आशा कुमारी को नया प्रभारी बनाए जाने पर विवाद
हिमाचल प्रदेश के डल्हौजी से विधायक आशा कुमारी को कांग्रेस से पंजाब का नया प्रभारी बनाए जाने पर विवाद हो गया है । विवादों के बीच आज आशा कांग्रेस की अध्यक्ष सोनिया गांधी से मिलने 10 जनपथ पहुंचीं।
इससे पहले प्रभारी की कमान कमलनाथ को सौंपी गई थी लेकिन विपक्ष ने कमलनाथ की 1984 सिख हिंसा में उनकी भूमिका को लेकर काफ़ी सवाल उठाए थे, जिसके बाद कमलनाथ ने इस्तीफ़ा दे दिया था।
आशा कुमारी
आप को बता दें आशा कुमारी जमीन घोटाले में दोषी हैं और फिलहाल आशा जमानत पर बाहर हैं। आशा पर 18 साल पहले 60 बीघे सरकारी जमीन को अपने पति के नाम पर ट्रांसफ़र करने का आरोप है।
इस पूरे मामले में बीजेपी के नेता विजय सांपला का कहना है कि कांग्रेस पार्टी साफ और स्वच्छ राजनीति से कोसो दूर है और मोदी ने भारत को जो कांग्रेस मुक्त भारत बनाने के बारे में सोचा है उसका यही कारण है। कांग्रेस जब तक जिंदा रहेगी साथ ही करप्शन भी जिंदा रहेगा। हम पंजाब से अपील करेंगे कि ऐसे लोगों से दूर रहें।