New railway projects: नई रेलवे परियोजनाओं के साथ 12,000 ट्रेनें, मोदी सरकार का बड़ा तोहफा
New railway projects, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में आज केंद्रीय कैबिनेट की बैठक संपन्न हुई। इस बैठक में देश की अर्थव्यवस्था और रेलवे क्षेत्र से जुड़े कई महत्वपूर्ण फैसले लिए गए।
New railway projects : रेल यात्रियों के लिए खुशखबरी, दिवाली-छठ पर 12,000 ट्रेनों का संचालन
New railway projects, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में आज केंद्रीय कैबिनेट की बैठक संपन्न हुई। इस बैठक में देश की अर्थव्यवस्था और रेलवे क्षेत्र से जुड़े कई महत्वपूर्ण फैसले लिए गए। खासतौर पर रेल यात्रियों की सुविधा, माल ढुलाई क्षमता और नई परियोजनाओं के विकास पर जोर दिया गया। केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बैठक के फैसलों की जानकारी देते हुए बताया कि सरकार ने रेल यात्रियों की सुविधा और त्योहारी सीजन को ध्यान में रखते हुए 12 हजार ट्रेनों के संचालन का निर्णय लिया है।
1. दिवाली-छठ पर 12 हजार ट्रेनें
त्योहारी सीजन जैसे दिवाली और छठ पर यात्रियों की सुविधा का विशेष ध्यान रखा गया है। इस साल देशभर में 12 हजार स्पेशल ट्रेनें चलाई जाएंगी। इसके माध्यम से यात्रियों की सुविधा सुनिश्चित होगी और भीड़भाड़ की समस्या को कम किया जा सकेगा। केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि यह निर्णय यात्रियों की सुविधा और समय पर यात्रा सुनिश्चित करने के उद्देश्य से लिया गया है। ट्रेन संचालन की यह पहल रेल मंत्रालय की सबसे बड़ी योजनाओं में से एक मानी जा रही है।
2. नई रेलवे परियोजनाओं को मिली मंजूरी
आज की बैठक में चार नई रेलवे परियोजनाओं को भी मंजूरी दी गई है। ये परियोजनाएँ अगले 3 से 5 सालों में पूरी की जाएंगी। केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि इन परियोजनाओं के पूरा होने से न केवल यात्री सुविधा बढ़ेगी, बल्कि रेलवे नेटवर्क की क्षमता भी मजबूत होगी। उन्होंने कहा कि सात रेलवे कॉरिडोर अब कुल रेल यातायात का 41% हिस्सा वहन करते हैं। इन कॉरिडोर को और मजबूत बनाने के लिए नई परियोजनाओं की शुरुआत की जा रही है।
3. लेन और कॉरिडोर की मजबूती
केंद्रीय मंत्री ने यह भी स्पष्ट किया कि इन नई परियोजनाओं के तहत रेलवे कॉरिडोर में न्यूनतम चार लेन और जहां संभव हो, छह लेन बनाई जाएंगी। यह कदम रेलवे यातायात को और अधिक सुचारु बनाने के उद्देश्य से उठाया गया है। इससे न केवल माल और यात्री ट्रेनों की गति बढ़ेगी, बल्कि रेलवे की कुल दक्षता में भी सुधार होगा। इसके अलावा, रेलवे कॉरिडोर के विस्तार से देश की आर्थिक गतिविधियों में तेजी आने की उम्मीद है।
4. माल ढुलाई में भारत की सफलता
केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने इस अवसर पर बताया कि भारत ने अब अमेरिका को पीछे छोड़ते हुए दुनिया में दूसरे सबसे बड़े माल ढुलाई देश का स्थान हासिल कर लिया है। उन्होंने कहा कि पिछले 10 वर्षों में रेलवे क्षेत्र में भारत ने अभूतपूर्व प्रगति की है।
इस सफलता के पीछे मुख्य कारण हैं:
- नई रेलवे परियोजनाओं का विकास
- रेलवे नेटवर्क का विस्तार
- माल ढुलाई और यात्री सुविधाओं में सुधार
इन सभी पहलुओं ने भारत को वैश्विक स्तर पर रेलवे क्षेत्र में अग्रणी बनाया है।
5. रेलवे परियोजनाओं से लागत में कमी
केंद्रीय मंत्री ने बताया कि नई परियोजनाओं और रेलवे कॉरिडोर के विकास के कारण रसद लागत में कमी आई है। यह कदम न केवल आर्थिक दृष्टि से फायदेमंद है, बल्कि पर्यावरण के अनुकूल भी है। उन्होंने कहा कि कई देशों ने रेलवे पर जोर दिया है क्योंकि यह पर्यावरण को कम नुकसान पहुंचाने वाला और किफायती परिवहन विकल्प है। भारत ने भी इसी सिद्धांत को अपनाते हुए रेलवे परियोजनाओं पर विशेष ध्यान दिया है।
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6. पर्यावरण और आर्थिक लाभ
रेलवे के विस्तार से न केवल यात्री और माल परिवहन में सुविधा बढ़ती है, बल्कि यह ईंधन की बचत और प्रदूषण में कमी में भी मदद करता है। इससे देश की अर्थव्यवस्था मजबूत होती है और टिकाऊ विकास को बढ़ावा मिलता है।केंद्रीय मंत्री ने कहा कि रेलवे का यह आधुनिकीकरण और नेटवर्क का विस्तार देश के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। केंद्रीय कैबिनेट की बैठक में लिए गए निर्णय रेलवे क्षेत्र में महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित होंगे। 12 हजार स्पेशल ट्रेनें, चार नई परियोजनाओं की मंजूरी और कॉरिडोर के विस्तार से न केवल यात्री सुविधा बढ़ेगी, बल्कि देश की माल ढुलाई क्षमता और आर्थिक प्रगति को भी बढ़ावा मिलेगा।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में यह पहल भारत को वैश्विक रेलवे मानचित्र पर अग्रणी बनाएगी और आने वाले वर्षों में रेलवे क्षेत्र को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाएगी।
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