जानिए कैसे संभाले छोटे बच्चो को
कैसे संभाले छोटे बच्चो को
बच्चे बहुत ही शैतान होते है। और उनकी शैतानियां कभी कभी इतनी ज्यादा बढ़ जाती है कि उनको संभालना बहुत ज़्यादा मुश्किल हो सकता है। आपको उनकी शरारते और मस्तिया चाहे जितनी भी प्यारी लगे, कभी-कभी किसी वजह से आप उन को नहीं संभाल पाते और जो आपको और उस बच्चे, दोनों को परेशान कर देता है। तो इसलिए जाने की कैसे संभाले छोटे बच्चो को:-
उनके साथ शाँत रहे।
आपका दिन चाहे जितना भी खराब रहा हो, आपको देख कर बच्चे ज़्यादा उत्साहित हो जाते है और इसी कारण से उनकी मस्तिया और शरारते ज़्यादा बढ़ जाती है। इसलिए उनके साथ शांत रहे।
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उन्हें ज़्यादा डाँटे नहीं।
अगर आप उन्हें डांटेंगे तो उन्हें ये लगेगा कि वो कुछ गलत कर रहे है और अगली बार आपके सामने या आपके साथ हँसी मज़ाक करने से डरेंगे। आप उन्हें प्यार से समझाए।
कहानियां सुनाए।
कभी अगर ऐसा हो की वो बच्चे आपकी बात ना मान रहे हो, तो उन्हें कहानियां बना के सुनाए। उनको ऐसी रोचक और नयी कहानियां बहुत पसंद आती है। और ना जाने कैसे वो इन बातों में यकीन भी कर लेते है। तो इसलिए उन्हें कहानियो के जरिए समझाए।
उनका ध्यान भटकाए।
उन्हें दूसरी चीजो में उलझा कर, उनका ध्यान उनकी पहली हरकत से भटकाए। इससे वो उस नयी चीज़ में उलझ कर रह जाएंगे और आपको परेशान भी नहीं करेंगे।
उनके साथ अलग गेम्स खेले।
उनकी शक्ति और क्षमता का सही दिशा में प्रवाह करे। उनके साथ अलग अलग गेम्स खेले। ऐसे खेल जिन में उनकी क्षमता ज़्यादा प्रयोग हो और वो पूरी तरह से उसमे उलझ जाए। ऐसे में वो नयी नयी चीज़े भी सीखेंगे और वो शाँत भी रहेंगे।
उन्हें इनाम दे।
उनके अच्छे व्यवहार के लिए उन्हें इनाम दे। इससे उनको पता चलेगा कि उन्होंनो कुछ अच्छा काम किया है। पर इसे उनकी आदत न बनाएं। अगर आप हर बात पर उन्हें इनाम देंगे तो लालची हो जाएंगे। उनकी प्रसंशा करे और उन्हें सही और गलत के बारे में समझाए।
बच्चे हर परिवार की जान होते है। उनकी हँसी से पूरे परिवार में ख़ुशी का और सकरात्मकता का एक माहौल बन जाता है। बच्चे शरारती और मस्तीखोर ज़रूर होते है पर ये उनका स्वभाव होता है। उन्हें शरारत करने से न रोके, पर उन्हें सही और गलत के बारे में बताए।