टैंकर घोटाले में केजरीवाल की मुसीबत बढ़ी
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल एक फिर नई मुसीबत फंस गए है। दिल्ली के चार करोड़ के टैंकर घोटाले में दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के साथ केजरीवाल भी लपेटे में आ गए। दरअसल जिस समय यह घोटाला हुआ शीला दीक्षित जल बोर्ड की अध्यक्ष हुआ करती थी। इसी घोटाले के मामले एसीबी दोनों से पूछताछ करने जा रही है। लेकिन अभी तक दोनों के नाम पर आरोपी के तौर पर एफआईआर दर्ज नहीं की गई थी।
बीजेपी नेता विजेंद्र गुप्ता ने शिकायत की है जब केजरीवाल सरकार को जुलाई 2015 में इस घोटाले का पता चल गया था तो क्यों केजरीवाल सरकार ने इससे जुडी रिपोर्ट 11 महीने तक दबाकर रखी।
अरविंद केजरीवाल
इस बात का जवाब देते हुए दिल्ली सरकार के जलमंत्री कपिल मिश्रा ने कहा है कि जांच आप सरकार ने ही शुरू करवाई थी और अब विजेन्द्र गुप्ता कह रहे है कि हमने एक साल में कोई कारवाई नहीं की जबकि केंद्र में तो दो साल से बीजेपी की सरकार है उन्होनें कौन सा कांग्रेस पर कारवाई की है।
इस सबके बीच दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल ने ट्विटर की जरिए निशाना साधा उन्होंने कहा कि “वह इस कदम का स्वागत किया और कहा कि वह खुश है कि पीएम मोदी ने यह बात स्वीकारी कि उनकी लड़ाई सीधी उनके खिलाफ है”।