हुर्रियत नेताओं में इंसानियत नहीं है- राजनाथ सिहं
कश्मीर में अमन शांति के लिए दो दिवसीय सर्वदलीय बैठक के बाद आज गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने प्रेस कांफ्रेस की।
प्रेस कांफ्रेंस के दौरान उन्होंने हुर्रियत नेताओं के अड़ियल रवैया पर ऐतराज जताया है।
उन्होंने कहा है कि हुर्रियत नेताओं द्वारा ऐसे सर्वदलीय प्रतिनिधिमड़ल से बातचीत करने के लिए इनकार करना साफ दर्शाता है कि उनके दिल में कश्मीरी अवामा के लिए न तो इंसानियत है और न ही कश्मीरियत है।
इसके साथ ही कहा है कि केंद्र और राज्य सरकार दोनों ही राज्य में शांति बहाल करने की कोशिश कर रही है और दूसरी ओर यह बात करने को तैयार नहीं है।
प्रेस कांफ्रेस करते गृहमंत्री राजनाथ सिंह
राजनाथ सिंह ने बातचीत करने के लिए आमंत्रण देते हुए कांफ्रेस के दौरान कहा ‘बातचीत के लिए हमारे दरवाजे ही नहीं, हमारे रोशनदान भी खुले है।’
साथ ही कहा है कि कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है। उसकी हालात सुधारने के लिए भारत हर मुनकिन कोशिश करेगा। इसके लिए कोई दो तरफा राय नहीं है।
गृहमंत्री द्वारा बुलाई गई सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल ने अब तक 300 लोगों से मुलाकात की है। सभी लोग कश्मीर में शांति चाहते है। राजनाथ सिहं ने कहा कि पैलेट गन पर बनी समिति ने पावा शेल का विकल्प बताया है और कहा है कि इससे किसी को कोई नुकसान नहीं होगा।
आपको बता दें इससे पहले सीपीएम नेता सीताराम येचुरी और जेडीयू नेता शरद यादव हुर्रियत नेताओं से मीटिंग का हिस्सा बनाने के लिए निमंत्रिण देने गए थे, लेकिन वहां से उन्हें खाली हाथ लौटना पड़ा था।