छात्रसंघ चुनाव से पहले जेएनयू वाद-विदाद में उठा जातिवाद का मुद्दा
आने वाली नौ सितंबर को जवाहरलाल नेहरू यूनिर्वसिटी में होने वाले छात्रसंघ चुनाव को लेकर पार्टियों में जोश बढ़ता जा रहा है। पार्टियों द्वारा घोषणा पत्र हर हॉस्टल और छात्रों तक पहुंच जाने के बाद इसका प्रचार प्रसार भी जोरो शोरों से हो रहा है।
चुनाव के इस दौर में बीते रात यूनिर्वसिटी में सभी पार्टियों के मतदाताओं द्वारा वाद-विवाद में कई मुद्दे उठाए गए।
यूनिर्वसिटी के वीसी से लेकर संसद तक के मुद्दे पर बहस हुई। लेकिन जातिवाद का मुद्दा इस बहस से अछूता नहीं रहा।
जहां एक ओर एबीवीपी की अध्यक्ष उम्मीदवार जाह्नवी ने अपने नाम के पीछे से सरनेम हटाने का राग अलापा वहीं दूसरी ओर बसपा के राहुल ने दलितों को मुद्दे को जोर शोर से उठाया।
वाद विवाद के दौरान पार्टी का समर्थन करते छात्र
एबीवीपी की जाह्नवी ने इशारों-इशारों में ही आईसा पर अनमोल रतन मामलें पर हमला कर ही दिया।
एसएफआई, एनएसयू, एबीवीपी, एसएफए, बसपा, आईसा, एसआईएस, डीएसएफ पार्टियों के अध्यक्ष पद के उम्मीदवारों ने हिस्सा लिया।
दूसरी बार चुनाव में हिस्सा लेनी वाली बसपा बहुत ही जोश से भरी हुई है। इसके जीतने के भी कयास लगाए जा रहा हैं।
अब देखना यह है कि नौ को होने वाले छात्रसंघ के चुनाव में किसी पार्टी का परचंम लहराता है।