लाइफस्टाइल

World Animal Road Accident Awareness Day: वर्ल्ड एनिमल रोड एक्सीडेंट अवेयरनेस डे, जानवरों की सड़क सुरक्षा की ओर एक कदम

World Animal Road Accident Awareness Day, हर साल 10 अक्टूबर को वर्ल्ड एनिमल रोड एक्सीडेंट अवेयरनेस डे (World Animal Road Accident Awareness Day) मनाया जाता है।

World Animal Road Accident Awareness Day : वर्ल्ड एनिमल रोड एक्सीडेंट अवेयरनेस डे 2025, जब करुणा मिले ट्रैफिक सेफ्टी से

World Animal Road Accident Awareness Day, हर साल 10 अक्टूबर को वर्ल्ड एनिमल रोड एक्सीडेंट अवेयरनेस डे (World Animal Road Accident Awareness Day) मनाया जाता है। इस दिन का उद्देश्य लोगों को यह जागरूक करना है कि सड़क हादसों में सिर्फ इंसान ही नहीं, बल्कि जानवर भी बड़ी संख्या में अपनी जान गंवाते हैं। बढ़ती गाड़ियों की संख्या, लापरवाही और अव्यवस्थित ट्रैफिक सिस्टम के कारण हर साल लाखों पशु सड़कों पर मारे जाते हैं। यह दिन हमें याद दिलाता है कि सड़कें केवल इंसानों की नहीं, बल्कि जानवरों की भी साझा जगह हैं और उनकी सुरक्षा हमारी जिम्मेदारी है।

वर्ल्ड एनिमल रोड एक्सीडेंट अवेयरनेस डे का इतिहास

इस दिन की शुरुआत ब्रिटेन की एक एनिमल राइट्स एक्टिविस्ट Pauline Kidner ने की थी। उन्होंने “Secret World Wildlife Rescue” नामक संस्था की स्थापना की, जो घायल जानवरों के उपचार और बचाव कार्यों में सक्रिय रूप से जुड़ी है। उन्होंने देखा कि हर साल सड़क दुर्घटनाओं में बड़ी संख्या में वन्यजीव और पालतू जानवर मर जाते हैं। इसलिए 10 अक्टूबर को इस दिन को मनाने की शुरुआत की गई ताकि लोगों को इस विषय पर जागरूक किया जा सके और सड़क सुरक्षा में जानवरों को भी समान महत्व दिया जाए। आज यह दिन विश्वभर में एनजीओ, पशु प्रेमियों और पर्यावरण संगठनों द्वारा मनाया जाता है।

Read More : हॉलीवुड के साहlसी स्टार्स Tom Cruise और डे अरमस की शादी के अनोlखे प्लान ने मचाई हलचल।

जानवरों के सड़क हादसों की भयावह सच्चाई

संयुक्त राष्ट्र और पर्यावरण संगठनों की रिपोर्ट के अनुसार —

-हर साल लगभग 30 लाख से अधिक जानवर सड़क दुर्घटनाओं में मारे जाते हैं।

-भारत में ही प्रतिदिन 100 से ज्यादा जंगली और घरेलू पशु वाहन दुर्घटनाओं का शिकार होते हैं।

-सबसे अधिक हादसे रात में और हाईवे के किनारे होते हैं, जहां वाहन तेज रफ्तार में चलते हैं।

वन क्षेत्रों के पास बनी सड़कों और हाइवे पर सबसे ज्यादा खतरा होता है। कई बार ये हादसे न सिर्फ जानवरों के लिए बल्कि ड्राइवरों और यात्रियों के लिए भी खतरनाक साबित होते हैं।

Read More : Hurun Rich List 2025: शाहरुख खान की कमाई ने बनाया रिकॉर्ड, Hurun 2025 लिस्ट में दुनिया के सबसे अमीर एक्टर का ताज

जानवरों के सड़क हादसों के मुख्य कारण

-अत्यधिक गति (Over Speeding): ड्राइवर अक्सर सड़कों पर स्पीड लिमिट का पालन नहीं करते, जिससे सामने आने वाले जानवरों को बचाना मुश्किल हो जाता है।

-वन क्षेत्रों से गुजरने वाली सड़कें: जंगलों के बीच से गुजरने वाली सड़कें जानवरों के प्राकृतिक मार्ग (animal corridors) को बाधित करती हैं।

