्षिणायन से उत्तर की ओर बढ़ता है, जो उजाले और सकारात्मक ऊर्जा का प्रतीक है। इससे पूर्वी और पश्चिमी दोनों तरह के हिंदू समुदायों के बीच यह पर्व विशेष रूप से मनाया जाता है।

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हर जगह अलग तरीके से बनाया जाता है मकर संक्रांति

भारत में मकर संक्रांति का पर्व विभिन्न रूपों में मनाया जाता है। हर राज्य और क्षेत्र में इसे अपनी पारंपरिक मान्यताओं और रीति-रिवाजों के अनुसार मनाया जाता है।  पंजाब में मकर संक्रांति के दिन लोहड़ी का त्योहार मनाया जाता है। इस दिन लोग आग जलाते हैं, उसके चारों ओर परिक्रमा करते हैं और अच्छे स्वास्थ्य और समृद्धि की कामना करते हैं। गुजरात में मकर संक्रांति को ‘उत्तरायण’ कहा जाता है। यह पर्व विशेष रूप से पतंगबाजी के लिए प्रसिद्ध है। लोग अपनी छतों पर चढ़कर रंग-बिरंगी पतंगों से आकाश को सजाते हैं। यहां के लोग इस दिन तिल और गुड़ के साथ ‘तिलगुल’ का आदान-प्रदान करते हैं और एक-दूसरे को शुभकामनाएँ देते हैं।

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मकर संक्रांति के विशेष खानपान

मकर संक्रांति के दिन विशेष प्रकार के पकवान बनाए जाते हैं, जो इस पर्व की विशिष्टता को दर्शाते हैं। इनमें से सबसे प्रमुख है तिल-गुड़। तिल और गुड़ को विशेष रूप से इस दिन खाया जाता है क्योंकि तिल को उर्जा का प्रतीक माना जाता है और गुड़ को अच्छे स्वास्थ्य और समृद्धि के लिए शुभ माना जाता है। इसके अलावा, मकर संक्रांति पर मिठाइयाँ, खिचड़ी और अन्य पारंपरिक भारतीय व्यंजन बनते हैं, जो इस दिन की खुशी और उल्लास को बढ़ाते हैं।

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