बजट सत्र- दूसरे दिन राज्यसभा में रोहित वेमुला और जेएनयू मुद्दे पर छिड़ी बहस!
बुधवार को बजट सत्र के दूसरे दिन रोहित वेमुला और जेएनयू मुद्दा बहस के लिए प्रमुख रहा। बसपा प्रमुख मायावती ने राज्यसभा में हैदराबाद यूनिर्वसिटी के छात्र रोहित वेमुला का मुद्दा उठाते हुए बीजेपी सरकार पर जोरदार हमला किया। मायावती ने बीजेपी सरकार को रोहित वेमुला मामले में दोषी ठहराते हुए कहा कि बीजेपी सरकार दलित विरोधी सरकार है।
वहीं पार्टी के सदस्यों ने भी नारेबाजी करनी शुरू कर दी। सांसदों के हंगामें के चलते राज्यसभा को तीन बार स्थगित किया गया।
बहस के दौरान मायावती ने स्मृति इरानी के इस्तीफे की मांग तक कर डाली। वहीं इसके साथ रोहित खुदखुशी मामले में बैठी कमेटी में किसी दलित सदस्य को शामिल करने की मांग भी की। समृति इरानी ने इस पर जवाब देते हुए कहा कि कमेटी में एक दलित सदस्य शामिल है, मायावती उन्हें नजरअंदाज क्यों कर रही है?
हंगामें के बीच स्मृति इरानी ने कहा कि विपक्ष ‘एक मरे हुए बच्चे’ को राजनीतिक हाथियार और अपनी रणनीति के रूप में इस्तेमाल कर रहा है।
वहीं राज्यसभा में कांग्रेस की तरफ से गुलाम नबी आजाद ने जेएनयू मामले पर बहस की शुरुआत की। जेएनयू के छात्रों पर लगे देशद्रोह के आरोपों को लेकर वह पूरे विपक्ष को एक तरफ करके सरकार पर हमला करते दिखें। विपक्ष का मानना है कि सरकार देशद्रोह के कानून का गलत इस्तेमाल कर रही है।
आज सदन में रोहित वेमुला और जेएनयू दोनों मुद्दे साथ में उठे, जिस पर मायावती का कहना था कि यह दोनों मुद्दे अलग-अलग हैं, इन पर अलग-अलग बहस हो।