कांग्रेस ने की ई अहमद की जांच कराने की मांग
कांग्रेस ने की ई अहमद की जांच कराने की मांग
एनडीए सरकार के समय में राज्यमंत्री रहे केरल के सांसद ई अहमद की मौत ने तूल पकड़ लिया है। आज ई अहमद के मौत को लेकर तीन बार संसद स्थागित कर दी गई। वाम सदस्यों और कांग्रेस ने ई अहमद के निधन से जुड़े हालात की जांच की मांग की है।
दो बार के स्थगन के बाद एक बजे की कार्यवाही शुरु होने पर भाजपा के सदस्यों ने अपने स्थान पर खड़े होकर मेरठ के किसी मामले का जिक्र किया और कह कि यह एक गंभीर घटना है।
तृणमूल कांग्रेस ने गिरफ्तारी का किया विरोध
उधर दूसरी ओर तृणमूल कांग्रेस के सौगत राय ने पार्टी के दो सदस्यों सुदीप बंदोपाध्याय और तापस पाल को सीबीआई द्वारा गिरफ्तार किए जाने का मामला उठाते हुए आरोप लगाया कि राजनीतिक मकसद से केंद्र सरकार द्वारा सीबीआई का दुरुपयोग किया जा रहा है।
इस बीच कांग्रेस के सदस्य भी अपने स्थान पर खड़े होकर कुछ कहते देखे कहते देखे गए लेकिन भाजपा सदस्यों के हंगामे में उनकी बात सुनी नहीं जा सकी।
हंगामा बढ़ते देख अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने कार्यवाही करीब दस मिनट बाद ही दिनभर के लिए स्थगित कर दी। इससे पूर्व सुबह 11 बजे सदन की बैठक शुरु होने पर तृणमूल कांग्रेस सदस्य नारेबाजी करते हुए अध्यक्ष के आसन के समीप आ गए। तृणमूल सदस्यों के हाथों में पोस्टर थे जिन पर लिखा था कि अलोकतांत्रिक तरीके से हमारे सांसदो को गिरफ्तार किये जाने के विरोध में ये हमारी लोकतांत्रिक लड़ाई है।
आंध्रप्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग
वहीं कांग्रेस सदस्य संभवत पूर्व केंद्रीय मंत्री और लोकसभा सदस्य ई अहमद के निधन के हालात को लेकर कोई मुद्दा उठाना चाह रहे थे। हालांकि हंगामे में उनकी बात स्पष्ट तौर पर सुनी नहीं जा सकी। तेलगू देशम पार्टी के कुछ सदस्यों को अपने स्थान से ही पोस्टर दिखाते देखा गया जिन पर आंध्रप्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा दिये जाने की मांग की गई थी।
आपको बता दें आम बजट के पहले दिन राष्ट्रपति के अभिभाषण के दौरान ई अहमद अचानक गिर गए थे।उसके बाद उन्हें अस्पताल लेकर जाया गया। जहां उन्हें डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।