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Sweating Reasons: आपको भी आता है जरूरत से ज्यादा पसीना, तो हो सकते है ये बीमारी के लक्ष्ण

पसीना आना एक नेचुरल प्रक्रिया है जो हमारे शरीर के तापमान को बनाए रखने में मदद करता है। हालांकि कुछ लोगों का सामान्य ज्यादा पसीना आने की समस्या होती है जिसे हाइपरहाइड्रोसिस (Excessive Sweating Reasons) कहते हैं। इसकी कई वजह हो सकती है। आज इस आर्टिकल में जानेंगे ज्यादा पसीना आने की वजह और यह भी जानेंगे कि कैसे इस समस्या से छुटकारा पाया जा सकता है।

Sweating Reasons: जानिए क्यों आता है अधिक पसीना? क्या है इसके पीछे का कारण


Sweating Reasons: पसीना आना बहुत आम चीज है और लगभग हर किसी को ही पसीना आता है, खासकर गर्मी के मौसम में पसीने (Sweat) से तर हो जाना किसी के लिए नई बात नहीं है। लेकिन, जरूरत से ज्यादा पसीना आना या हर वक्त ही पसीना आना (Sweating) चिंता का विषय हो सकता है। जरूरत से ज्यादा पसीना आने को मेडिकल भाषा में सेकेंडरी हाइपरहाइड्रोसिस (Secondary Hyperhidrosis) कहा जाता है। सेकेंडरी हाइपरहाइड्रोसिस होने के कई कारण हो सकते हैं और यह किसी और बीमारी (Disease) का लक्षण भी हो सकता है। आइए जानें किन बीमारियों या स्वास्थ्य संबंधी दिक्कतों के कारण जरूरत से ज्यादा पसीना आने लगता है।

क्यों आता है अधिक पसीना?

पसीना निकालने वाले स्वेट ग्लैंड्स को जो नसें नियंत्रित करती हैं, वे ओवर एक्टिव हो जाती हैं, जिससे उस समय भी पसीना बनने लगता है जब शरीर को तापमान संतुलित करने की जरूरत भी नहीं होती है। इसी कारण कुछ लोगों को अधिक पसीना आने लगता है। इसे हाइपरहाइड्रोसिस कहते हैं।

हाइपरहाइड्रोसिस दो प्रकार के हो सकते हैं-

1. प्राइमरी हाइपरहाइड्रोसिस में बिना किसी उपयुक्त कारण के पसीना आता है। यह स्ट्रेस से ट्रिगर होता हो सकता है और अकसर ये        दिन के समय होता है।

2. सेकेंडरी हाइपरहाइड्रोसिस में पूरे शरीर पर पसीना आने लगता है और ये किसी विशेष कारण से होता है, जैसे मेनोपॉज, कैंसर              स्पाइनल कॉर्ड इंजरी। कुछ दवाइयों के साइड इफेक्ट के कारण भी ऐसा हो सकता है। इसमें आर्मपिट, हाथ और पैर में अधिक            पसीना आता है।

जानिए हाइपरहाइड्रोसिस से कैसे निपटे?

एंटीपरस्पिरेंट का इस्तेमाल करें

इसके नियमित इस्तेमाल से स्वेट ग्लैंड ब्लॉक होती हैं। रात में सोने से पहले इसे लगाना ज्यादा सही रहता है, जिससे पसीने में एंटीपरस्पिरेंट बह न जाए।

डाइट में बदलाव लाएं

कुछ खानपान की चीजें जैसे मसालेदार खाना, कैफीन, शराब आदि स्वेट ग्लैंड को ट्रिगर करती हैं, जिससे अधिक पसीना आने लगता है। ऐसे खानपान को बदल कर स्वस्थ खानपान खाने से फायदा मिलेगा। ज्यादा पानी, फल और सब्जियां खाएं, जो शरीर के तापमान को संतुलित रखने में मदद करती हैं।

टॉपिकल वाइप्स

अंडरआर्म में लगाने के लिए ऐसी वाइप्स भी आती हैं, जिनके इस्तेमाल से हाइपरहाइड्रोसिस की समस्या से निपटा जा सकता है।

बोटॉक्स

समस्या बढ़ने पर बोटॉक्स के इंजेक्शन लगाए जाते हैं, जिससे स्वेट ग्लैंड को सक्रिय करने वाले केमिकल को ब्लॉक किया जाता है।

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कब जाएं डॉक्टर के पास

अगर ज्यादा पसीना के कारण आपका दिन खराब होने लगे, डेली रूटीन को प्रभावित करें तो इसे हल्के में न लें। ऐसा होने पर डॉक्टर के पास जाएं। इसके अलावा बहुत ज्यादा पसीना आने के कारण ग्रुप में आपको शर्मिंदगी झेलनी पड़े, आप सामाजिक रूप से पसीने के कारण अलगाव महसूस कर रहे हैं, सामान्य दिनों की तुलना में ज्यादा पसीना आए और रात में भी पसीना न रूके तो इस स्थिति में आपको डॉक्टर को दिखाना चाहिए।

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