-अंधेरा और रोशनी की कमी: कई ग्रामीण या हाईवे क्षेत्रों में स्ट्रीट लाइट की कमी होती है, जिससे रात में जानवर दिखाई नहीं देते।

-अवारा पशु और पालतू जानवर: कई पालतू जानवर बिना देखरेख के सड़कों पर घूमते रहते हैं।

-वाहन चालकों की लापरवाही: ड्राइवर अक्सर हॉर्न बजाकर या हेडलाइट फ्लैश कर जानवरों को डराने की कोशिश करते हैं, जिससे वे भ्रमित होकर सड़क पर दौड़ पड़ते हैं।

जानवरों की सुरक्षा के लिए जरूरी कदम

-स्पीड कंट्रोल और चेतावनी बोर्ड: जंगलों या ग्रामीण क्षेत्रों में वाहन चालकों को स्पीड कम रखनी चाहिए और सड़क किनारे Animal Crossing बोर्ड लगाए जाने चाहिए।

-एनिमल अंडरपास और ओवरब्रिज: सरकार और निर्माण एजेंसियों को सड़कों पर ऐसे रास्ते बनाने चाहिए जहां जानवर सुरक्षित रूप से पार जा सकें।

-नाइट रिफ्लेक्टर और लाइटिंग सिस्टम: सड़क किनारों पर बेहतर लाइटिंग और रिफ्लेक्टिव साइन बोर्ड लगाकर हादसों को रोका जा सकता है।

-लोगों में जागरूकता: स्कूलों, कॉलेजों और ड्राइविंग संस्थानों में पशु सुरक्षा पर अभियान चलाए जाने चाहिए।

-घायल जानवरों की मदद: अगर कोई घायल जानवर सड़क पर दिखे, तो तुरंत स्थानीय एनिमल हेल्पलाइन या एनजीओ को सूचित करना चाहिए।

भारत में एनिमल प्रोटेक्शन से जुड़े प्रयास

भारत में कई संगठन और सरकारी संस्थाएं इस दिशा में काम कर रही हैं।

-वन्यजीव संरक्षण अधिनियम (1972) के तहत जानवरों को नुकसान पहुंचाना कानूनी अपराध है।

-कई राज्यों में Wildlife Crossing Zones बनाए जा रहे हैं ताकि जानवर सड़क पार करते समय सुरक्षित रहें।

-एनजीओ जैसे People for Animals, Wildlife SOS, और Animal Aid Unlimited घायल जानवरों की देखभाल और उपचार में सक्रिय हैं।

हम क्या कर सकते हैं?

-रात में या जंगलों के पास ड्राइव करते समय स्पीड धीमी रखें।

-अगर सड़क पर कोई जानवर दिखे तो हॉर्न न बजाएं, बल्कि वाहन की गति कम करें।

-सोशल मीडिया पर इस दिन से जुड़ी जानकारी शेयर कर लोगों को जागरूक करें।

-घायल या बेघर जानवरों के लिए स्थानीय shelter या हेल्पलाइन से संपर्क करें।

-अपने समुदाय में पशु सुरक्षा पर छोटे अभियान या वर्कशॉप आयोजित करें।

वर्ल्ड एनिमल रोड एक्सीडेंट अवेयरनेस डे का महत्व

यह दिन सिर्फ एक अवेयरनेस डे नहीं, बल्कि एक मानवीय जिम्मेदारी की याद दिलाने वाला दिन है। इंसानों की तरह ही जानवरों को भी जीने का समान अधिकार है। सड़कों पर उनकी मौजूदगी हमें यह याद दिलाती है कि हम उनके आवास (habitat) में दखल दे रहे हैं। अगर हम थोड़ी सी सावधानी बरतें, तो हजारों जानवरों की जान बच सकती है। वर्ल्ड एनिमल रोड एक्सीडेंट अवेयरनेस डे हमें यह सोचने पर मजबूर करता है कि क्या हम सड़क सुरक्षा को सिर्फ अपने लिए सीमित कर रहे हैं? प्रकृति का हर जीव हमारे पर्यावरण का हिस्सा है, और उनकी सुरक्षा हमारी नैतिक जिम्मेदारी है।

We’re now on WhatsApp. Click to join.

अगर आपके पास भी हैं कुछ नई स्टोरीज या विचार, तो आप हमें इस ई-मेल पर भेज सकते हैं info@oneworldnews.com

Back to top button