राम मंदिर का समर्थन करना पड़ा भारी, अखिलेश यादव ने ओमपाल नेहरा को किया बरखास्त
अयोध्या में राम मंदिर और बाबरी मस्जिद को लेकर चल रहे विवाद में, राम मंदिर के निर्माण का समर्थन करना उत्तर प्रदेश के दर्जा प्राप्त मंत्री ओमपाल नेहरा को महंगा साबित हुआ। और जिस वजह से उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने दर्जा प्राप्त मंत्री ओमपाल नेहरा को बरखास्त कर दिया है।
बताया जा रहा है दर्जाप्राप्त मंत्री ओमपाल नेहरा ने अयोध्या में मंदिर के निर्माण के लिए मुस्लिमों को भी साथ आने की अपील की थी। ओमपाल सिंह नेहरा ने कहा था की हिंदू और मुसलमानों को एक साथ आकर अयोध्या में मंदिर के निर्माण में कारसेवा करनी चाहिए जिससे विश्व हिंदू परिषद का स्वयं ही समाप्त हो जायेगा। अखिलेश सरकार ने इस बयान पर नेहरा को बरखास्त कर दिया है।
बुधवार को चौधरी चरण सिंह की जयंती के अवसर पर किसान सम्मान समारोह का आयोजन किया गया था। जिसके मुख्य अतिथि सपा के दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री ओमपाल नेहरा ने कहा कि विश्व हिंदू परिषद जैसे संगठनों को खत्म करने के लिए बुद्धिजीवी मुसलमानों को कारसेवा करनी चाहिए। राम मंदिर अयोध्या में नहीं होगा तो कहां पर होगा। सेकुलर नेताओं और मुस्लिम बुद्धिजीवियों को इसके समाधान के लिए सामने आना चाहिए।
बीजेपी नेता सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा कि राम जन्मभूमि के मामले में सपा सरकार ध्रुवीकरण की कोशिश कर रही है। सरकार को यदि ऐसा महसूस होर रहा है की इससे सांप्रदायिक माहौल बिगड़ने का खतरा है को उन्हें कानूनी कार्रवाई करनी चाहिए। सपा सरकार इसे अपने अगले चुनाव का चुनावी मुद्दा बना रही है।