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Cupping Therapy And Its Benefits: क्या होती है कपिंग थेरेपी? खूबसूरती बढ़ाने के साथ-साथ सेहत के लिए भी है फायदेमंद

Cupping Therapy And Its Benefits: इन दिनों अपने आप को फिट रखने के लिए हेल्दी डाइट और एक्सरसाइज के साथ ही लोग बहुत से तरीके आजमाते हैं। उन्हीं में से कपिंग थेरेपी भी है। आजकल कई सेलिब्रिटी और बहुत से लोग ये थेरेपी करवा रहे हैं।

Cupping Therapy And Its Benefits: कई तरह से की जाती है कपिंग थेरेपी, जानें इसके अनगिनत फायदे

इन दिनों अपने आप को फिट रखने के लिए हेल्दी डाइट और एक्सरसाइज के साथ ही लोग बहुत से तरीके आजमाते हैं। उन्हीं में से कपिंग थेरेपी भी है। आजकल कई सेलिब्रिटी और बहुत से लोग ये थेरेपी करवा रहे हैं। ये व्यक्ति की हेल्थ के लिए कई तरीकों से फायदेमंद साबित हो सकती है। आजकल लोग इससे जुड़ी पोस्ट भी अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर शेयर करते हैं। लेकिन कुछ लोगों के मन में अभी भी ये सवाल आता है कि आखिर कपिंग थेरेपी होती क्या है और ये व्यक्ति के लिए कैसे फायदेमंद साबित हो सकती है? तो आज हम आपको इस आर्टिकल में कपिंग थेरेपी के बारे में बताने जा रहे हैं। तो आइए जानते हैं विस्तार से-

क्या होती है कपिंग थेरेपी Cupping Therapy And Its Benefits

शरीर को स्वस्थ रखने के लिए सभी अंगों में रक्त का संचार होना बहुत जरूरी है। कपिंग थेरेपी शरीर के सभी हिस्सों में रक्त का संचार करती है और खून में मौजूद विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करती है। इससे शरीर में नए खून का निर्माण होता है और कई बीमारियां दूर होती हैं। कपिंग थेरेपी में शरीर के जिस हिस्से पर बीमारी की पहचान होती है, वहां शीशे के छोटे-छोटे कप लगाकर वैक्यूम पैदा किया जाता है। इससे कप शरीर से चिपक जाता है। अब इसके लिए मशीन का इस्तेमाल किया जाने लगा है। इसके 3 से 5 मिनट बाद दूषित खून जमा हो जाता है। जमा हुए गंदे खून को बाहर निकाल दिया जाता है।

कई तरह से की जाती है कपिंग थेरेपी Cupping Therapy And Its Benefits

कपिंग थेरेपी करने के कई तरीके हैं। यह मुख्य तौर पर दो तरह की होती है, ड्राई कपिंग और वेट कपिंग। इसमें से वेट कपिंग थेरेपी लोगों के बीच ज्यादा लोकप्रिय है।

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ड्राई कपिंग Cupping Therapy And Its Benefits

इस प्रक्रिया में गर्म कप को प्रभावित हिस्से पर रखा जाता है, जिससे कप के अंदर वैक्यूम पैदा हो जाता है। इससे शरीर का गंदा खून कप में इकट्ठा हो जाता है। बवासीर, सायटिका अर्थराइटिस, जोड़ों के दर्द और हर्निया के इलाज के लिए ड्राई कपिंग का इस्तेमाल किया जाता है।

वेट कपिंग Cupping Therapy And Its Benefits

इस प्रक्रिया में ड्राई कपिंग की तरह स्किन में खिंचाव पैदा किया जाता है, लेकिन स्किन की सूजन और लाल धब्बों को लाने के लिए तीन मिनट पर कप को हटा दिया जाता है। शरीर से दूषित खून निकालने के लिए छोटा चीरा लगाया जाता है। माइग्रेन, घुटनों के दर्द और अस्थमा के इलाज के लिए वेट कपिंग का इस्तेमाल किया जाता है।

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किन बीमारियों में प्रभावी है कपिंग थेरेपी Cupping Therapy And Its Benefits

कपिंग थेरेपी के जरिए माइग्रेन, कमर दर्द, स्लिप डिस्क, सर्वाइकल, पैरों में सूजन, सायटिका, त्वचा से जुड़ी बीमारियां, ह्रदय रोग, पेट के रोग, लकवा, हार्मोनल विकार, अस्थमा, डायबिटीज, मोटापा, थायरॉइड, चेहरे के मुंहासे और दाग धब्बे जैसी समस्याओं का इलाज किया जा सकता है।

कपिंग थेरेपी के फायदे Cupping Therapy And Its Benefits

कपिंग थेरेपी के कई फायदे हैं। ये ब्लड डिसऑर्डर जैसे कि एनीमिया और हीमोफीलिया की समस्या में मददगार साबित हो सकती है। साथ ही रूमेटाइड, अर्थराइटिस, फाइब्रो मलेशिया की समस्या, मुहांसों और एक्जिमा से राहत दिलाने में फायदेमंद साबित हो सकती है। इसी के साथ ही ये कमर दर्द और बदन दर्द से राहत दिलाने में मददगार साबित हो सकती है। कपिंग थेरेपी माइग्रेन, हाई ब्लड प्रेशर, एंग्जायटी, डिप्रेशन और वैरिकोज वेन्स के मरीजों के लिए फायदेमंद साबित हो सकती है।

जर्नल ऑफ ट्रेडिशनल एंड कॉम्प्लिमेंटरी मेडिसिन में 2015 में प्रकाशित एक रिपोर्ट में कहा गया है कि कपिंग थेरेपी मुंहासे, हर्पीस जोस्टर और दर्द को कंट्रोल करने में मदद कर सकती है। Cupping Therapy And Its Benefits लेकिन शोधकर्ताओं का कहना है कि और बेहतर अध्ययन की जरूरत है। अगर किसी व्यक्ति को कपिंग थेरेपी करवानी भी है तो उन्हें अपने एक्सपर्ट से इसके बारे में सलाह करनी चाहिए। क्योंकि इस थेरेपी के बाद स्किन इंफेक्शन और जलन हो सकती है। इसी के साथ इससे स्किन पर निशान भी पड़ते हैं।

इस बात का रखें खास ख्याल Cupping Therapy And Its Benefits

आजकल कपिंग थेरेपी का चलन लोगों के बीच काफी बढ़ रहा है। कई बॉडी बिल्डर और सेलिब्रिटीज भी इसे फॉलो करते हैं। हालांकि, कपिंग थेरेपी हमेशा प्रोफेशनल एक्सपर्ट द्वारा ही करवानी चाहिए। अगर आप किसी अनप्रोफेशनल से थेरेपी करवाते हैं, तो इससे आपके स्वास्थ्य को नुकसान हो सकता है। अगर आपको पहले से कोई बीमारी है, तो डॉक्टर की सलाह के बाद ही कपिंग थेरेपी करवाएं।

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vrinda

मैं वृंदा श्रीवास्तव One World News में हिंदी कंटेंट राइटर के पद पर कार्य कर रही हूं। इससे पहले दैनिक भास्कर, दैनिक जागरण और नवभारत टाइम्स न्यूज पेपर में काम कर चुकी हूं। मुझसे vrindaoneworldnews@gmail.com पर संपर्क किया जा सकता है।
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