Silent Walking: कामकाज और तनाव के बीच ‘Silent Walking’ क्यों बन रहा है नया हेल्थ मंत्र?
Silent Walking, सोशल मीडिया पर अक्सर कोई न कोई नया फिटनेस या वेलनेस ट्रेंड वायरल होता रहता है, लेकिन इन दिनों जिस ट्रेंड की सबसे ज़्यादा चर्चा हो रही है,
Silent Walking : क्या है Silent Walking ट्रेंड? भारत में अचानक क्यों बढ़ गई इसकी चर्चा
Silent Walking, सोशल मीडिया पर अक्सर कोई न कोई नया फिटनेस या वेलनेस ट्रेंड वायरल होता रहता है, लेकिन इन दिनों जिस ट्रेंड की सबसे ज़्यादा चर्चा हो रही है, वह है “Silent Walking”। यह ट्रेंड अमेरिका में शुरू हुआ था, लेकिन अब भारत में तेजी से लोकप्रिय हो रहा है। इंस्टाग्राम, यूट्यूब और X (Twitter) पर हजारों लोग सुबह या शाम को बिना किसी गैजेट के चुपचाप चलने के अपने वीडियो और अनुभव शेयर कर रहे हैं। आख़िर ऐसा क्या खास है Silent Walking में कि यह युवाओं से लेकर कामकाजी लोगों और हेल्थ-लवर्स तक सबकी पसंद बन गया है? आइए समझते हैं इस ट्रेंड के पीछे की पूरी कहानी और इसके फायदे।
क्या है Silent Walking?
Silent Walking एक बहुत ही सरल लेकिन गहरा असर छोड़ने वाली गतिविधि है जिसमें व्यक्ति:
- बिना मोबाइल
- बिना म्यूजिक
- बिना हेडफोन
- बिना किसी बातचीत
बिल्कुल चुपचाप प्राकृतिक वातावरण में कुछ समय तक चलता है। इसका उद्देश्य है दिमाग को शांत करना, शरीर से जुड़ना और आसपास की आवाज़ों को महसूस करना। दूसरे शब्दों में, यह Walking + Meditation यानी वॉकिंग मेडिटेशन का आधुनिक रूप है।
भारत में Silent Walking इतना लोकप्रिय क्यों हो रहा है?
1. बढ़ता मानसिक तनाव
आजकल भारत में काम, पढ़ाई और सोशल मीडिया के कारण मानसिक तनाव काफी बढ़ गया है।
Silent Walking इंसान को थोड़ी देर के लिए दुनिया के शोर से दूर ले जाता है और दिमाग को आराम देता है।
2. लगातार स्क्रीन टाइम से ब्रेक
लोग दिनभर फोन, लैपटॉप और टीवी के बीच फंसे रहते हैं। इस ट्रेंड ने लोगों को पहली बार एहसास कराया कि बिना मोबाइल के चलना भी कितना सुखद हो सकता है।
3. सस्ती और आसान वेलनेस एक्टिविटी
जिम, योग क्लास या स्पा की तरह इसमें पैसे खर्च नहीं होते।
किसी को बस जूते पहनने हैं और चुपचाप बाहर चलते हुए खुद से जुड़ना है।
4. सोशल मीडिया पर बढ़ती जागरूकता
क्रिएटर्स, डॉक्टर और फिटनेस इन्फ्लुएंसर्स लगातार Silent Walking के फायदे शेयर कर रहे हैं, जिससे यह ट्रेंड तेजी से वायरल हो रहा है।
5. मेडिटेशन पसंद करने वालों के लिए आसान विकल्प
बहुत से लोग मन को शांत करने के लिए मेडिटेशन करना चाहते हैं लेकिन शांति से बैठ नहीं पाते।
Silent Walking उनके लिए बेहतर विकल्प बन गया है।
Silent Walking के शारीरिक और मानसिक फायदे
1. तनाव और एंग्जायटी कम करता है
शांत वातावरण में चलने से कॉर्टिसोल (Stress Hormone) लेवल कम होता है।
पैरों की आवाज़, हवा की सरसराहट और आसपास की प्राकृतिक ध्वनियों से मन शांत होता है।
