वह अगर बाहर बोल सकते हैं तो संसद क्यों नहीं- मायावती
देश में बढ़ते दलितों पर अत्याचार को लेकर आज दोपहर 2 बजे संसद में चर्चा होगी। चर्चा को दौरान जहां एक ओर सरकार अपना पक्ष रखेगी वहीं दूसरी ओर विपक्ष इस मामले पर सरकार को घेरने की कोशिश करेंगी।
इससे पहले संसद के बाहर पत्रकारों से बात करते हुए बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने प्रधानमंत्री पर निशाना साधते हुए कहा कि वह(प्रधानमंत्री) दलितों के मामले में बाहर बात कर सकते हैं तो वह संसद में इस मुद्दे पर बात क्यों नहीं करते है।
मायावती
गौरतलब है कि हैदराबाद यूनिर्वसिटी के रोहित बेमुल्ला की आत्महत्या, ऊना में कथित तौर पर गोरक्षकों द्वारा दलितों की पिटाई वाला मामला संसद में गूंजेगा।
सरकार की तरफ से केंद्रीय मंत्री वैंकेया नायडू ने कहा कि देश में होने वाली सभी घटनाओं के लिए प्रधानमंत्री जिम्मेदार नहीं है। कुछ घटनाओं के लिए राज्य सरकार भी जिम्मेदारी बनती है।