जानें ब्रेस्टफीडिंग और प्रेगनेंसी के दौरान कैसे बदलती है महिलाओं के खाने की जरूरतें
जाने प्रेगनेंसी के दौरान और बच्चे को जन्म देने के बाद महिलाओं को किस तरह के पोषण की ज़रूरत होती है
माँ बनना हर महिला के लिए एक बहुत ही खूबसूरत और खास पड़ाव होता है। ये पड़ाव महिलाओं के लिए जितना खास होता है उतना ही मुश्किल भी होता है। क्योकि ये वो बदलाव होता है जिसके बाद किसी भी महिला की ज़िंदगी पूरी तरह बदल जाती है। प्रेगनेंसी और बच्चे को जन्म देना किसी भी महिला को शारीरिक और मानसिक दोनों तरीको से काफी ज्यादा थका देता है। इसलिए कहा जाता है कि जितना ध्यान आपको अपने पेट में पल रहे बच्चे को देना जरूरी होता है, उतनी ही जरूरत आपको अपनी खुद की सेहत का भी रखना चाहिए है। प्रेगनेंसी और ब्रेस्टफीडिंग ये दोनों फेज़ किसी भी महिला के लिए काफी ज्यादा डिमांडिंग फेज़ होते है। अगर इस समय पर महिलाओं को सही से पोषण ना मिले तो उन्हें स्वास्थ्य-संबंधी परेशानियां हो सकती है इतना ही नहीं यहाँ तक की आपका बच्चा कुपोषण का शिकार भी हो सकता है। तो चलिए आज हम आपको बतायेगे प्रेगनेंसी के दौरान और बच्चे को जन्म देने के बाद महिलाओं को किस तरह के पोषण की ज़रूरत होती है।
ब्रेस्टफीडिंग के दौरान: क्या आपको पता है जब एक बच्चे का जन्म हो जाता है और उसके लिए जब उनकी माँ के स्तन में दूध बनने की शुरुआत होती है तो ऐसे में महिलाओं को प्रेगनेंसी के मुकाबले कहीं ज़्यादा पोषक तत्वों की आवश्यकता होती है। शायद आपने देखा भी होगा कि बच्चे के जन्म के बाद पहले 5, 6 महीनों में महिलाओं का वजन दुगुना हो जाता है। और बच्चे को सारा पोषण माँ के दूध से ही मिलता है। इसीलिए ब्रेस्टफीडिंग कराते समय महिलाओं को काफी ज्यादा एनर्जी की जरूरत पड़ती है।
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प्रेगनेंसी के दौरान: क्या आपको पता है प्रेगनेंसी के दौरान माँ और बच्चे के बेहतर मेटाबॉलिज़्म के लिए पोषक तत्वों की आवश्यकताएं बढ़ जाती हैं। महिलाओं में प्लेसेंटा और भ्रूण की ग्रोथ, एमनियोटिक फ्लुइड की मात्रा बढ़ाने के लिए और मैटर्नल टिशूज़ की अच्छी ग्रोथ के लिए बहुत ज्यादा पोषक तत्वों की ज़रूरत होती है। आपने देखा होगा कि प्रेगनेंसी के दौरान महिलाओं का 10, 12 किलो वजन बढ़ जाता है। अगर महिलाओं का ये वजन न बढ़ें तो बच्चे को भरपूर मात्रा में पोषक तत्वों नहीं मिल पाएगा जिसके कारण वो कुपोषण का शिकार हो जाएगा।
ब्रेस्टफीडिंग और प्रेगनेंसी के दौरान महिलाओं की जरूरतें
ये बात तो शायद हमें आपको बताने की जरुरत नहीं है कि प्रेगनेंसी के दौरान और ब्रेस्टफीडिंग कराने वाली महिलाओं को कामकाजी महिलाओं के मुकाबले कहीं गुना ज़्यादा पोषक तत्वों की आवश्यकता होती है। बच्चा होने के बाद जब महिला उससे 6 महीने तक फीड करती है तो उस दौरान महिलाओं को एनर्जी और पोषण की दोगुनी ज़रूरत होती है। ब्रेस्टफीडिंग और प्रेगनेंसी के दौरान महिलाओं को संतुलित आहार, नियमित रूप से विटामिन और मिनरल सप्लिमेंट्स और नियमित रूप से एक्सरसाइज़ करनी चाहिए ये उनके और बच्चे दोनों के लिए बेहद जरूरी है।