वेलेंटाइन्स डे- प्यार के लिए काफी नही एक दिन!
फरवरी का महीना ही प्यार भरा होता है…. प्यार और रोमांस न केवल जिंदगी को खुशियों से भर देता है बल्कि जिंदगी जीने का एक अलग मक्सद देता है। वो सही कहा है किसी ने..
प्यार जब हो जाए तो चैन नहीं, न हो तो बैचेनी..
हो गया तो समझना मुश्किल, न हो तो जीना मुश्किल..
प्यार की कोई उम्र नही होती, कोई भी कभी भी किसी से भी प्यार कर सकता है..। प्यार जितना पुराना होता है उतना गहरा होता जाता है। हां बस बदलते समय के साथ प्यार की परिभाषाएं जरूर बदली है।
पहले जमाने में प्यार का मतलब एक-दूसरे के प्रति इज्जत, विश्वास और निष्ठा होता था, लेकिन आज के जमाने में प्यार थोड़ा टेक्नीकल हो गया है। जब-तक फेसबुक पर रिलेशनशिप स्टेटस ‘इन अ रिलेशनशिप’ डालकर एक-दूसरे को टेग न किया जाए, तब-तक ऑफिशली प्यार साबित नही होता।
पुराने जमाने वाला प्यार हो, या फिर इस जमाने का टेक्नीकल प्यार, प्यार तो प्यार होता है। दिल तब भी एक-दूसरे के लिए धडकता था, दिल अब भी एक-दूसरे के लिए धड़कता है।
…तो बस ध्यान रखें, इश्क करने के लिए कोई एक दिन जरूरी नही होता, कोशिश करें जो समय अपने पार्टनर के साथ बिताएं वो सिर्फ उनके लिए ही बिताएं।