जानिए, दो साल में कैसा था मोदी सरकार का सफर!!
दो साल पहले जनता ने बीजेपी को स्पष्ट बहुमत देकर सालों बाद नई सरकार को मौका दिया था। बीजेपी की सरकार नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में काम कर रही है। 26 मई यानी आज मोदी सरकार को पूरे दो हो गए हैं।
दो साल एक पार्टी को समझने और परखने के लिए बहुत होते हैं। नई सरकार से जनता की कई उम्मीदें जुड़ी थी। नरेन्द्र मोदी ने अपने शपथ ग्रहण समारोह में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाब शरीफ को बुलाकर भारत की जनता को हैरान कर दिया, साथ ही यह भी साबित कर दिया कि मोदी सरकार दुश्मन के साथ भी पहले दोस्ती का हाथ बढ़ाएगी।
बीजेपी ने इन दो सालों में कई उपलब्धियां हासिल की जिससे सरकार की तारीफ हुई, लेकिन साथ ही कई चनौतियां का सामना भी किया जिससे सरकार की करकरी भी बहुत हुई।
मोदी सरकार ने जनता के हित में कई योजनाएं शुरू की जैसे जन-धन योजना, मुद्रा बैंक, बेटी बचाओ-बेटी पढाओ, उज्जवला स्कीम के तहत फ्री गैस कनेक्शन आदि ऐसी कई योजनाएं है जिससे गरीब वर्ग के लोगों को आगे आने का मौका मिला।
मोदी सरकार
मोदी सरकार के इन अच्छे कामों की तारीफ भी हुई, लेकिन विपक्ष ने भी मोदी सरकार को कई मामलों में घेरने की कोशिशें की जैसे कि हाल ही में अगुस्ता वेस्टलैड़ मामला, विजय माल्या के देश छोड़ने पर, ललित मोदी के मामले में सुषमा स्वराज पर हमला बोला गया। साथ ही पिछले दिनों विश्वविद्यालय में हुई घटनों पर बीजेपी पर कई सवाल खड़े हुए।
बीजेपी 2014 का लोकसभा चुनाव जीतने के बाद 2015 में दिल्ली के चुनाव के लिए मैदान में उतरी। मुख्यमंत्री के रूप में किरण बेदी को उतरा, मोदी सरकार को दिल्ली का चुनाव असान लगा था क्योंकि लोकसभा में भारी जीत हासिल की थी। लेकिन बीजेपी का विश्वास गलत साबित हुआ और बीजेपी दिल्ली में बस 3 सीटें ही जीत पाई।
वजह मुख्यमंत्री का गलत चुनाव माना गया, 2015 का अंत आते-आते बीजेपी को एक और बड़ा झटका लगा। बिहार का विधानसभा चुनाव में भी बीजेपी की बड़ी हार हुई। चुनाव आयोग को दिए गए खर्च के ब्योरे के अनुसार बिहार के चुनाव प्रचार में भारतीय जनता पार्टी ने 135 करोड़ खर्च किए लेकिन फिर भी बस 53 सीटें ही जीत पाई। इस चुनाव को हारने की कई वजह बताई गई जैसे गोहत्या का मुद्दा और मोहन भागवत का आरक्षण खत्म करने की मांग आदि।
दो बड़े राज्यों में चुनाव हारने के बाद ये साबित हो गया कि मोदी का जादू लोगों पर नहीं चल रहा, लेकिन हाल ही हुई असम की जीत ने यह बात गलत साबित भी कर दी।
बीजेपी की इतिहास में पहली बार असम में सरकार बनी है। असम के साथ-साथ राजस्थान, हरियाणा, छतीसगढ़ आदि राज्यों मे बीजेपी की सरकार है। अगर देखा जाए तो कांग्रेस भारत में सिमट गई है।
आने वाले समय में मोदी सरकार के समाने एक बड़ी चनौती यूपी चुनाव है, जिसके लिए बीजेपी अभी से तैयारियों में झुट गई है।