Annapurna Mandir: मदुरई के मीनाक्षी टेंपल से मिलती-जुलती है मध्यप्रदेश के अन्नपूर्णा मंदिर की वास्तुकला, जानें क्या है खासियत
Annapurna Mandir: मध्य प्रदेश अपनी विरासत के लिए दुनियाभर में जाना जाता है। यहां कई प्रमुख धार्मिक एवं ऐतिहासिक स्थल हैं। इनमें एक अन्नपूर्णा मंदिर है। यह मंदिर अन्न की देवी मां पार्वती को समर्पित है।
Annapurna Mandir: सफेद मकराना संगमरमर से बना है मध्यप्रदेश का अन्नपूर्णा मंदिर, नवरात्रि में लगती भक्तों की भीड़
मध्य प्रदेश अपनी विरासत के लिए दुनियाभर में जाना जाता है। यहां कई प्रमुख धार्मिक एवं ऐतिहासिक स्थल हैं। इनमें एक अन्नपूर्णा मंदिर है। यह मंदिर अन्न की देवी मां पार्वती को समर्पित है। आपको बता दें कि इस अन्नपूर्णा मंदिर का निर्माण नौवीं शताब्दी में हुआ था। लेकिन कुछ साल पहले महामंडलेश्वर स्वामी प्रभानंद गिरिमहराज ने मंदिर का पुनर्निर्माण करवाया था। तभी से मां पार्वती के दर्शन एवं पूजा के लिए बड़ी संख्या में भक्त अन्नपूर्णा मंदिर आते हैं। ऐसी मान्यता है कि मां के दर पर आने वाले भक्तों की सभी मुराद पूरी होती है। जीवन में व्याप्त अन्न और धन की समस्या दूर होती है। आहज हम आपकाे अपने इस लेख में अन्नपूर्णा मंदिर के बारे में सब कुछ बताने जा रहे हैं- Annapurna Mandir
आपको बता दें कि मध्यप्रदेश में इंदौर के प्रसिद्ध अन्नपूर्णा मंदिर परिसर में संगमरमर से तराश कर नया मंदिर बनाया गया है। इस पर 20 करोड़ रुपये खर्च किए गए थे। मंदिर के निर्माण में तीन साल का समय लगा था। इसका लोकार्पण 3 फरवरी 2023 को धूमधाम से किया गया। 108 कलशों से मूर्तियों का अभिषेक किया गया था। दरअसल अन्नपूर्णा मंदिर इंदौर के प्रमुख धार्मिक पर्यटन स्थलों में से एक है। परिसर में नए मंदिर का निर्माण 6600 वर्गफीट में किया गया था। मंदिर में स्थापित मां अन्नपूर्णा, कालका और सरस्वती की मूर्तियों की प्रतिष्ठा नए मंदिर में की गई थी। नए मंदिर की लंबाई 108 फीट और चौड़ाई 54 फीट है। मुख्य कलश की ऊंचाई 81 फीट है।
सफेद मकराना संगमरमर से बना है मंदिर Annapurna Mandir
मालूम हाे कि नया मंदिर सफेद मकराना संगमरमर से बनाया गया है। कई मूर्तियों व दीवारों पर भी चित्र बनाए गए हैं। इस मंदिर की खासियत यह है कि यह प्राचीन मंदिर 9वीं शताब्दी में बनाया गया था, जो इंडो-आर्यन और द्रविड़ स्थापत्य शैली का अनूठा उदाहरण है। अब बात की जाए इस मंदिर में स्थापित माता अन्नपूर्णा के मूर्ति की तो यहां मात के रूप में 3 फुट ऊंची संगमरमर की मूर्ति विराजित है। इसकी विशेषता यह है कि यहां की वास्तुकला शैली मदुरई के मीनाक्षी मंदिर से मिलती-जुलती है।
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अन्नपूर्णा क्षेत्र के नाम से जाना जाता पूरा क्षेत्र Annapurna Mandir
इसके अलावा अन्नपूर्णा माता मंदिर परिसर में हनुमान जी, काल भैरव, भगवान शिव के साथ ही कई भगवान की प्रतिमाएं स्थापित है। जो भक्तों को दिव्य अनुभूति कराता है। वहीं आपको बता दें कि प्राचीन मंदिर होने के कारण यहां भक्तों का तांता लगातार लगा रहता है। इतना ही नहीं इस मंदिर का पूरा एरिया ही अन्नपूर्णा क्षेत्र के नाम से जाना जाता है। यहां पर नवरात्रि में अच्छी खासी भीड़ देखने को मिलती है।
नवरात्रि में लगती भक्तों की भीड़ Annapurna Mandir
बताया जाता है कि नवरात्रि के दौरान यहां विशेष पूजा अर्चना की जाती है, जिसके चलते भक्त सुबह 5:00 बजे से दोपहर 12:00 बजे तक और दोपहर 2:00 बजे से रात्रि 10:00 बजे तक माता की पूजा करने मंदिर पहुंच कर अपनी हाजरी लगाते हैं। क्योंकि इस मंदिर के बारे में ऐसा कहा जाता है कि इस अन्नपूर्णा माता के दर्शन करने मात्र से हर भक्तों की मनोकामना पूर्ण होती है। यही कारण है कि बड़ी संख्या में यहां शृद्धालु पहुंचते हैं।
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ये है मंदिर की खासियत Annapurna Mandir
- 6600 वर्गफीट में बनाया गया है माता अन्नपूर्णा का भव्य मंदिर।
- नए मंदिर की लंबाई 108 फीट और चौड़ाई 54 फीट है।
- मुख्य कलश की ऊंचाई 81 फीट है।
- नया मंदिर सफेद मकराना संगमरमर से बनाया गया है और कई मूर्तियां व दीवारों पर भी चित्र बनाए गए हैं।
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