क्या आप को भी अपनी आवाज पसंद नहीं, जाने वजह ….
जब आप अपनी आवाज में कुछ भी रिकॉर्ड करते है, तो वो आपको पसंद नहीं आता है। चाहे लोग उसकी जमकर तारीफ क्यों ना करें। आप कभी खुद की आवाज में कोई गाना रिकॉर्ड करें, लोग उस गाने की तारीफ करेंगे, लेकिन वो गाना आपको अच्छा नहीं लगेगा। ऐसा सिर्फ आप के साथ ही नहीं होता है। बल्कि इसके पीछे भी एक खास लॉजिक है।
जो आप बोलते है और वहीं खुद सुनते हैं, वो वास्तविकता होती है। लेकिन जब आप जो रिकॉर्ड करते हैं, फिर उसे सुनते हैं तो वो अलग प्रोसेस हो जाता है और यही कारण है कि आपको अपनी ही आवाज पसंद नहीं आती है। अपनी ही आवाज अलग लगने लगती है।
ये सब वैज्ञानिक वजहों के कारण होता है। दरअसल हमारे कानों के भीतर तीन छोटी मांसपेशियां होती हैं। जो आपके सुनने और समझने के बीच के अंतर को बताती हैं। यही तीन मांसपेशियां तय करती हैं कि कोई आवाज आप तक किस तरह से पहुंचे। इन्हीं तीनों मांसपेशियों में दो प्रमुख होती हैं कोचलिया, ओस्सिलेस। ये दोनों ही मांसपेशियां हमारे कान में पड़ने वाले शोर को बाइव्रेट करती हैं। जो दिमाग को की हमें संकेत देती हैं। यही दो मांसपेशियां जब हम बात कर रहे होते हैं, तो कम बाइव्रेट करती हैं और दिमाग को हल्की आवाज में सुनाई देता है। लेकिन जब हम रिकॉर्डिंग सुनते हैं, तो हमारी अपनी ही मधुर आवाज शोर की तरह सुनाई देती है। यही वजह है कि हमें अपनी ही आवाज पसंद नहीं आती।