प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का बङा एलान, बोले शादी के बाद महिलाओ को पासपोर्ट मे नाम बदलवाने की जरुरत नहीं
शादी के बाद महिलाओ को पासपोर्ट मे नाम बदलवाने की जरुरत नहीं: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का बङा एलान
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बङा एलान किया है। उनका बोलना है कि महिलाओं को अब शादी के बाद अपने पासपोर्ट मे नाम बदलवाने की जरुरत नही और वह शादी से पहले वाला नाम ही रखने के लिए स्वतंत्र रहेंगी। उन्होने यह भी कहा है कि महिलाओं को पासपोर्ट के लिए शादी और तलाक के दस्तावेज नही दिखाने होगे।
मोदी जी ने कहा है कि वह चाहते है कि महिलाएं विकास योजनाओं के केंद्र मे रहे। उनका कहना यह भी है कि मुद्रा और उज्जवल सहित विभिन योजनाओ के जरिए उनकी सरकार महिलाओं को सशक्त करने के लिए कई तरह के कदम उठा रही है।
Related : ऋचा चड्ढा के कहा फिल्मों में महिलाओं के किरदार को अच्छा नहीं दिखाया जाता
इंडियन मचेंट चैंबर्स की महिला शाखा को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए संबोधित करते हुए मोदी ने कहा, अब से महिलाओं को शादी के बाद पासपोर्ट मे अपना नाम नही बदलवाना होगा।
Related : जानें, 70 सालों में देश की महिलाओं का योगदान
अपनी सरकार की ओर से शुरु की गई विभिन महिलाऐ केंद्रित योजनाओ का हवाला देते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि महिलाओं के लिए मातृत्व अवकाश 12 हफ्तों से बढ़कर 26 हफ्तो का कर दिया गया है जबकि एक अन्य योजना मे अस्पतालों मे बच्चे को जन्म देने वाली महिलाओं को 6,000 रुपए देने का प्रावधान है।
उज्जवला योजना के तहत एक साल मे दो करोङ महिलाओं को मिला लाभ
उज्जवला योजना के तहत पिछले साल शुरु की गई नि शुल्क रसोई गैस वितरण परियोजना पर मोदी ने कहा, सरकार ने अगले दो साल मे बीपीएल परिवारों के पांच करोङ लोगों को इस दायरे मे लाने का लक्ष्य तय किया है। इसकी शुरुआत के एक साल के भीतर योजना से दो करोङ महिलाओं को लाभ मिला है। उनहोने ये भी कहा है कि एलपीजी सब्सिडी छोङने की मुहिम के तहत अभी तक 1.2 करोङ लोगों ने स्वेच्छा से इस लाभ को त्याग दिया है।
उधमी भावना के लिए महिलाओं की तारीफ करते हुए मोदी ने कहा है कि महिलाओं को जहां भी मौके दिए जाते है वह खुद को पुरुषों से हमेशा दो कदम आगें ही साबित करती है। उन्होने कहा है कि डेयरी और पशुधन क्षेत्रों मे सबसे बङा योगदान महिलाओं का ही होता है।