2. फोकस और कॉन्सेंट्रेशन बढ़ाता है
चुपचाप चलते समय दिमाग में चल रही अनावश्यक बातों की भीड़ खत्म होती है।
ये दिमाग को रीसेट करने जैसा है, जिससे फोकस बेहतर होता है।
3. बेहतर नींद लाता है
तनाव कम होने के बाद नींद का पैटर्न सुधरता है।
विशेष रूप से शाम की Silent Walk रात में गहरी नींद में मदद करती है।
4. वजन घटाने में मदद
Silent Walking, सामान्य वॉक की तरह ही कैलोरी बर्न करती है।
क्योंकि इसमें ध्यान भटकता नहीं है, लोग ज्यादा देर तक चलते हैं।
5. हार्ट हेल्थ में सुधार
Silent Walking एक हल्का कार्डियो है।
यह ब्लड सर्कुलेशन बेहतर करता है और दिल के लिए फायदेमंद है।
6. माइंडफुलनेस बढ़ती है
भारत में लोग माइंडफुलनेस की ओर झुक रहे हैं।
Silent Walking व्यक्ति को अपने विचारों, भावनाओं और शरीर से दोबारा जोड़ता है।
Silent Walking कैसे करें? (सही तरीका)
1. सही समय चुनें
सुबह 6–9 बजे या शाम 5–7 बजे सबसे अच्छा समय है।
2. फोन साथ रखें लेकिन Flight Mode में
कोई इमरजेंसी हो तो मदद मिल सके।
3. शांत जगह चुनें
गarden, पार्क, नदी किनारा या कॉलोनी की कम भीड़ वाली सड़क।
4. 10 मिनट से शुरुआत करें
शुरू में 10–15 मिनट पर्याप्त है, फिर धीरे-धीरे 30–45 मिनट तक बढ़ाएं।
5. मोबाइल, म्यूजिक और बातचीत पूरी तरह बंद
Silent Walking का असली असर तभी महसूस होगा जब दिमाग पूरी तरह शांत होगा।
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Silent Walking के दौरान क्या महसूस होता है?
लोग बताते हैं कि शुरुआत में:
- दिमाग में बहुत सारे विचार आते हैं
- बेचैनी महसूस होती है
- अकेले चलना अजीब लगता है
लेकिन 5–7 मिनट बाद:
- सांसों की आवाज सुनाई देती है
- दिल की धड़कनें महसूस होती हैं
- पैर रखने की धीमी आवाज रिलैक्स करती है
- तनाव धीरे-धीरे गायब होने लगता है
यही Silent Walking का असली जादू है।
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कौन लोग Silent Walking जरूर करें?
- IT Professionals
- Students
- Working Women
- Anxiety से परेशान लोग
- सोशल मीडिया पर अधिक समय बिताने वाले लोग
- फिटनेस शुरू करना चाहने वाले शुरुआती लोग
ये सभी लोग Silent Walking से बहुत फायदा ले सकते हैं।
Silent Walking भारत में ट्रेंड क्यों बन रहा है?
क्योंकि यह सिर्फ वॉक नहीं, एक मानसिक Detox है, डिजीटल डिटॉक्स है और एक माइंडफुलनेस एक्सरसाइज है। कम खर्च, कम मेहनत और ज्यादा फायदे यही इसे सभी के लिए एक आदर्श वेलनेस ट्रेंड बनाते हैं। Silent Walking एक साधारण लेकिन प्रभावशाली गतिविधि है जो मन, शरीर और आत्मा तीनों पर सकारात्मक असर डालती है। भारत में यह तेजी से इसलिए फैल रहा है क्योंकि लोग अपनी मानसिक और शारीरिक सेहत को महत्व देने लगे हैं। अगर आप भी तनाव से परेशान हैं, दिमाग में बहुत उलझन है या लगातार स्क्रीन टाइम से थक चुके हैं तो एक बार Silent Walking जरूर ट्राई करें।
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